बरौनी गढ़हरा में मॉकड्रिल गतिविधि करवाने को लेकर चहल पहल
केंद्र सरकार ने सुरक्षा के लिए 7 मई को देश के 244 जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्णय लिया है। जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले के बाद भारत-पाक संबंधों में तनाव के बीच यह कदम उठाया गया है। स्कूलों और...

गढ़हरा(बरौनी),एक संवाददाता। केंद्र सरकार ने सुरक्षा व संरक्षा को लेकर आम लोगों के बीच भी मॉक ड्रिल करने का निर्णय लिया है। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव बढ़ता जा रहा है। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों से 7 मई को मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश जारी किया है। बड़े स्तर पर और छोटे-छोटे स्तर पर भी मॉक ड्रिल के दौरान किए जाने वाले उपायों की जानकारी देना है। सरकार ने सात मई को देश के 244 जिलों में नागरिक सुरक्षा अभ्यास और रिहर्सल आयोजित करने का निर्णय लिया है।
गढ़हरा बरौनी समेत आसपास के क्षेत्र में भी लोगों के बीच उत्सुकता दिखने लगी है। रेलवे विभाग में भी समय समय पर मॉकड्रिल का अभ्यास होता है। गढ़हरा और बरौनी से जुड़े टीआडी विभाग,रेलवे यार्ड आदि जगहों पर सायरन बजाकर ट्रेन दुर्घटना से बचाव की पूर्वाभ्यास होता है। इससे रनिंग स्टाफ्स, मेडिकल,इंजीनियरिंग, बिजली विभाग,स्काउट आदि की महत्वपूर्ण सहभागिता होती है।मंडल व जोन स्तर के अधिकारी भी मॉक ड्रिल में शामिल होते हैं। सरकार का निर्देश जारी होने के बाद रेल विभाग में भी गतिविधि करवाने को लेकर चहल पहल शुरू है। गढ़हरा(बरौनी),एक संवाददाता। बरौनी प्रखंड व आसपास के स्कूल कॉलेजों में भी मॉक ड्रिल किया जाना है। बरौनी एपीएसएम कॉलेज के प्राचार्य डॉ मुकेश कुमार ने बताया कि कॉलेज के छात्र-छात्राओं को समय समय पर सुरक्षा बरतने को लेकर आपदा से जुड़े मॉकड्रिल करवाई जाती है। यहां एनसीसी भी सक्रिय है। पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय गढ़हरा के प्राचार्य रजनीश कुमार त्रिपाठी के अनुसार विभिन्न विभागों के सहयोग से आग से बचाव समेत विभिन्न आपदाओं से बचने की गुर मॉक ड्रिल के माध्यम से बच्चों के बीच प्रस्तुति होती है। इन्हें जिज्ञासु बनाया जा रहा है। मध्य विद्यालय बारो के एचएम विजय कुमार सिंह, गढ़हरा मध्य विद्यालय के एचएम सिकंदर पासवान,अमरपुर मध्य विद्यालय के एचएम शिव शंकर प्रसाद समेत कई शिक्षकों ने बताया कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के स्कूल,कालेजों में भी हवाई हमले,आतंकी करवाई आदि से खुद बचने और लोगों को बचाने को लेकर जानकारी देने का अभियान शुरू हो गया है।हालांकि स्कूलों में प्रत्येक शनिवार को सुरक्षित शनिवार कार्यक़म बच्चों के बीच नियमित रूप से होता है।उन्हें विभिन्न आपदा से जुड़े समस्याओं से निजात दिलाने की बात बताई जाती है और मॉक ड्रिल अभ्यास का भी आयोजन होता है। इस मॉक ड्रिल में कई तरह के अभ्यास किए जाएंगे। इनमें हवाई हमले की चेतावनी कितनी कारगर है यह जानना, कंट्रोल रूम के कामकाज को देखना, आम लोगों और छात्रों को हमलों के दौरान काम की ट्रेनिंग देना शामिल है। इस दौरान कुछ समय के लिए लोगों को घरों या संस्थानों की सभी लाइट पूरी तरह बंद रखने के निर्देश दिए जा सकते हैं।मॉक ड्रिल के माध्यम से आपदा तैयारी और सुरक्षा उपायों के बारे में स्कूल समुदाय को प्रोत्साहित और संवेदनशील बनाना। सुविधा, संसाधन और निकासी मानचित्रण। खतरा, भेद्यता और जोखिम विश्लेषण, स्कूल आपदा प्रबंधन योजना का गठन व इसकी समीक्षा होनी है। मॉक ड्रिल से क्या क्या होंगे फायदे मॉक ड्रिल के माध्यम से हम आपदा के प्रति प्रतिक्रिया या प्रतिक्रिया समय का मूल्यांकन कर सकते हैं । हम अपनी क्षमताओं की पहचान कर सकते हैं, तथा विभिन्न आपदा नियंत्रण , विभागों के बीच समन्वय में सुधार किया जा सकता है। हम योजनाबद्ध कार्यों की क्षमता की जांच कर सकते हैं। बरौनी में एनसीसी के जवानों को भी दी जा रही मॉक ड्रिल की ट्रेनिंग गढ़हरा(बरौनी),एक संवाददाता। बरौनी के निपनियां स्थित ट्रांजिट कैम्प में एनसीसी का प्रशिक्षण जारी है। एनसीसी एनुअल ट्रेनिंग कैम्प टू में 32 अधिकारी व 547 कैडेट्स ने भाग लिया है। नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) के 35 बिहार बटालियन एनसीसी पूर्णिया के तत्वावधान में 12 मई 2025 तक दस दिवसीय वार्षिक प्रशिक्षण द्वितीय का आयोजन कैम्प कमांडेट कर्नल अमित अहलावत, सूबेदार मेजर सुरेश चंद तथा 32 अन्य सैन्य अधिकारियों एवं एएनओ,केयरटेकर के देख रेख में विधिवत जारी है। इस कैम्प में करीब 547 कैडेट्स हिस्सा ले रहे हैं।ये विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों से आए हैं। कैम्प कमांडेट कर्नल अमित अहलावत ने बताया कि राष्ट्र सेवा और अनुशासन का पालन करने वाला कडेट्स ही जीवन का लक्ष्य पाता है।बताया कि सुरक्षा को लेकर मॉकड्रिल भी होना है।इस कैम्प का उद्देश्य कैडेट्स को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है। इसमें ड्रिल, फायरिंग, मैप रीडिंग, समाजसेवा, आपदा प्रबंधन और नेतृत्व विकास जैसी विभिन्न गतिविधियां करवाई जा रही है। कैम्प के दौरान इंटर डायरेक्टरेट स्पोर्ट्स शूटिंग चैम्पियनशिप कैम्प में भाग लेने के लिए भागलपुर ग्रुप से कैडेटों को प्रतियोगिता भी किये जायेंगे। कैम्प में कैडेट्स को पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। कर्नल अमित अहलावत ने बताया कि यह कैंप युवाओं में देशभक्ति, अनुशासन और नेतृत्व कौशल को विकसित करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।
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