अवैध निजी अस्पतालों की जांच के लिए टीम गठित
कैमूर जिले में अवैध नर्सिंग होम और जांच घरों के खिलाफ स्वास्थ्य महकमा ने कार्रवाई शुरू कर दी है। सिविल सर्जन डॉ. चंडेश्वरी रजक ने मेडिकल अफसरों की टीम बनाई है जो एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपेगी। अवैध...

सिविल सर्जन ने जांच कर एक सप्ताह में अफसरों से मांगी रिपोर्ट कैमूर में अवैध नर्सिंग होम और जांच घर का धंधा बेखौफ जारी (पेज तीन) भभुआ, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जिले में अवैध रूप से संचालित निजी अस्पतालों पर स्वास्थ्य महकमा ने शिकंजा कस दिया है। सिविल सर्जन ने ऐसे अस्पतालों की जांच के लिए मेडिकल अफसरों की टीम का गठन किया है। सिविल सर्जन डॉ.चंडेश्वरी रजक ने भभुआ अनुमंडल के लिए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. रविन्द्र कुमार चौधरी, डॉ. सत्य स्वरुप तथा मोहनियां अनुमंडल के लिए अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शान्ति कुमार मांझी व डॉ. राज नारायण चौधरी की टीम गठित की है। सिविल सर्जन ने सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों के सहयोग से एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश जारी किया है। जिले में अवैध नर्सिंग होम और जांच घर का धंधा बेखौफ जारी है। फर्जी नर्सिंग होम, पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी, अल्ट्रासाउंड सेंटर एवं अन्य जांच घर के संचालन हो रहा है। रामगढ़, भभुआ व रामपुर में इलाज के दौरान कुछ मरीजों की मौत भी हो चुकी है। ऐसे अस्पतालों में ऑपरेशवन व प्रसव तक किए जा रहे हैं। इसके पहले भी जांच टीम गठित हुई थी और निजी अस्पतालों की जांच की गई थी। इस दौरान कई अस्पताल अवैध पाए गए। उन्हें नोटिस देकर निबंधन कराने और मानक के अनुसार अस्पताल संचालित करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन, अधिकतर अस्पताल प्रबंधन ने स्वास्थ्य विभाग के इस आदेश का पालन नहीं किया था।
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