मुकेश सहनी की वीआईपी की एनडीए में वापसी? बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कर दिया इशारा
- बिहार बीजेपी अध्यक्ष डॉक्टर दिलीप जायसवाल ने दावा किया है कि विपक्षी गठबंधन में टूट तय है। बुधवार को पटना में पत्रकारों से बातचीत में किसी दल का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि एक दल एनडीए के सम्पर्क में है। सहमति बनी तो उस दल को एनडीए में इंट्री मिल सकती है।

बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले राज्य में सियासी हलचल तेज है। दिल्ली में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात के बाद बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बताया था कि 17 अप्रैल को पटना में महागठबंधन में शामिल अन्य सभी दलों की एक अहम बैठक होगी। लेकिन महागठबंधन की इस अहम बैठक से पहले बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्य्क्ष दिलीप जायसवाल ने बड़ा दावा किया है। उनके इस दावे के बाद से अनुमान लगाया जा रहा है कि क्या मुकेश सहनी की वीआईपी की एनडीए में वापसी होने वाली है?
दरअसल बिहार बीजेप अध्यक्ष डॉक्टर दिलीप जायसवाल ने दावा किया है कि विपक्षी गठबंधन में टूट तय है। बुधवार को पटना में पत्रकारों से बातचीत में किसी दल का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि एक दल एनडीए के सम्पर्क में है। सहमति बनी तो उस दल को एनडीए में इंट्री मिल सकती है। यहां बता दें कि मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष ने कहा था कि वीआईपी को सम्मान नहीं मिला तो वह एनडीए में आ सकता है। उन्होंने बिहार में सहनी समाज को प्रभावी वोटर बताया था।
क्या बोले दिलीप जायसवाल…
बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकार बिहार के लोगों के विकास के लिए काम कर रही है। मैंने बार-बार इंडी गठबंधन और विपक्ष के लोगों को चुनौती दी है कि अगर हिम्मत है तो मेरे सामने बिहार के विकास पर डिबेट करे। सरकार दो काम के लिए बनती है। पहली विकास और दूसरा जनमानस की समस्या को सुनना। विकास पर मैं विपक्ष को चुनौती देता हूं कि वो आकर हमसे डिबेट कर ले। इसलिए 2025 के चुनाव में जनता मन बना चुकी है कि एनडीए की ही इसबार सरकार बनेगी।
दिलीप जायसवाल ने आगे कहा कि इंडी गठबंधन में अगर कांग्रेस , राजद का झोला ढोएगी तब ही उसका वजूद है। अब कांग्रेस को सोचना है कि वो क्या करे। तेजस्वी यादव कभी नहीं चाहेंगे कि बिहार में पांव पसार ले। तो ऐसी स्थिति में महागठबंधन में कुछ ऐसे घटक दल हैं, मैं किसी का नाम नहीं बोलना चाहूंगा। जो हर वक्त एनडीए में भी दरवाजा खोल कर रखना चाहते हैं। ऐसी परिस्थिति में हो सकता है कि उनका कोई एक घटक दल एनडीए की तरफ मुखातिब हो जाए। ऐसी भी संभावना बन रही है। अब इंडी गठबंधन में राजद की राजशाही नहीं चलेगी। कांग्रेस ने भी इसका मूड बना लिया है और घटक दल ने भी मूड बना लिया है।
पहले NDA के साथ थे मुकेश सहनी
बहरहाल बिहार में चुनावी माहौल के बीच मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी के एनडीए में फिर से शामिल होने की अभी सिर्फ अटकले हैं। इस पर खुद मुकेश सहनी की तरफ से स्पष्ट तौर से अब तक कुछ भी नहीं कहा गया है। आपको बता दें कि साल 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के वक्त मुकेश सहनी महागठबंधन का हिस्सा थे। लेकिन बाद में वो एनडीए में शामिल हो गए थे। एनडीए में शामिल होने के बाद मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी 11 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और उसके चार उम्मीदवारों ने जीत भी हासिल की थी। मुकेश सहनी को एनडीए सरकार में मंत्री भी बनाया गया था। लेकिन साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले वीआईपी महागठबंधन में शामिल हो गई थी।