अभियान चलाकर विद्यालयों में 16 हजार छात्रों का कराया नामांकन
बिहार के प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में 1 से 15 अप्रैल तक नामांकन के लिए चलाए गए अभियान में 16,400 छात्रों ने नया नामांकन कराया। इनमें से 10,000 छात्रों ने पहली कक्षा में और 6,400 छात्रों ने कक्षा 2...

नए सत्र में नामांकन के लिए प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में नामांकन के लिए अभिभावकों के बीच चलाया जा रहा था अभियान प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों ने घर-घर जाकर अभिभावकों को प्रेरित किया पहली से 15 अप्रैल तक नामांकन के लिए शिक्षा विभाग का चला अभियान ग्राफिक 10 हजार छात्रों का हुआ है पहली कक्षा में नामांकन 64 सौ छात्रों का हुआ है 2 से 7 तक में नामांकन (युवा पेज की लीड खबर) भभुआ, एक प्रतिनिधि। शिक्षा विभाग द्वारा पहली से 15 अप्रैल तक चलाए गए जारूकता अभियान से जिले के सरकारी विद्यालयों में 16400 बच्चों ने नया नामांकन कराया। इनमें से 10 हजार बच्चों ने पहली कक्षा में एवं कक्षा दो से सात तक में 6400 बच्चों का नामांकन हुआ है। विभाग के निर्देश पर आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़नेवाले बच्चों का पहली कक्षा में नामांकन लिया गया। पांचवीं कक्षा पास करनेवाले छात्रों ने मध्य विद्यालय की छठी कक्षा में दाखिला लिया है। विभाग ने पहले ही निर्देश दिया था कि मध्य विद्यालय की प्रधानाध्यापक छठी कक्षा में बच्चों का दाखिला लेने के लिए प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापकों से संपर्क स्थापित करें और छात्रों के अभिभावकों से भी बात करें। इसको लेकर विद्यालय के शिक्षकों द्वारा प्राथमिक विद्यालय के एचएम से मुलाकात कर पांचवीं कक्षा पास बच्चों की सूची उपलब्ध कराई और उनके अभिभावकों से मिलकर पोषक क्षेत्र के विद्यालय में नामांकन कराने के लिए प्रेरित किया। इसके अलावा प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक पोषक क्षेत्र के बच्चों के अभिभावकों से मिलकर नामांकन के लिए जागरूक किया। जागरूकता रैली भी निकाली गई। विद्यालयों में नामांकित बच्चों को सरकार द्वारा दी जानेवाली योजनाओं के लाभ के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि किताब, ड्रेस, मध्याह्न भोजन, छात्रवृत्ति आदि मुफ्त में दिया जाता है। इस अभियान में शिक्षकों के अलावा शिक्षा विभाग के अधिकारी भी जुटे थे। वह भी गांवों में जाकर अभिभावकों को प्रेरित कर रहे थे। अनामांकित छात्रों के लिए चलाया गया था अभियान शिक्षा विभाग की ओर से विद्यालयों को अपने पोषक क्षेत्र में ऐसे छात्रों की जांच करने का निर्देश दिया गया था, जिनका किसी स्कूल में नामांकन नहीं हुआ हो। ऐसे छात्र का नामांकन विद्यालयों में कराने की जिम्मेदारी शिक्षकों व शिक्षा विभाग को थी। शिक्षकों द्वारा इस अभियान को गति देने व सफलता पाने के लिए पोषक क्षेत्र के समाजसेवी, शिक्षा प्रेमी, जनप्रतिनिधि आदि को साथ लेकर अभिभावकों के पास जाकर उन्हें बच्चों का दाखिला कराने के लिए प्रेरित करते थे। काफी कम मिले अनामांकित बच्चे शिक्षक शिवकुमार गुप्ता, अरुण कुमार, धीरज कुमार आदि ने बताया कि विभागीय निर्देश पर चलाए गए अभियान के तहत पोषक क्षेत्र में जांच की गई और जो भी बच्चे विद्यालय से दूर थे, उन्हें विद्यालय में नामांकन कर लाया गया। हालांकि शिक्षकों का यह कहना था कि वैसे छात्र नहीं के बराबर मिल रहे हैं, जिनका कहीं नामांकन नहीं हुआ हो। शिक्षकों ने यह भी बताया कि कुछ ऐसे छात्र मिले हैं, जो नामांकन कराकर कुछ दिन विद्यालय आए और इसके बाद विद्यालय आना बंद कर दिए थे। ऐसे बच्चों का पुन: नामांकन लेकर उन्हें विद्यालय लाने का प्रयास किया जा रहा है। अभियान के बाद भी होगा नामांकन शिक्षा विभाग द्वारा नामांकन अभियान संपन्न होने के बाद भी विद्यालयों में बच्चों का दाखिला लिया जाएगा। अभियान के तहत जिले के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों की विभिन्न कक्षाओं में बच्चों का दाखिला लिया गया है। शिक्षकों ने बताया कि इस अभियान में आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ाई कर रहे छात्रों का नामांकन पहली कक्षा में किया गया है। पांचवी कक्षा पास कर मध्य विद्यालय की छठी कक्षा में छात्रों ने प्रवेश लिया है। अभी भी बहुत ऐसे छात्र हैं, जिनका नामांकन अभी तक नहीं हुआ है। ऐसे छात्रों का नामांकन बाद में भी लियाजाएगा। कोट विभागीय निर्देश पर प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में एक से 15 अप्रैल तक नामांकन अभियान चलाया गया। इसके तहत प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में लगभग 16400 छात्रों का नामांकन हुआ है। नामांकन प्रक्रिया विद्यालयों में अभी भी जारी रखी गई है। जो भी छात्र आएंगे उनका नामांकन कराया जाएगा विकास कुमार डीएन, डीपीओ, एसएसएए फोटो 15 अप्रैल भभुआ- 5 कैप्शन- भभुआ के नगरपालिका मध्य विद्यालय में मंगलवार को पढ़ाई करते बच्चे।
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