लखनऊ के लिए निकले, तहसीलदार को ज्ञापन सौंप लौट गए
Sitapur News - सीतापुर में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के चयन में भ्रष्टाचार के आरोपों ने प्रदर्शन को जन्म दिया। आवेदिकाओं ने विकास भवन के बाहर धरना दिया और बाद में कलेक्टेट परिसर में हंगामा किया। अभ्यर्थियों ने...

सीतापुर, संवाददाता। जिले में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के चयन में हुए भ्रष्टाचार का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा है। बृहस्पतिवार को विकास भवन के बाहर आंगनबाड़ी आवेदिकाओं ने धरना प्रदर्शन किया, जिसके बाद कलेक्टेट परिसर में भी जमकर हंगामा काटा। एडीएम ने अभ्यर्थियों को समझाने का प्रयास भी किया लेकिन वह नहीं माने और अपनी मांगों के साथ लखनऊ की तरफ कूच कर गए। हालांकि लखनऊ पहुंचने से पहले ही तहसीलदार सदर अतुल सेन सिंह के आश्वासन के बाद ज्ञापन सौंप कर लखनऊ जाने की योजना को रद्द किया। इससे पूर्व में विकास भवन से लेकर डीपीओ , सीडीओ कार्यालय तक जमकर हंगामा हो चुका है। चयन में हुए भ्रष्टाचार के मुद्दे को हिंदुस्तान समाचार पत्र ने सरकारी कर्मचारियों की पत्नी का बीपीएल कोटे से चयन शीर्षक से प्रमुखता से छापा था।
विकास भवन परिसर व जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर आधा सैकड़ा अभ्यर्थियों ने आंगनवाड़ी चयन में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। प्रदर्शन के दौरान जिलाधिकारी के नाम दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती गई व अपात्र और अयोग्य अभ्यर्थियों का चयन किया गया। अभ्यर्थियों का आरोप है कि हरगांव, मछरेहटा, खैराबाद ,पहला, कसमण्डा, गोंदलामऊ और सिधौली आदि ब्लाकों में सभी लोगों ने रिश्वत की मांग की है। एडीएम नीतिश कुमार सिंह ने बताया कि दो डिप्टी कलेक्टर मोहसिन बानो व देवेंद्र मिश्रा की दो सदस्यीय कमेटी जांच कर रही है। जल्द ही रिपोर्ट सौंपी जाएगी, जिसके बाद वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
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