मलेरिया दिवस: मच्छरों की रोकथाम को फॉगिंग कार्य प्रधानों के भरोसे, मशीन खरीदे या फिर किराये पर लाएं
Etah News - संचारी रोग नियंत्रण अभियान में ग्राम प्रधानों को मच्छरों की रोकथाम के लिए फॉगिंग कराने की जिम्मेदारी दी गई है। अभियान के 25 दिन में 122 वार्डों में फॉगिंग कार्य हुआ है। स्वास्थ्य विभाग ने 1722 टीमों...

संचारी रोग नियंत्रण अभियान में मच्छर, संचारी रोगों की रोकथाम के लिए होने वाला फॉगिंग कार्य ग्राम प्रधानों के भरोसे छोड़ा गया है। फिर चाहे प्रधान मशीन खरीदकर फॉगिंग कराएं या फिर किराये पर लेकर कराएं। अभियान में जिला पंचायत राज विभाग को 569 ग्राम पंचायतों में मच्छरों एवं संचारी रोगों की रोकथाम के लिए साफ-सफाई, फॉगिंग कार्य कराया जाना है। अभियान में 25 दिन पूरे हो गए है। अभियान में फॉगिंग कराने के लिए ग्राम प्रधानों को जिम्मेदारी दी गई है। वह मशीन खरीदकर या किराये पर लेकर गांव-गांव फॉगिंग कार्य कराएं। सूत्रों की मानें तो फॉगिंग मशीन किसी भी ग्राम पंचायत में खरीदने की प्रक्रिया अभी तक पूर्ण नहीं हो सकी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से ब्लॉक स्तरीय सीएचसी पर दो-दो फॉगिंग मशीन दी गई है। इसमें से वर्तमान में एक-एक मशीन प्रत्येक सीएचसी पर सक्रिय है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई फॉगिंग मशीन से 25 दिन में सभी ग्राम पंचायतों में फॉगिंग कार्य प्रत्येक सप्ताह कराया जाना संभव हो सकेगा।
फॉगिंग कराने को डीजल-पेट्रोल की होती जरूरत
मच्छरों की रोकथाम के लिए ग्राम पंचायतों में फॉगिंग करायी जानी है। फॉगिंग मशीन संचालन के लिए एक लीटर दवा में मिलाने के लिए 19 लीटर डीजल और चार लीटर पेट्रोल की आवश्यकता होती है। फॉगिंग कराने के लिए यह खर्च ग्राम प्रधान को उठाना पड़ता है। इसमें दवा स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी जाती है।
दो सीएचओ को दिया नोटिस, स्पष्टीकरण न देने पर रुकेगा वेतन
गुरुवार को सीएचसी अलीगंज पर एमओआईसी, सीएचओ की बैठक हुई। बैठक में मंडल सर्विलांस अधिकारी डा. देवेन्द्र वार्ष्णेय, जिला सर्विलांस अधिकारी डा. सतीश चंद्र नागर और प्रभारी जिला मलेरिया अधिकारी लोकमन सिंह ने मरीजों का डाटा यूडीएसपी पोर्टल पर अपलोड न करने पर नाराजगी व्यक्त की। साथ ही एमओआईसी, सीएचओ को हिदायत दी कि पोर्टल पर मरीजों का डाटा अपलोड न होने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। प्रभारी जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि बैठक में दो सीएचओ योगेश, पारस अनुपस्थित रहे, जिनको नोटिस दिया गया है।
संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान गांव में प्रति सप्ताह फॉगिंग करानी है। इसकी ग्राम प्रधानों को जिम्मेदारी दी गई है। फिर चाहे वह फॉगिंग मशीन खरीदे या किराये पर लाकर कराएं। प्रधान ग्राम पंचायतों में फॉगिंग कार्य करा रहे हैं।-मोहम्मद जाकिर, डीपीआरओ, एटा।
122 वार्ड में कराया जा सका है फॉगिंग कार्य
संचारी रोग नियंत्रण अभियान के नोडल स्वास्थ्य विभाग है। अभियान संचालन कार्य देख रहे प्रभारी जिला मलेरिया अधिकारी लोकमन सिंह ने बताया कि जनपद में 153 वार्ड है। जिसमें से अब तक 122 वार्ड में फॉगिंग कार्य कराया जा सका है। अर्बन क्षेत्र जलेसर, एटा और अलीगंज में 25-25 वार्ड है। इसके अलावा निधौलीकलां, माहररा, सकीट, अवागढ़ अर्बन क्षेत्र में वार्ड की संख्या 10 से 15 तक है।
अभियान के 25 दिन में मिला एक मलेरिया पॉजिटिव, 1204 संभावित
प्रभारी जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान में 1722 टीमों ने ग्रामों में 1204 संभावित बुखार रोगी तलाशे हैं, जिनमें से कोई डेंगू, मलेरिया पॉजिटिव नहीं निकला है। उपचार के बाद सभी की हालत ठीक है। अभियान में अब तक 37 हजार मलेरिया और 1370 डेंगू जांच करायी गई है।, जिसमें से एक मलेरिया पॉजिटिव महिला आसपुर की नगमा निकली। आसपुर में स्वास्थ्य टीम ने 27 की ओपीडी की, जिसमें से 11 मलेरिया जांच करायी गई। कोई पॉजिटिव नहीं निकला।
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