पंचायती राज दिवस पर पीएम ने मधुबनी से मुंगेर के 7038 लाभुकों को दी सौगात
प्रधानमंत्री के बिहार आगमन से मुंगेर में 7038 पीएम आवास लाभुकों को लाभ मिला है। कार्य जो दो महीने में होते, वे एक सप्ताह में पूरे हुए। 2248 लाभुकों को पहली किस्त, 2031 को दूसरी और 361 को तीसरी किस्त...

मुंगेर, निज प्रतिनिधि। प्रधानमंत्री के बिहार के मधुबनी आगमन को लेकर पीएम आवास के लाभुकों के लिये सोने पे सुहागा जैसी कहावत चरितार्थ होती है। जिस कार्य में कम से कम दो महीने का समय लगता,वह काम महज एक सप्ताह के अंदर पूरा हो गया। पीएम के आगमन को लेकर जहां बिहार को 10 लाख आवास का तोहफा मिला तो वहीं मुंगेर में 7038 पीएम आवास के लाभुकों को लाभ मिला है। वैसे भी जिले में 12 हजार से भी अधिक आवास का लक्ष्य था। जिसमें 10 हजार लाभुकों को आवास का लाभ दिया गया है। जिसमें दो हजार लाभुक वेटिंग लिस्ट में था, उसमें 695 लाभुकों का चयन किया गया। जबकि 900 अयोग्य लाभुक निकला, जबकि 200 लाभुकों को मकान बनाने के लिये जमीन उपलब्ध नहीं है।
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प्रधानमंत्री आगमन को लेकर दो महीने की जगह एक सप्ताह के भीतर पीएम आवास के लाभुकों को मिला लाभ:
सबसे अहम बात तो यह है कि प्रधानमंत्री के बिहार आगमन का असर है कि जो कार्य दो महीना में नहीं होता वह महज एक सप्ताह के भीतर हो गया। पीएम के आगमन के पहले ही मुंगेर जिले में 7038 लाभुकों को फायदा हुआ है। लाभुकों में काफी खुशी देखी जा रही है। लाभुकों ने बताया कि पीएम का बिहार आगमन हमलोगों के लिये काफी फायदा मिला है। जल्द कार्य होने के कारण विचौलियों की एक नहीं चली। तुरंत निर्माण कार्य के लिये राशि प्राप्त हो गया।
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पीएम आवास के तहत पिछले एक सप्ताह के अंदर किये गए कार्य:
प्रधानमंत्री के बिहार आगमन से कर्मियों ने अपने कार्यों का दायित्व बढ़-चढ़कर निभाया। एक सप्ताह के अंदर 2248 लाभुकों को प्रथम किस्त की राशि दी गई। 2031 लाभुकों को द्वितीय किस्त की राशि तथा 361 लाभुकों को तृतीय किस्त की राशि दी गई। इसके अलावा 2348 लाभुकों को आवास के लिये स्वीकृति पत्र दिया गया, तो वहीं 70 पीएम आवास के लाभुकों को गृह प्रवेश के लिये चाबी प्रदान किया गया। गौरतलब है कि कम समय में पीएम आवास के लाभुकों को प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय किस्त की राशि के साथ ही नए लाभुकों को स्वीकृति पत्र भी दे दी गई।
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सरकार ने अपना काम कर दिया है, अब लाभुक समय पर अपना मकान बना लें। कर्मियों ने युद्ध स्तर पर कार्य करते हुए दो महीना का कार्य एक सप्ताह के भीतर करके दिखा दिया है। राशि प्राप्त कर मकान नहीं बनाने वाले लाभुकों पर कार्रवाई भी की जा सकती है। इस लिये लाभुक भी युद्ध स्तर पर अपना मकान बनाए, अन्यथा कार्रवाई के लिये तैयार रहें।
अजीत कुमार सिंह, डीडीसी मुंगेर।
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