कैमूर में हुई रिमझिम बारिश ने बढ़ाई उमस, फसल को लाभ
भभुआ जिले में धान के पौधों को तीखी धूप से राहत की उम्मीद है। सोमवार को कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई, जिसने किसानों में आशा जगाई। हालांकि, बारिश पर्याप्त नहीं थी और किसान अभी भी सिंचाई कर रहे हैं।...

तीखी धूप में झुलस रहे धान के पौधों को हराभरा होने की किसानों को उम्मीद मेघ के गर्जन व चमक से सहमे लोग, जिले में झमाझम बारिश की है जरूरत (पेज चार की फ्लायर खबर) भभुआ, हिन्दुस्तान संवाददाता। कैमूर में सोमवार को कही रिमझिम तो कहीं बूंदाबादी बारिश हुई और कहीं वर्षा हुई ही नहीं। जिस क्षेत्र में बारिश होने के बाद धूप निकली, वहां उमस बढ़ गई, जबकि कुछ इलाकों में बारिश के बाद बादल बने रहने से राहत मिली है। यह बारिश खेतीबारी के लिए पर्याप्त तो नहीं है, पर तीखी धूप में सूख रहे धान के बिचड़ा को हराभरा हो जाने की उम्मीद किसानों को है।
हालांकि किसान अभी भी बिचड़ा को जीवित रखने के लिए सिंचाई कर रहे हैं। जिले के भभुआ व चांद में रिमझिम तथा चैनपुर व भगवानपुर में बूंदाबांदी बारिश हुई, जबकि रामपुर प्रखंड में बारिश हुई ही नहीं। वहां पूरे दिन धूप रही। गर्म मौसम के बीच दो-तीन दिनों से बीच-बीच में बादल उमड़-घुमड़ रहे थे, लेकिन बिना बरसे निकल जा रहे थे। सोमवार की दोपहर अचानल बारिश हुई। जिले के विभिन्न क्षेत्रों के किसान अपने निजी संसाधनों से रोहिणी नक्षत्र में खेतों में धान का बिचड़ा डाले हुए हैं। जबकि कुछ संसाधनविहिन किसान मृगशिरा नक्षत्र में भाड़े के डीजल पंप, मोटर व समरसेबल से खेतों में पानी भरकर धान का बिचड़ा डाल रहे हैं। बढ़ते तापमान व तीखी धूप के कारण धान का बिचड़ा मुरझा रहे थे। पौधों का विकास भी धीमी गति से हो रहा था। लेकिन, सोमवार की हल्की बारिश ने किसानों में उम्मीद जताई है। किसानों का मानना है कि एक-दो दिनों में झमाझम बारिश होने का पूर्वानुमान मौसम विभाग द्वारा लगाया जा रहा है। अगर ऐसा हुआ, तो कैमूर के लगभग सभी किसान धान का बिचड़ा डाल देंगे और खेतों में मुरझा रहे पौधे लहलहाने लगेंगे। वर्षा के पानी से सब्जी की फसल को लाभ भभुआ। कैमूर में सोमवार की दोपहर में हुई बारिश से खेतों में मुरझा रहे सब्जी के पौधों को लाभ मिला मिला। इस पानी से फसल की हल्की सिंचाई हो गई है। किसान हर एक दिन बाद पौधों की सिंचाई कर रहे हैं। फिर भी तपिश से पौधों की पत्तियां झुलस रही थीं। किसान विरेन्द्र सिंह, कुंवर सिंह, तेजपति सिंह और सत्येन्द्र सिंह ने बताया कि हमलोग खेत में कद्दू, नेनुआ, करैला, बोदी, भिंडी, पालक, मूली आदि सब्जी लगाए हुए हैं। तीखी धूप के कारण सब्जी के पौधे झुलस रहे थे। सोमवार की दोपहर में कुछ देर तक हुई बारिश से फसल की हल्की सिंचाई हो गई। जमी मिट्टी व धूल कीचड़ में तब्दील भभुआ। सड़क व गलियों में जमी धूल व मिट्टी पर वर्षा का पानी पड़ते ही वह कीचड़ में तब्दील हो गई। शहर की नई बस्तियों में जहां सड़क नहीं बनी है, वहां की कच्ची गलियों से आने-जाने लोगों को परेशानी हुई। हालांकि अभी लोगों में तेज बारिश होने की उम्मीद है। फोटो-16 जून भभुआ- 11 कैप्शन- भभुआ शहर में सोमवार को बारिश के दौरान भींगने से बचने के लिए सदर अस्पताल में छतरी ओढ़कर जातीं युवतियां।
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