ट्रैक्सन मशीन खराब रहने से रीढ़ की हड्डी के मरीज परेशान
फिजियोथेरेपी सेंटर में हाइड्रोकोलेटर पैक, क्रायोथेरेपी, एल्बो सीपीएम, माइक्रोवेभ डायथर्मी सहित कई जरूरी मशीनें नहीं मरीजों को निजी केंद्र पर फिजियोथेरेपी कराने पर जेब करनी पड़ रही है ढीली

फिजियोथेरेपी सेंटर में हाइड्रोकोलेटर पैक, क्रायोथेरेपी, एल्बो सीपीएम, माइक्रोवेभ डायथर्मी सहित कई जरूरी मशीनें नहीं मशीनों के अभाव में मरीजों को निजी केंद्र पर जाकर करना पड़ रहा अभ्यास मरीजों को निजी केंद्र पर फिजियोथेरेपी कराने पर जेब करनी पड़ रही है ढीली ग्राफिक्स 700 मरीज प्रत्येक माह करा रहे फिजियोथेरेपी 350 मरीज हर माह एक्सरसाइज की ले रहे सलाह (पड़ताल/पेज तीन की लीड खबर) भभुआ, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। सदर अस्पताल के फिजियोथेरेपी सेंटर में ट्रैक्सन मशीन पिछले पांच माह से खराब है। इससे रीढ़ की हड्डी के मरीजों को परेशानी हो रही है। यह मशीन रीढ़ की हड्डी पर दबाव कम करती है और उसकी गतिशीलता बढ़ाती है।
यह मशीन रीढ़ को धीरे-धीरे खींचकर काम करती है, जिससे दर्द कम होता है और कार्यक्षमता में सुधार होता है। ग्रीवा क्षेत्र में ट्रैक्सन लगाकर गर्दन के दर्द और अकड़न से राहत देने का काम किया जाता है। यहां हाइड्रोकोलेटर पैक, क्रायोथेरेपी, एल्बो सीपीएम, माइक्रोवेभ डायथर्मी सहित कई जरूरी मशीनें नहीं हैं। फिजियोथेरेपी सेंटर में उक्त मशीनें नहीं रहने के कारण मरीजों को इसी सेवा लेने के लिए निजी केंद्र पर जाना पड़ रहा है, जिससे उनकी जेब ढीली हो रही है। हालांकि सदर अस्पताल के फिजियोथेरेपी केंद्र में कई आवश्यक उपकरण उपलब्ध हैं, जिसका लाभ मरीजों को दिया जा रहा है। विकास कुमार की गर्दन में सर्वाइकल स्पोडोलोसिस है, जिसे ठीक करने की सुविधा इस सेंटर पर नहीं मिली। वह लौट गए। महावीर बिंद केहुनी के जाम रहने से परेशान है। महावीर ने कहा कि वह दो माह से परेशानी झेल रहा है। निजी केंद्र वाले ज्यादा पैसा मांग रहे हैं। फिजियोथेरेपी सेंटर में दर्द व सुजन के लिए हाइड्रोकोलेटर पैक, डीप मांसपेशी को ठीक करने वाली लेजर थेरेपी मशीन, खिलाड़ियों के दर्द को तत्काल ठीक करने वाली क्रायोथेरेपी मशीन, पुराना एवं गहरा दर्द को ठीक करने वाली माइक्रोवेभ डायथर्मी मशीन, केहुनी जाम को ठीक करने वाली एल्बो सीपीएम मशीन, कमर व गर्दन के खींचाव को ठीक करने वाली सर्वाइकल स्पोडोलोसिस मशीन सहित अन्य कई मशीनें सदर अस्पताल के फिजियोथेरेपी सेंटर में नहीं हैं। इन मशीनों से दी जा रही फिजियोथेरेपी सुविधा भभुआ। सदर अस्पताल के फिजियोथेरेपी सेंटर में उपलब्ध मशीनों से मरीजों को फिजियोथेरेपी की सुविधा दी जा रही है। नस को ठीक करने वाली टेंस मशीन, सेकाई करने वाली डायाथर्मी मशीन, लकवा मरीज के नस को ताकत देने वाली मसल इस्टुमुलेटर मशीन, मांसपेशी को ठीक करने वाली वाइबरेटर मशीन, शरीर में सभी प्रकार के दर्द को ठीक करने वाली अल्ट्रासांउड थेरेपी मशीन, दर्द व सुजन के लिए आईआर मशीन, शरीर में सुजन व कड़ापन को दूर करने के लिए वैक्सवाथ मशीन, कलाई के लिए रिस्ट एक्सरसाइज, कंधा जाम के लिए सोल्डर मोविलाइजर, घुटने में दर्द के बाद करडी सेप्सचेयर, कमर में दर्द के लिए पेल्वीक टिल्स मशीन, सीपी बॉल एक्सरसाइज मरीजों को कराया जाता है। हि.प्र. सिर्फ छह घंटा दी जाती है सेवा भभुआ। फिजियोथेरेपी सेंटर में प्रतिदिन औसतन 28 मरीजों को फिजियोथेरेपी व 15 मरीजों को होम प्रोग्राम एक्सरसाइज की जानकारी दी जा रही है। सदर अस्पताल का फिजियोथेरेपी केन्द्र सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक ही खुलता है। सेंटर में फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. प्रमोद कुमार सिंह, डॉ. रजनीश कुमार पटेल व डॉ. प्रीतम सिंह कुशवाहा मरीजों की तकलीफ के अनुसार फिजियोथेरेपी कर स्वस्थ कर रहे हैं। सदर अस्पताल के जेरियाटिक वार्ड में 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के मरीजों को भी फिजियोथेरेपी सेवा दी जा रही है। घुटना, कमर व कंधा में दर्द को फिजियोथेरेपी के माध्यम से ठीक किया जा रहा है। सांस फुलने से बचाव व फेफड़ा का एक्सरसाइज बताया जाता है। इसके अलावा बाल संरक्षण गृह में भी सीपी बच्चों का इलाज किया जाता है। कोट सदर अस्पताल के फिजियोथेरेपी सेंटर में आने वाले मरीजों को उपलब्ध मशीनों से फिजियोथेरेपी की नि:शुल्क बेहतर सुविधा दी जा रही है। सेंटर में कई और बेहतर मशीनों को उपलब्ध कराने के लिए विभाग को लिखा गया है। डॉ. विनोद कुमार सिंह, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल फोटो- 08 मई भभुआ- 3 कैप्शन- सदर अस्पताल के फिजियोथेरेपी सेंटर में गुरुवार को मरीज का फिजियोथेरेपी करते फिजियोथेरेपिस्ट।
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