बरहपुरा से बैरंग लौटी जलमीनार निर्माण कार्य को गई बुडको की टीम
निगम क्षेत्र के वार्ड 33 में बनाया जाना है 25 लाख गैलन क्षमता का जलमीनार

भागलपुर, वरीय संवाददाता नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 33 स्थित बरहपुरा ईदगाह मैदान के पास जलमीनार निर्माण कार्य बुधवार को एक बार फिर हंगामे की भेंट चढ़ गया। बताया जा रहा है कि बुडको की टीम स्थल पर जलमीनार की जमीन की पैमाइश के लिए पहुंची थी। इस दौरान वहां स्थानीय कुछ लोगों ने जलमीनार निर्माण के विरोध में हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद बुडको की टीम को वहां से लौटना पड़ गया। हालांकि विधि व्यवस्था के लिहाज से मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल की भी मौजूदगी रही। बता दें कि स्थानीय लोगों समेत एक पक्ष जलमीनार निर्माण के समर्थन में है तो दूसरा पक्ष विरोध में। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी 11 जून 2024 को निर्माण कार्य के लिए पहुंची बुडको की टीम को कुछ स्थानीय लोगों के विरोध के बाद बैरंग लौटना पड़ गया था।
निजी स्वार्थ में जनहित का कार्य बाधित कर रहे कुछ लोग : बंटी
मामले को लेकर वार्ड 33 के पार्षद प्रतिनिधि बंटी ने बताया कि वार्ड में 25 लाख गैलन क्षमता का यह जलमीनार बनाया जाना है। इससे वार्ड वार्ड 33, 34 और 35 समेत करीब आसपास की डेढ़ लाख की आबादी को पेयजल की सुविधा मिलेगी। लेकिन कुछ लोग निजी स्वार्थ के कारण जनहित की इस योजना को लगातार बाधित कर रहे हैं। बंटी ने बताया कि माननीय हाईकोर्ट की ओर से विपक्षियों की दाखिल याचिका खारिज कर स्थानीय स्तर पर जिला पदाधिकारी के माध्यम से इसके समाधान का आदेश दिया गया था। इसको लेकर जिला पदाधिकारी को भी मामले से अवगत कराया गया था। पूर्व में भी उन्होंने जलमीनार निर्माण को लेकर स्वीकृति दी थी। इधर, बीते सात अप्रैल को जिला पदाधिकारी जलमीनार निर्माण कार्य के लिए टीम गठित कर पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर भेजा था।
ईदगाह की जमीन पर नहीं हो सकता सरकारी कार्य : परवेज
इधर, दूसरे पक्ष शमीम मल्लिक के भाई मो. परवेज ने बताया कि माननीय हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार ईदगाह की जमीन पर कोई सरकारी कार्य नहीं हो सकता। माननीय हाईकोर्ट ने स्थानीय स्तर पर जिला पदाधिकारी स्तर से मामले के निष्पादन का आदेश दिया था। इसके बाद सारे दस्तावेज आवेदन के साथ उन्हें सौंपा था। इसी बीच बुधवार को बुडको की टीम यहां काम करने पहुंच गई। इसी का विरोध सैकड़ों स्थानीय लोगों के साथ-साथ हमने भी किया। काफी कहने पर भी जब काम नहीं रोका गया तो इसकी सूचना मैंने सदर अनुमंडल पदाधिकारी को फोन पर दी। इसके बाद काम रोका गया और पूरी टीम वापस लौटी।
ईदगाह व बोरिंग की जगह के बीच परती जमीन पर हो रहा निर्माण : अफसाना
इधर, मार्च में ही वार्ड 33 की पार्षद अफसाना ने जिला पदाधिकारी को ज्ञापन देकर वार्ड में जलमीनार का निर्माण जल्द से जल्द कराने की मांग की थी। ज्ञापन में बताया गया था कि जिस जमीन पर जलमीनार प्रस्तावित है, वह ईदगाह मैदान और बोरिंग की जमीन के बीच मजार व परती जमीन है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था। वार्ड संख्या 33 और 34 में पानी की समस्या को देखते हुए वार्ड संख्या 33 की पार्षद अफसाना ने ईदगाह मैदान और बोरिंग की जमीन के बीच मजार व परती जमीन पर जलमीनार बनाने का प्रस्ताव नगर निगम के सामने रखा था। उन्होंने बताया कि ईदगाह मैदान के पश्चिम उत्तर भाग पर नगर निगम भागलपुर का बोरिंग लगभग 50 वर्षों से है। यहां नगर निगम के पंप ऑपरेटर भी कार्यरत रहे हैं। 2005 में बोरिंग फेल होने के बाद इसे बंद कर दिया गया। 2012 में नगर निगम ने फिर से बोरिंग कराया, जो फेल हो गया। इसके बाद नगर निगम की ओर से फिर से जलमीनार और बोरिंग का टेंडर निकाला गया है, लेकिन अब तक इसका निर्माण पूरा नहीं हो सका है। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति इस निर्माण पर विरोध जताता है तो यह सरासर गलत है।
कोट-----
जलमीनार बनाने का आदेश है। जनहित में यह कार्य हो रहा है। इसमें बेवजह अड़ंगा लगाया जा रहा है। दूसरे पक्ष के लोग मुझे व बेटों को मारने की धमकी देते हैं।
अफसाना, पार्षद, वार्ड 33
कोट-----
माननीय हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार ईदगाह की जमीन पर सरकारी कार्य नहीं हो सकता। जिला पदाधिकारी को सारे दस्तावेज के साथ आवेदन दिया गया है।
- मो. परवेज (शमीम मल्लिक के भाई)
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हंगामा होने की सूचना पर विधि-व्यवस्था संधारण के लिए मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई थी। जलमीनार निर्माण का कार्य बुडको को कराना है।
- धनंजय कुमार, सदर एसडीओ
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बरहपुरा में हंगामा होने की सूचना नहीं है। कार्यालय के कार्य से बांका आया हूं।
-अखिलेश प्रसाद सिंह, कार्यपालक अभियंता, बुडको
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