बोले पूर्णिया : बस पड़ाव बने, जलजमाव की समस्या से मिले निजात
पूर्णिया जिले में आठ नगर पंचायतों की स्थापना की गई है, जिनमें मीरगंज नगर पंचायत भी शामिल है। मीरगंज की 17 वार्डों में 25,000 से अधिक जनसंख्या है। हालांकि, जलजमाव, शुद्ध पेयजल और अन्य बुनियादी सुविधाओं...
पूर्णिया जिले में कुल आठ नगर पंचायत अलग-अलग प्रखंडों में स्थापित किए गए। इसी में एक मीरगंज नगर पंचायत भी है। माना जा रहा है कि नगर पंचायत की स्थापना क्षेत्र के विकास के मकसद से की गई। सबसे पहले पूर्णिया में एक नगर पालिका बनी थी जो अंग्रेज के जमाने से स्थापित थी। इसके बाद कसबा और बनमनखी को नगर पंचायत का दर्जा दिया गया। इसके बाद जब अन्य प्रखंडों में नगर पंचायत बनने लगा तो नगर पंचायत कसबा और बनमनखी को नगर परिषद का दर्जा दिया गया। इसी के साथ ही जिले में आठ नगर पंचायत क्रमशः रुपौली, भवानीपुर, धमदाहा, मीरगंज अमौर, बायसी, चंपानगर और जानकीनगर में हैं। सरकारी निर्देशानुसार इन नगर पंचायत में काम भी शुरू हो गया है। हालांकि अभी सब नगर पंचायत थोड़ा नया है तो विकास कार्यों को समझ कर आगे बढ़ाया जा रहा है। मीरगंज नगर पंचायत क्षेत्र में 17 वार्ड हैं। इसमें 25 हजार से अधिक आबादी है। नगर पंचायत बनने के बाद भी यहां बरसात के समय जल जमाव की पुरानी समस्या बरकरार है और शुद्ध पेयजल की भी समस्या शुरुआती दौर से बनी हुई है। बोले पूर्णिया संवाद के दौरान जब स्थानीय लोगों से बात की गई तो उन्होंने अपना दर्द बयां किया।
08 नगर पंचायत हैं पूर्णिया जिले में
25 हजार जनसंख्या है मीरंगज नगर पंचायत में
17 वार्ड का है मीरगंज नगर पंचायत
01 नगर निगम और दो नगर परिषद हैं पूर्णिया में
मीरगंज ग्राम पंचायत को नगर पंचायत का केवल दर्जा बदला है लेकिन क्षेत्र की सूरत नहीं बदल पाई है। मीरगंज नगर पंचायत के गठन हुए लगभग तीन साल बीत जाने के बाद भी जलजमाव, सार्वजनिक शौचालय निर्माण, शुद्ध पेयजल की समस्या से जूझना यहां के लोगों की नियति बनी हुई है। समय बीता, प्रतिनिधि भी बदले पर नहीं बदली तो सिर्फ मीरगंज नगर पंचायत की तस्वीर। मीरगंज को नगर पंचायत बनने के बाद भी नगर पंचायत से जुड़ी बुनियादी सुविधाएं स्थानीय लोगों को भी मयस्सर नहीं है। कुरसेला जोगबनी स्टेट हाईवे पर मीरगंज नगर पंचायत के मीरगंज बाजार में सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण मानी जाने वाली सड़कों की बदहाली देख कर स्वतः विकास कार्यों का अंदाजा लगाया जा सकता है। बाजार के सड़कों पर हल्की बारिश में ही जलजमाव विकास के दावों की पोल खोल देता है। खासकर मानसून में सड़कों पर लगातार जलजमाव के कारण पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को विद्यालय पहुंचने में एवं राहगीरों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। गुणवत्तापूर्ण नाला निर्माण का कार्य नहीं होने के कारण नाला ओवरफ्लो होने के कारण भी सड़कों पर पानी बहने लगता है।
बस पड़ाव में नहीं हैं सुविधाएं:
मीरगंज नगर पंचायत होने के साथ-साथ व्यस्त बस पड़ाव है। यहां से प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोग पूर्णिया, कटिहार, सहरसा, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पटना, भागलपुर आदि स्थानों के लिए गाड़ियां पकड़ते हैं। लेकिन बस पड़ाव में शुद्ध पेयजल, शौचालय, यात्रियों के बैठने का इंतजाम आदि सुविधा नदारद है। यदि इस बस पड़ावों पर अपने परिवार एवं बाल बच्चों के साथ कुछ घंटे इंतजार करना पड़े तो वह क्षण आपके लिए परेशानी का सबब बन जायेगा। वैसे भी स्थानीय लोगों की आम शिकायत है कि योजनाओं के मामले में इस क्षेत्र की हमेशा उपेक्षा होती रही है। यही वजह है कि आज भी लोगों को शुद्ध पेयजल, स्वास्थ्य, उच्च शिक्षा, सुरक्षा, शौचालय, बस पड़ाव, सुरक्षा की समस्या से जूझना नियति बन गई है। स्वास्थ्य सुविधा की हकीकत कुछ और ही है। लाचार गरीब असहाय बेबस ग्रामीण डॉक्टरों और नीम हकीम के चक्कर में पड़कर असमय ही काल कवलित होने को विवश हैं। रोजगार की ऐसी व्यवस्था है कि खेतिहर मजदूर व आमजन अपने व अपने परिवार के लोगों का पेट के लिए दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल का जल पहुंचाने के लिए लाखों करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी धरातल पर दम तोड़ती नजर आ रही है। लोगों का कहना है कि अधिकांश जगह पर नियमित रूप से पानी नहीं आता है, दूसरा जहां आता भी है तो बिल्कुल गंदा पानी, जो पीने लायक नहीं रहता है। क्षेत्रवासी लौहयुक्त पानी पीने को विवश हैं ।
शिकायत
1. जल नल की योजना हो गई है धराशाई
2. अधिकारियों की उदासीनता के कारण शुद्ध पेयजल नहीं
3. टैक्स तो लिया जाता है लेकिन सुविधा नहीं
4. नगर पंचायत क्षेत्र में सफाई की भी है समस्या
5. इस क्षेत्र में पर्याप्त रोशनी की भी काफी कमी
सुझाव
1. लोगों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था हो
2. नल जल योजना में सुधार की सख्त दरकार
3. टैक्स ले तो वाजिब सुविधा भी लोगों को दें
4. क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में स्ट्रीट लाइट लगे
5. जल निकासी की अच्छी व्यवस्था हो
हमारी भी सुनें :
1. मीरगंज नगर पंचायत के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का ग्रामीणों के साथ आज तक कोई आम सभा का आयोजन नहीं किया गया है। इस कारण भी अपेक्षित विकास नहीं हो सका है।
मृत्युंजय सिंह
2. मीरगंज बाजार में पार्किंग की समुचित व्यवस्था नहीं रहने से दुकानदारों के साथ-साथ खरीदारी करने वालों को वाहनों को रखने में बहुत परेशानी होती है। जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए भी लोगों को परेशानी होती है।
नवीन कुमार
3. मीरगंज वासी वर्षों से विकास के इंतजार में टकटकी लगाए हुए हैं। बाजार में शुद्ध पेयजल का अभाव, जल जमाव, सार्वजनिक शौचालय की समस्या से निजात की योजना पर काम की आवश्यकता है।
कुमार वीर व्रत
4. मीरगंज बाजार में सौदर्यीकरण के साथ-साथ सुरक्षा के लिए बाजार में सीसीटीवी कैमरा लगे। बाजार में शुद्ध पेय जल लगाने की आवश्यकता है l त्रिवानी नदी पर सभी सुविधा के साथ शव दाह गृह का निर्माण होना चाहिए।
मुनचुन साह
5. मीरगंज बाजार में सार्वजनिक शौचालय का घोर अभाव है। महिलाओं को दिक्कत होती है। शुद्ध पेयजल नहीं मिलता है। वाहनों के लिए के लिए पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए।
गंगा साह
6. मीरगंज बाजार में जल जमाव की समस्या से लोग परेशान रहते हैं। बरसात में काफी दिक्कत होती है। इसका स्थाई निदान होना जरूरी है। बाजार में पार्किंग की भी व्यवस्था हो।
कौशल कुमार
7. मीरगंज चौक पर चौमुखी मार्ग होने की वजह से अक्सर जाम की समस्या लगी रहती है। लोगों को आवाजाही में काफी समस्या उत्पन्न होती है। ट्रेफिक सिग्नल के साथ-साथ यात्री शेड का निर्माण जरूरी है। बरसाती पानी की निकासी का स्थायी प्रबंध हो। स्ट्रीट लाईट की व्यवस्था होनी चाहिए।
सुनिल सिंह
8. मीरगंज वासी विकास की उम्मीद बनाये हुए हैं। जल्द ही इस दिशा में कार्य हो ताकि क्षेत्र के साथ-साथ लोगों का विकास हो सके। हमें उम्मीद है कि मीरगंज जिला में नंबर एक नगर पंचायत होगा।
निखिल सिंह
9. मीरगंज में शौचालय के साथ शुद्ध पेयजल की व्यवस्था हो। मीरगंज हाट को स्मार्ट हाट बनाना चाहिए। पानी निकासी का समुचित व्यवस्था हो। जन्म- मृत्यु पंजीकरण में लोगों को परेशानी नहीं हो।
अभिनंदन कुमार
10. मीरगंज नगर पंचायत में मूलभूत समस्याओं पर काम नहीं हो रहा है। मीरगंज बाजार में जल जमाव की समस्या से निजात के लिए कार्य हो एवं सार्वजनिक शौचालय, शुद्ध पेयजल की समस्या से निजात मिले।
निरंजन कुमार
11. मीरगंज बाजार में खासकर बरसात के समय जलजमाव की समस्या से स्थानीय लोगों राहगीरों और छात्र छात्राओं को बहुत कठिनाई होती है। स्वास्थ्य सेवा की लचर व्यवस्था से भी खासकर गरीब असहाय लोग और असमय कालकवलित हो जाते हैं।
बरुण ठाकुर
12. मीरगंज बाजार में सार्वजनिक शौचालय के साथ साथ वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए। बाजार में जल जमाव की भी समस्या से लोग परेशान हैं। इसका भी निदान आवश्यक है।
मनोज साह
13. मीरगंज गाड़ी लगाने के लिए पार्किंग की व्यवस्था हो। बच्चों के खेलने के स्टेडियम बने। हॉस्पिटल में समुचित व्यवस्था हो। बस पड़ाव की जरूरत है। क्योंकि काफी लोग बस से दूर-दराज यात्रा करते हैं।
उदय गुप्ता
14. मीरगंज नगर पंचायत क्षेत्र में सड़क और लाइट आदि महत्वपूर्ण विकास कार्य हुआ है और आगे भी अच्छे कार्य की उम्मीद है। सार्वजनिक शौचालय एवं शुद्ध पेयजल की समस्या से भी लोगों को जल्द ही निजात मिलने वाली है।
विक्रम आनंद उर्फ बिट्टू
बोले जिम्मेदार :
1. सभी वार्डों में पोल पर एलईडी लाइट लगाई गई है। सभी वार्डों में सफाई कर्मियों द्वारा प्रतिदिन सफाई की जाती है। नगर पंचायत के कुल 17 वार्डों में लगभग 350 आवास योजना के तहत आवास मिला है। जलजमाव की समस्या से निजात के लिए चारों सड़कों पर नालों को एक दूसरे से मिलाकर पानी निकासी किए जाने की व्यवस्था की जा रही है। वार्ड पार्षदों की बैठक कर नगर पंचायत में सार्वजनिक शौचालय, शुद्ध पेयजल आदि विकास कार्य पर चर्चा की जाने वाली है।
-दीपा कुमारी, कार्यपालक पदाधिकारी मीरगंज नगर पंचायत।
2. नगर पंचायत बनने के बाद विकास का कार्य हुआ है। नाला सफाई कार्य, रोशनी के लिए सभी पोलों पर एलईडी लाइट लगाना, सभी वार्डों में पीसीसी ढलाई सड़क निर्माण, सभी छठ घाटों पर लाइट लगाया गया है। जल्दी ही मीरगंज बाजार से लीवरी पुल तक पानी निकासी के लिए नाला निर्माण कार्य किया जाएगा। साथ ही जल जीवन हरियाली योजना के तहत क्षेत्र के पोखर पर लाइट लगाने के सथ-साथ पौधरोपण किया जाएगा। बाजार में सार्वजनिक शौचालय और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जाएगी।
-मिकुल देवी, अध्यक्ष मीरगंज नगर पंचायत।
मीरगंज ने दिये विधानसभा को दो अध्यक्ष
सुधांशु और रामनारायण मंडल की धरती है मीरगंज
मीरगंज की अपनी एक अलग पहचान है। यह न सिर्फ सियासत बल्कि साहित्य का भी एक मजबूत केंद्र स्थल है। इस धरती ने एक नहीं बल्कि दो विधानसभा अध्यक्ष दिये। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं साहित्यकार डॉ लक्ष्मी नारायण सुधांशु एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय राम नारायण मंडल की धरती रही है। डॉ लक्ष्मी नारायण सुधांशु का अलका निवास गौरवशाली इतिहास बताने के लिए बेताब दिखती है। साहित्यप्रेमियों एवं बुद्धिजीवियों की कतारें लगी रहती थी। डॉ लक्ष्मी नारायण सुधांशु इस संगम के पुरोधा थे। आज भी हम उपेक्षित अल्का में उनकी कलाप्रियता के दर्शन कर सकते हैं। सन 2020 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी खगहा गांव पहुंचकर करोड़ों की लागत से सौंदर्यीकरण कार्य का शिलान्यास किया था। रूपसपुर खगहा में एक ही स्थल पर कई सरकारी संस्थान हैं जहां लोगों को सहूलियत मिल रही है। मगर अभी भी काफी कुछ किया जाना बाकी है। मीरगंज एक विकसित बाजार होने के साथ-साथ प्रसिद्ध जगह भी है। इसके बावजूद अभी मीरगंज क्षेत्र उपेक्षा का शिकार है। मीरगंज नगर पंचायत भवन के आगे प्रसिद्ध माता काली मंदिर स्वास्थ्य केंद्र, पशु अस्पताल, पोखर, पुष्प वाटिका आदि है। जहां स्थानीय लोगों के अलावे दूर-दूर के लोग भी आकर माता का दर्शन के उपरांत गार्डन में समय बिताते हैं। क्षेत्र वासी चाहते हैं कि इस इलाके का सर्वागीण विकास हो। स्टेट हाइवे मीरगंज बाजार के विकास की राह को प्रशस्त करता है। रोजाना हजारों वाहन इस रोड होकर गुजरते हैं। यह प्रमुख व्यापारिय केंद्र भी बन सकता है। हालांकि, अभी रोजगार के अभाव में इस इलाके के लोग पलायन के लिए मजबूर हैं। इलाके के लोग मुख्य रूप से खेती पर निर्भर हैं। कभी इलाके में केले की खेती होती थी। अब मक्के की खेती पर अधिकांश किसान निर्भर हैं। मक्का यहां के लोगों की आजीविका का एक बड़ा साधन है। व्यापार के मामले में मीरगंज दिनोंदिन आगे बढ़ रहा है। मीरगंज को प्रखंड बनाने के साथ कॉलेज खोलने की मांग भी यहां के लोग लंबे समय से कर रहे हैं।
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