कजरैली के किसानों के लिए चांदन नदी पर बने चेक डैम
भागलपुर के कजरैली पंचायत में किसानों को सिंचाई की कमी का सामना करना पड़ रहा है। चांदन नदी का पानी खेतों तक नहीं पहुंच पा रहा है और सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। गांव के लोग चेक डैम और अस्पताल...
भागलपुर। नाथनगर प्रखंड की प्रमुख पंचायतों में कजरैली शामिल है। भौगोलिक दृष्टि से यह पंचायत महत्वपूर्ण है। लेकिन इस पंचायत में समस्याओं की कमी नहीं है। पंचायत के अधिकांश लोग कृषि पर निर्भर हैं। सिंचाई व्यवस्था नहीं होने से यहां के किसान निराश हैं। चांदन नदी का पानी खेतों तक नहीं पहुंच पा रहा है। सरकार की तरफ से सिंचाई व्यवस्था नहीं है। पंचायत में खेल मैदान, अस्पताल आदि नहीं होने से लोगों को परेशानी हो रही है। पंचायत के लोगों का कहना है किसानों के हित में सरकार जल्द चेक डैम का निर्माण करवाए। ताकि किसान खेती कर सकें। कनकैथी में कूड़े के ढेर से भी परेशानी हो रही है।
भागलपुर-अमरपुर के बीच में कजरैली पंचायत है। पंचायत में 16 वार्ड हैं। जिसकी आबादी करीब 20 हजार है। इस पंचायत से शाहकुंड, जगदीशपुर और अमरपुर के गांव जुड़ते हैं। स्टेट हाईवे के बगल में यह गांव है। यहां अधिकांश लोग कृषि पर निर्भर हैं। लेकिन सिंचाई की सुविधा पंचायत में नहीं है। अस्पताल नहीं होने से लोगों को परेशानी हो रही है। बीमार होने पर मरीजों को इलाज के लिए भागलपुर आना पड़ता है। कजरैली पंचायत के पूर्व सरपंच दीपक कुमार दिवाकर ने बताया कि पहले पंचायत के किसान खुशहाल थे। चांदन नदी के पानी से सिंचाई होती थी। लेकिन बालू खनन के बाद धीरे-धीरे नदी गहरी होती चली गयी और खेत ऊपर हो गया। अब नदी का पानी खेतों में नहीं जा पाता है। सरकार की तरफ से बोरिंग की कोई व्यवस्था नहीं है। पहले एक बोरिंग था। वह भी अब बंद हो गया है। समय से अगर बारिश नहीं हुई तो किसानों की खेती बर्बाद हो जाती है। उन्होंने बताया कि तहसुल और खरैनी में चेक डैम बन जाए तो चांदन नदी से सिंचाई का काम हो सकता है। पंचायत में एक भी खेल मैदान नहीं है। इससे युवाओं को काफी परेशानी होती है। सिपाही की हर बहाली में पंचायत के तीन या चार युवकों का चयन हो जाता है। सिपाही में भर्ती होने के लिए युवक सड़क किनारे दौड़ते हैं। इससे दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। पंचायत में सरकारी जमीन उपलब्ध है। केवल जमीन को चिह्नित कर खेल मैदान बनाने की जरुरत है। आनंदी चौधरी ने बताया कि कजरैली पंचायत से कुछ दूरी पर कनकैथी है। कनकैथी में शहरी क्षेत्र का कूड़ा गिराया जाता है। कूड़े की बदबू से पंचायत के लोगों को काफी परेशानी होती है। नगर निगम का कूड़ा रखा जा रहा है तो उसकी बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए। ग्रामीण मो.सुलेमान ने बताया कि यहां अस्पताल नहीं होने से काफी परेशानी होती है। यहां व्यस्त सड़क पर दुर्घटनाएं होती रहती है। घायलों को इलाज के लिए भागलपुर ले जाना पड़ता है। समय पर इलाज नहीं होने पर घायल दम तोड़ देते हैं। कजरैली में एक बड़ा अस्पताल होना चाहिए। मनोहर यादव ने बताया कि बहुत पहले पैक्स गोदाम बना था। वह जर्जर हो चुका है। पैक्स के आसपास की जमीन का लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है। रणवीर कुमार ने बताया कि कजरैली धावा मोहल्ले में आने-जाने के लिए सड़क और पेयजल की व्यवस्था नहीं है। नेपाली साह ने बताया कि पंचायत में पानी का संकट बना हुआ है। नदी किनारे निजी बोरिंग से पानी लाकर प्यास बुझानी पड़ती है। गोपाल साह ने बताया कि कजरैली बाजार में एक धर्मशाला होना चाहिए। गुंजेश गुंजन ने बताया कि उवि कजरैली का चयन पीएम श्री स्कूल के रूप में हुआ है। प्रखंड स्तर पर पहले मवि खुर्द कजरैली को इससे टैग किया गया था। लेकिन बाद में आदर्श मवि को टैग करने का निर्णय लिया गया है। यह नियम के विरुद्ध है। शीला देवी ने बताया कि वार्ड एक में सड़क और पानी का संकट है। राशन कार्ड बहुत लोगों का बंद हो गया है। सुनीता देवी ने बताया कि राशन कार्ड बंद होने के बाद अधिकारियों से शिकायत की तो ऑनलाइन आवेदन करने को कहा गया। लेकिन ऑनलाइन करने के बाद भी कार्ड नहीं बन पा रहा है। चांदन और अंधरी नदी में सिंचाई के लिए बने डैम कजरैली पंचायत के पूर्व सरपंच ग्रामीण दीपक कुमार दिवाकर ने बताया कि भू जलस्तर के लगातार नीचे जाने और नदियों के सूखने से खेतों में पर्याप्त सिंचाई की सुविधा नहीं मिल पाती है। इसके चलते खेती काफी प्रभावित हो रही है। मुख्य रूप से यहां की आबादी खेती और बागवानी पर आश्रित है। आम का बगीचा अधिक है। इस क्षेत्र की मुख्य फसल धान, गेहूं, और चना है। लेकिन सिंचाई की समस्या के कारण परेशानी होती है। तीन दशक से अंधरी एवं चांदन नदी से बालू उठाव के कारण नदी सिंचाई वाले खेत से बीस फीट गहरी होकर सूख गई है। इसके कारण नदी के पानी से खेतों की सिंचाई नहीं हो पा रही है। किसान वर्षों से अंधरी व चांदन नदी में डैम बनाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन सरकार और जिला प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। अस्पताल बने को तीन प्रखंड के लोगों को लाभ ग्रामीण मो सुलेमान ने बताया कि पंचायत में स्वास्थ्य केंद्र की सुविधा नहीं होने के कारण पंचायत के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बीमार पड़ने पर ग्रामीणों को झोलाछाप डॉक्टर के पास जाना पड़ता है। दुर्घटना होने पर अस्पताल की सुविधा तुरंत नहीं मिलने के कारण घायलों को अस्पताल ले जाने के दौरान 10 से 15 किलोमीटर की दूरी तय करने के क्रम में रास्ते में ही मौत हो जाती है। गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए भी भागलपुर जाना पड़ता है। पंचायत में अस्पताल बनने से चिकित्सक की उपस्थिति और एंबुलेंस की सुविधा मिल सकेगी। अस्पताल होने से सिर्फ कजरैली पंचायत ही नहीं बल्कि जगदीशपुर, नाथनगर और शाहकुंड प्रखंड के कई गांव की बड़ी आबादी को लाभ मिल सकेगा। मध्य विद्यालय का हाई स्कूल में हो समायोजन स्थानीय निवासी गुंजेश गुंजन ने बताया कि कजरैली पंचायत अंतर्गत वार्ड 1 स्थित मध्य विद्यालय खुर्द कजरैली का समायोजन पीएम श्री के तहत हाई स्कूल कजरैली में किए जाने का विभाग के स्तर से 10 मई को आदेश जारी किया गया। लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई। कुछ लोग निजी स्वार्थ के कारण मध्य विद्यालय खुर्द कजरैली का समायोजन हाई स्कूल में करने से रोकने का प्रयास किया जा रहा है, जो पंचायत के बच्चों की शिक्षा के लिए बड़ी बाधा बन रही है। इसको लेकर 19 मई को भागलपुर के जिलाधिकारी कार्यालय में भी आवेदन दिया गया है। शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार मध्य विद्यालय का हाई स्कूल में समायोजन हो जाने के बाद इस इलाके में छात्र छात्राओं की बड़ी आबादी को बेहतर शिक्षा के लिए विकल्प मिलेगा। सरकारी जमीन होने के बावजूद खेल मैदान नहीं ग्रामीण नीरज कुमार प्रवीण ने बताया कि कजरैली पंचायत में सरकारी जमीन होने के बावजूद बच्चों और छात्र-छात्राओं के खेलकूद, दौड़ के लिए अभ्यास और व्यायाम के लिए मैदान की व्यवस्था नहीं है। बिहार पुलिस या सेना में भर्ती के लिए युवक-युवतियों को मुख्य सड़क पर दौड़ की प्रैक्टिस करनी पड़ती है। जिससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। सरकार और जिला प्रशासन को पंचायत स्तर पर योग, व्यायाम और खेलकूद के लिए व्यवस्थित मैदान की सुविधा मुहैया करानी चाहिए। इस क्षेत्र में फुटबॉल का मैदान नहीं है, जिसके कारण खिलाड़ियों को अपनी क्षमता प्रदर्शित करने का मौका नहीं मिल पाता है। पंचायत के साथ विद्यालय स्तर पर अगर खेल का मैदान एवं जिम की सुविधा मिले तो बच्चे अपनी क्षमता प्रदर्शित कर बड़े प्रतियोगिता के लिए आगे बढ़ सकेंगे। बातचीत 1.कजरैली केलापुर वार्ड नंबर 2 मिस्त्री टोला में पानी की किल्लत है। नाला की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण पानी की निकासी नहीं हो पाती है। कूड़ा ले जाने की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण गंदगी फैलती है। जयश्री कुमारी 2.प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल सका है। जिसके कारण मिट्टी के जर्जर घर में रहना पड़ता है। घर में बारिश का पानी कमरे में जमा हो जाता है। पंचायत के कई वार्ड में राशन कार्ड बंद हो जाने से परेशानी बढ़ गई है। रूबी देवी 3.कजरैली वार्ड नंबर सात में सड़क और नाला की सबसे बड़ी समस्या है। रोड नीचे होने के कारण गाड़ियों के आवागमन में परेशानी होती है। सरकारी नल- जल की सुविधा होने के बाद भी ग्रामीणों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। शकिना बेगम 4.कजरैली बाजार के पास ग्रामीणों के सहयोग से बनवाया धर्मशाला जर्जर अवस्था में है। जिला प्रशासन को वहां धर्मशाला का निर्माण कराना चाहिए। जिससे असहाय लोग वहां आयोजन कर सकें। गोपाल साह 5.केलापुर कजरैली में पैक्स गोदाम है। लेकिन अतिक्रमण के चलते उसका उपयोग नहीं हो पा रहा है। प्रशासन को सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाना चाहिए। ताकि पैक्स और किसानों को इसका उचित लाभ मिल सके। मनोहर प्रसाद यादव 6.कजरैली वार्ड नंबर 10 में नाला नहीं बना है। जिसके कारण बारिश के समय परेशानी होती है। बोरिंग की व्यवस्था है लेकिन वह चालू नहीं है। जिसके कारण निजी बोरिंग से पानी ढोकर लाना पड़ता है। वार्ड में कई जगहों पर नाला नहीं बना है। दीपक यादव 7.कजरैली पंचायत में स्वास्थ्य उपकेंद्र की व्यवस्था नहीं होने से किसी के बीमार पड़ जाने या रात के समय इमरजेंसी पड़ने पर परेशानी बढ़ जाती है। सड़क हादसे के बाद घायल को भागलपुर ले जाना पड़ता है। राकेश कुमार यादव 8.कजरैली वार्ड नंबर 9 में पानी की काफी समस्या है, जिसके कारण ग्रामीणों को पीने या घरेलू उपयोग के लिए पानी खरीदकर लाना पड़ता है। जलस्तर काफी नीचे चला गया है जिसके कारण चापाकल से पानी नहीं आता है। नेपाली साह 9.कजरैली पंचायत के वार्ड नंबर 2 में जल नल और सड़क की सुविधा नहीं होने के कारण परेशानी होती है। भादो महीने में जलजमाव हो जाता है। करीब सौ घर की आबादी के लिए चलने का रास्ता तक नहीं है। रणवीर कुमार 10.राजकीय उच्च विद्यालय कजरैली को 10 2 में प्रोन्नत किया गया है, लेकिन यहां एक हजार नामांकित छात्र-छात्राओं के लिए महज चार कमरे ही है। छात्र- छात्राओं को बरामदे में नीचे बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है। आशीष कुमार साह 11.जगदीशपुर के कनकैथी में करीब साढ़े चार एकड़ क्षेत्र में नगर निगम क्षेत्र के कूड़ा कचरा का पहाड़ लगा रहता है। जिसके कारण दो किलामीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को कूड़े के दुर्गंध के कारण काफी परेशानी होती है। आनंदी चौधरी 12.कजरैली पंचायत के समीप जगदीशपुर प्रखंड के कनकैथी मौजा में भागलपुर नगर निगम द्वारा सूखा और गीला कचरा जमा किया जाता है। यहां कूड़े का पहाड़ बन जाता है। कचरे का निस्तारण रोज होना चाहिए। रणजीत कुमार सिंह समस्या 1.भू जल स्तर के लगातार नीचे जाने और नदियों के सूखने से खेतों में पर्याप्त सिंचाई की सुविधा नहीं मिल पाती है, जिसके कारण खेती काफी प्रभावित हो रही है। 2.पोखर, नदी, नहर, तालाब और डाड़ का अतिक्रमण हो जाने के कारण जल स्रोत प्रभावित हुआ है। बालू उठाव के कारण भी नदियां लगभग सूख गई हैं, और पानी का स्रोत प्रभावित हो गया है। 3.कजरैली पंचायत में सरकारी जमीन होने के बावजूद बच्चों और छात्र-छात्राओं के लिए खेलकूद, दौड़ के लिए अभ्यास और व्यायाम के लिए मैदान की व्यवस्था नहीं है। 4.पंचायत में अस्पताल नहीं होने के कारण बीमार पड़ने पर ग्रामीणों को झोलाछाप डॉक्टर के पास जाना पड़ता है। कई बार समय पर और सही इलाज नहीं मिल पाने के कारण मरीज की हालत गंभीर हो जाती है। 5.वार्ड नंबर 9 में ग्रामीणों को पीने या घरेलू उपयोग के लिए पानी खरीदकर लाना पड़ता है। वाटर लेवल काफी नीचे चला गया है जिसके कारण चापाकल से पानी नहीं आता है। सुझाव 1.सिंचाई की पर्याप्त सुविधा मिलने के साथ ही चांदन नदी में दो चेक डैम का निर्माण किया जाना चाहिए, जिससे किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल सके। 2.पंचायत में अस्पताल बनने से चिकित्सक की उपस्थिति और एंबुलेंस की सुविधा मिल सकेगी, जिससे सही समय पर मरीज का जरूरी उपचार सुनिश्चित हो सकेगा। इससे तीन प्रखंड के ग्रामीणों को लाभ मिलेगा। 3.शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार मध्य विद्यालय खुर्द कजरैली का हाई स्कूल कजरैली में समायोजन हो जाने के बाद इस इलाके में छात्र छात्राओं की बड़ी आबादी को बेहतर शिक्षा के लिए विकल्प मिलेगा। 4.कनकैथी में नगर निगम का कूड़ा जमा होने से आसपास के लोगों की परेशानी को देखते हुए नगर निगम प्रशासन को इसका स्थाई समाधान कर कूड़े का त्वरित निस्तारण कराना चाहिए। 5.कजरैली पंचायत के सभी वार्ड में पानी की पर्याप्त और सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए, जिससे ग्रामीणों को जलापूर्ति की समस्या राहत मिल सके। बोले जिम्मेदार किसानों की मांग पर करीब एक वर्ष पहले जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के कार्यकाल में चेक डैम बनने का प्रस्ताव भेजा गया था। हालांकि उस पर अभी तक कोई अपडेट जानकारी प्रखंड को नहीं मिली है। फिर से एक बार वर्तमान जिलाधिकारी को इस संबंध में लिखित रूप से अवगत करायेंगे ताकि इस इलाके के किसानों और प्रसिद्ध कतरनी धान की खेती में लोगों को सहयोग मिल सके। साथ ही इससे आसपास के किसानों को भी फायदा हो सकता है। जगदीशपुर प्रखंड के किसानों ने पूर्व में इसके लिए ज्ञापन दिया था। इसके आधार पर एक प्रस्ताव भेजा गया था। रघुनंदन आनंद, प्रखंड विकास पदाधिकारी, जगदीशपुर
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