स्टेशन पर बजा खतरे सायरन, जो जहां थे वहीं बैठ गए
सायरन से अफरातफरी न हो इसके लिए पहले से कराया गया अनाउंसमेंट सायरन बजने

भागलपुर, कार्यालय संवाददाता। बुधवार की शाम सात बजे, भागलपुर रेलवे जंक्शन पर अचानक सायरन बजा, यह खतरे का सायरन था लेकिन वहां मौजूद लोगों को इसकी जानकारी अनाउंसमेंट कर पहले से दी जा रही थी। दरअसल यह आरपीएफ की टीम की ओर से हमला, विस्फोट या अन्य किसी विपरीत परिस्थिति में बचाव के लिए मॉक ड्रिल था। सायरन बजते ही सभी अपनी कान में ऊंगली देते हुए अपनी जगह पर बैठ गए। इस दौरान डॉग स्क्वॉयड की टीम भी मौजूद रही। सायरन बजते ही स्टेशन पर बम निरोधक दस्ता ने भी मोर्चा संभाला। स्टेशन पर सायरन बजने के बाद भगदड़ की स्थिति नहीं हो इसको लेकर पहले ही अनाउंस कर दिया था।
इस मॉक ड्रिल में जीआरपी की टीम के अलावा रेलवे स्टेशन के सभी पदाधिकारी भी मौजूद थे। आरपीएफ की टीम को मालदा मुख्यालय से भी मॉक ड्रिल को लेकर दिशा-निर्देश मिले है। मॉक ड्रिल के दौरान स्टेशन परिसर में अचानक खतरे की सूचना दी गई, जिसके बाद आरपीएफ की त्वरित प्रतिक्रिया टीम तुरंत हरकत में आई। टीम ने संदिग्ध क्षेत्र को घेर लिया और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए स्थिति को नियंत्रित करने का अभ्यास किया। इस दौरान यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और स्टेशन पर अफरा-तफरी की स्थिति को कुशलतापूर्वक संभाला गया। मॉक ड्रिल में बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वायड की टीमों ने भी हिस्सा लिया। संदिग्ध वस्तु की पहचान और उसे निष्क्रिय करने की प्रक्रिया का प्रदर्शन किया गया। इसके अतिरिक्त घायल यात्रियों को प्राथमिक उपचार देने और उन्हें चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने की प्रक्रिया का भी अभ्यास किया गया। आरपीएफ इंस्पेक्टर अमित कुमार गिरी ने बताया कि इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य रेलवे स्टेशन पर किसी भी अप्रिय घटना जैसे कि आतंकवादी हमला या बम विस्फोट, की स्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करना था। आरपीएफ अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के अभ्यास नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं ताकि सुरक्षा कर्मियों को हमेशा अलर्ट और प्रशिक्षित रखा जा सके। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा रेलवे प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस दिशा में हर संभव कदम उठाया जा रहा है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 24 घंटे रेलवे स्टेशन पर प्रवेश करने वाले यात्रियों पर पैनी निगाह रखी जा रही है। लगेज स्कैनर खराब रहने के कारण यात्रियों के एक-एक सामान की जांच आरपीएफ की टीम कर रही थी। आरपीएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि यात्रियों को बताया कि सरकार के निर्देश का पालन करें। सायरन बजने पर दोनों कान को बंद कर छत के नीचे बैठ जाएं। घर में भी प्राथमिक उपचार के सामान को जरूर रखें।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।