बोले भागलपुर: भागलपुर में बने रेलवे का मल्टीप्लेक्स क्वार्टर और कम्युनिटी हॉल
भागलपुर में रेलवे कर्मचारियों ने बेहतर सुविधाओं की मांग की है। ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस के सदस्यों ने स्वास्थ्य केंद्र में आवश्यकताओं की कमी, जर्जर क्वार्टर, और नए मल्टीप्लेक्स क्वार्टर की मांग की...
भारत सरकार की ओर से देश भर में रेलवे के नेटवर्क विस्तार और कर्मियों की सुविधाओं को लेकर लगातार कई तरह की पहल की जा रही है। बावजूद अभी भी कई तरह की जरूरतें और सुविधाओं को विकसित किया जाना आवश्यक है। भागलपुर में मंडल कार्यालय बनाए जाने की मांग काफी पुरानी है। यहां कार्यरत कर्मचारी भी कई तरह की सुविधाओं की मांग लंबे दिनों से कर रहे हैं। ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस भागलपुर के पदाधिकारियों और सदस्यों ने अपनी समस्याओं को लेकर हिन्दुस्तान अखबार के साथ संवाद किया है। जिसमें भागलपुर में रेलवे का मल्टीप्लेक्स क्वार्टर और कम्युनिटी हॉल बनाने की मांग की गई।
ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस भागलपुर के सचिव प्रणव कुमार सिन्हा ने बताया कि रेलवे कर्मचारियों के हित में सरकार द्वारा आवश्यक कदम उठाए गए हैं। जिसमें मुख्य रूप से पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने और विभाग द्वारा कोरोना काल में फ्रिज किए गए रेलकर्मियों के डीए को रिलीज करने की मांग की गई है। इसके अलावा रेलवे के निजीकरण का भी कर्मचारी विरोध कर रहे हैं। इसको लेकर संगठन द्वारा कई बार लोकतांत्रिक अधिकारों का पालन करते हुए धरना-प्रदर्शन भी किया जाता है। स्वास्थ्य केंद्र में कई तरह की जरूरी सुविधाओं का अभाव है, जिसके कारण प्राथमिक उपचार के इलाज से ऊपर की स्थिति होने पर रेलवे कर्मियों या उनके परिजनों को आनन-फानन में दूसरी जगहों पर रेफर कर दिया जाता है। उन्होंने बताया कि फिलहाल ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस में 1100 से अधिक सदस्य जुड़े हैं, जो संगठन के माध्यम से अपनी मांगों को लेकर समय-समय पर भारत सरकार और रेलवे के वरीय पदाधिकारियों तक अपनी बात रखते हैं। भागलपुर रेलवे स्टेशन पर रिटायरिंग रूम की संख्या बढ़ाकर पांच की जगह दस करने के साथ डोरमेट्री में भी बेड की संख्या बढ़ाकर पांच से दस बेड किया जाना चाहिए। ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस भागलपुर के कार्यकारी अध्यक्ष कौशल किशोर ने बताया कि भागलपुर न सिर्फ मालदा डिवीजन का बल्कि देश का भी महत्चपूर्ण रेलवे स्टेशन है। यहां कार्यरत कर्मियों को कई तरह कि सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ता है। स्वास्थ्य केंद्र में पैथोलॉजी की व्यवस्था नहीं होने से रेल कर्मियों को बीमार पड़ने पर बाहर से जरूरी जांच करानी पड़ती है, जिससे काफी पैसे खर्च हो जाता है। रेलकर्मियों के लिए इलाज में अधिक आर्थिक बोझ को वहन करना मुश्किल होता है। वहीं गंभीर मरीजों को इमरजेंसी में तत्काल शहर के निजी अस्पतालों या जेएलएनएमसीएच और सदर अस्पताल में जाना पड़ता है। ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस भागलपुर के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष आरएन पासवान ने बताया कि ओवरटाइम अलाउंस और नाइट ड्यूटी करने वाले रेलकर्मियों को समय पर भुगतान नहीं होने से परेशानी होती है। समय पर अगर विभाग की ओर से ओटीए और नाइट ड्यूटी का भुगतान कर दिया जाय तो उनलोगों को काम करने में भी सुविधा होगी। ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस भागलपुर के उपाध्यक्ष विक्रम सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा रेल के विकास के साथ यात्रियों के हित में भी कई कार्य किए जा रहे हैं, लेकिन कुछ ऐसी समस्याएं हैं जिसपर रेलवे को ध्यान देने की जरूरत है। यात्री सुविधाओं के साथ कर्मियों की सुविधाओं पर भी यदि अधिक ध्यान दिया जाय तो इसका लाभ उन सभी के परिवार वालों को भी मिलेगा। अधिकतर क्वार्टर जर्जर अवस्था में होने के कारण वहां रेलकर्मी निवास नहीं कर सकते हैं, जिसके कारण उन्हें रेलवे के कैंपस से बाहर प्राइवेट मकान लेकर रहना पड़ता है, जहां किराया भी अधिक लगता है। भागलपुर में अक्सर बड़े आयोजनों के साथ वीआईपी एक्टिविटि चलती रहती है, जिसको देखते हुए भागलपुर रेलवे स्टेशन के साथ रेल परिसर में हर तरह की सुविधाओं को विकसित करना चाहिए। वहीं सहायक सचिव कंचन कुमारी और देवदास भट्टाचार्य ने बताया कि पार्सल ऑफिस के लिए इन वार्ड और आउट वार्ड में सामान रखने के लिए जगह की काफी कमी है, इसको देखते हुए पार्सल रूम में जगह बढ़ाने की जरूरत हैं, जिससे ट्रेन से उतारे जाने वाले और लोडिंग करने वाले सामान को रखने में परेशानी नहीं हो। कई बार रेलकर्मियों और लोगों के बीच कहासुनी भी हो जाती है। आयोजन सचिव बिनय कुमार महाराज ने बताया कि देश के विकास में रेलवे का महत्वपूर्ण योगदान है। ऐसे में अगर भागलपुर में कर्मचारियों की सुविधाओं से जुड़ी चीजें भी विकसित हो जाए तो अच्छा होगा। रेलकर्मियों के लिए सुविधाओं से लैस बने रेल अस्पताल ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस भागलपुर के सचिव प्रणव कुमार सिन्हा ने बताया कि भागलपुर रेलवे के स्वास्थ्य केंद्र को अपग्रेड कर सुविधाओं से संपन्न रेल अस्पताल बनाने की जरूरत है। अस्पताल में पुरुष चिकित्सकों के साथ महिला चिकित्सकों की भी पोस्टिंग होनी चाहिए। भागलपुर रेलवे स्टेशन समेत जिले के अलग-अलग स्टेशनों पर कार्यरत कर्मियों और उनके परिवार के सदस्यों के इलाज के लिए रेलवे का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है, जहां सुविधाओं का काफी अभाव है। स्वास्थ्य केंद्र में महिला चिकित्सक की व्यवस्था नहीं होने से महिला रेलकर्मियों को इलाज की सुविधा नहीं मिल पाती है। वहीं तबीयत खराब होने पर रेलकर्मी या उनके परिवार वालों को इलाज के लिए सदर अस्पताल, जेएलएनएमसीएच मायागंज भागलपुर या निजी नर्सिंग होम का सहारा लेना पड़ता है। किसी दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल या अन्य गंभीर रोग से ग्रसित मरीजों को बेहतर इलाज के लिए मालदा, जमालपुर, हावड़ा या सियालदह रेल अस्पताल रेफर करना पड़ता है। जहां कई बार गंभीर की रास्ते में ही जान चली जाती है। सामुदायिक भवन के पास नशेड़ियों का लगता है जमावड़ा ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस भागलपुर के कार्यकारी अध्यक्ष कौशल किशोर ने बताया कि रेलवे द्वारा भागलपुर के जर्जर पड़े कम्युनिटी हॉल की जगह हर तरह की सुविधाओं से युक्त नया कम्युनिटी हॉल बनाया जाना चाहिए, जिससे रेलकर्मियों द्वारा उसका सही उपयोग किया जा सके। वर्तमान में रेलवे का जो सामुदायिक भवन है, वहां सही देखरेख नहीं हो पाने के कारण वहां का सारा सामान चोरी या बर्बाद हो गया है। इसके आसपास नशेड़ियों और असामाजिक तत्वों को जमावड़ा भी लगता रहता है, जिसके कारण रेलकर्मियों और उनके परिवारजनों के मन में असुरक्षा की भावना बनी रहती है। नए कम्युनिटी हॉल में सुरक्षा की दृष्टि से गार्ड की तैनाती की जानी चाहिए, जिससे असामाजिक तत्वों से उसकी सुरक्षा की जा सके। सभी प्लेटफार्म पर पानी यूरिनल और शौचालय की भी व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे रेलकर्मियों के साथ यात्रा के लिए आने वाले लोगों को विशेष परिस्थिति में परेशानी नहीं हो। रेलकर्मियों के लिए हो पार्क और प्ले ग्राउंड की व्यवस्था ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस भागलपुर के उपाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि भागलपुर में रेलवे के 70 प्रतिशत से अधिक क्वार्टर रहने लायक नहीं है, जिसके कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिस क्वार्टटर में रेलकर्मियों की फैमिली रहती है, उसमें से भी कई जर्जर हालत में हैं। उन्होंने बताया कि जिस प्लेटफार्म पर यूरिनल की सुविधा नहीं है, वहां महिला, वृद्ध और छोटे बच्चों को अधिक परेशनी का सामना करना पड़ता है। रेलकर्मियों के बच्चों के खेलने या फिजिकल एक्टिविटी के साथ वृद्ध एवं महिलाओं के टहलने के लिए भागलपुर में मैदान या पार्क की कोई सुविधा नहीं है। खेल का मैदान और पार्क बनाने से बच्चों को जहां मनोरंजन के लिए साधन उपलब्ध होगा, वहीं रेलकर्मियों के स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह काफी लाभदायक होगा।अपनी जान जोखिम में डालकर गलत तरीके से रेलवे ट्रैक पार करने की कोशिश करते हैं, जो कई बार बड़ी घटना का कारण भी बन जाता है। मल्टीप्लेक्स क्वार्टर बनने से रेलकर्मियों को होगी सहूलियत ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस भागलपुर के उपाध्यक्ष विक्रम सिंह ने बताया कि भागलपुर में मल्टीप्लेक्स क्वार्टर बनाया जाना चाहिए, जिससे रेलकर्मियों को एक ही जगह पर रहने के लिए क्वार्टर के साथ मार्केटिंग, मनोरंजन, और टहलने के लिए पार्क के साथ बच्चों के लिए प्ले ग्राउंड की व्यवस्था होनी चाहिए। रेलवे अगर इस ओर ध्यान देता है तो भागलपुर की सूरत पूरी तरह से बदल जाएगी। जिसका लाभ रेलकर्मियों के साथ उनके परिवारजनों को भी मिलेगा। उन्होंने बताया कि क्वार्टर की जर्जर हालत के कारण गर्मी से राहत के लिए क्वार्टर में एसी लगाना बड़ी चुनौती बन जाती है, जिससे परेशानी बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में भागलपुर रेल मंडल कार्यालय भी बन सकता है, जिसको देखते हुए पहले से ही भागलपुर में रेलवे द्वारा विशेष ध्यान देने की जरूरत है। रेलवे द्वारा भागलपुर रेलवे स्टेशन के बाहरी परिसर में बने गार्डन का सौंदर्यीकरण कर रेलवे की तस्वीर बदलने का कार्य किया गया, लेकिन उसका भी फिलहाल मेंटनेंस नहीं हो पा रहा है। इनकी भी सुनिए भागलपुर में मंडल कार्यालय बनाए जाने की मांग काफी पुरानी है, लेकिन मालदा मंडल का सबसे अधिक आय देने वाला भागलपुर रेलवे स्टेशन पर आज भी कई सुविधाओं का इंतजार है। मंडल कार्यालय बनने से भागलपुर में रेलवे का चहुंमुखी विकास का रास्ता साफ होगा। रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। -निरंजन कुमार, ब्रांच काउंसलर भागलपुर में रेलवे क्वार्टर की काफी कमी है, अधिकतर क्वार्टर जर्जर अवस्था में हैं। रेलवे का मल्टीप्लेक्स क्वार्टर बनाए जाने से रेलकर्मियों को एक ही जगह पर रहने के लिए क्वार्टर के साथ मार्केटिंग, मनोरंजन, और टहलने के लिए पार्क और प्ले ग्राउंड की सुविधा मिल सकेगी। सरकार अगर ध्याान दे तो भागलपुर की सूरत पूरी तरह से बदल जाएगी। -एसके सरकार, ब्रांच काउंसलर क्वार्टर की जर्जर हालत के कारण गर्मी से राहत के लिए क्वार्टर में एसी लगाना बड़ी चुनौती बन जाती है, जिससे परेशानी बढ़ जाती है। आने वाले दिनों में भागलपुर रेल मंडल कार्यालय बनने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। इसको देखते हुए पहले से ही भागलपुर में रेलवे द्वारा विशेष ध्यान देने की जरूरत है। -बिनय कुमार महाराज, आयोजन सचिव रेलकर्मियों के बच्चों के खेलने या फिजिकल एक्टिविटी के साथ वृद्ध एवं महिलाओं के टहलने के लिए भागलपुर में मैदान या पार्क की कोई सुविधा नहीं है। खेल का मैदान और पार्क बनाने से बच्चों को मनोरंजन के लिए साधन उपलब्ध होगा। रेलकर्मियों के स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह काफी लाभदायक होगा। -केके मिश्रा, ब्रांच काउंसलर खेल का मैदान और पार्क बनाने से बच्चों को मनोरंजन के लिए साधन उपलब्ध होगा। रेलकर्मियों के स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह काफी लाभदायक होगा। सभी प्लेटफार्म पर मूलभूत सुविधा नहीं होने से कई बार अपनी जान जोखिम में डालकर गलत तरीके से रेलवे ट्रैक पार करने की कोशिश करते हैं, जो कई बार बड़ी घटना का कारण भी बन जाती है। -राकेश कुमार, ब्रांच काउंसलर भागलपुर के जर्जर पड़े कम्युनिटी हॉल को तोड़कर हर तरह की सुविधाओं से युक्त नया कम्युनिटी हॉल बनाया जाना चाहिए, जिससे रेलकर्मियों द्वारा उसका सही उपयोग किया जा सके। वर्तमान में रेलवे का जो सामुदायिक भवन है, वहां सही देखरेख नहीं हो पाने के कारण वहां का सारा सामान चोरी या बर्बाद हो गया है। -राजेश कुमार, ब्रांच काउंसलर भागलपुर में रेलवे का अस्पताल नहीं होने के कारण किसी दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल या अन्य गंभीर रोग से ग्रसित मरीजों को बेहतर इलाज के लिए मालदा, जमालपुर, हावड़ा या सियालदह रेल अस्पताल रेफर करना पड़ता है। जहां जाने के क्रम में कई बार गंभीर की रास्ते में ही जान चली जाती है। -सच्चिदानंद राय, ब्रांच काउंसलर भागलपुर रेलवे स्टेशन पर रिटायरिंग की संख्या बढ़ाकर पांच की जगह दस रूम करने के साथ डोरमेट्री में भी बेड की संख्या बढ़ाकर पांच से दस किया जाना चाहिए। इससे यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। रेलवे को भी राजस्व का लाभ मिलेगा। महिला रेलकर्मियों के लिए भी यूरिनल की व्यवस्था होनी चाहिए। -कंचन कुमारी, सहायक सचिव पार्सल ऑफिस के लिए इन वार्ड और आउट वार्ड सामान को रखने के लिए जगह की कमी है। इससे बुकिंग का सामान बाहर रखना पड़ता है। सामान खराब होने पर डर बना रहता है, जिससे बुकिंग करने वाले से नोकझोंक होने का संभावना बनी रहती है। पार्सल ऑफिस में जगह बढ़ाने की जरूरत है। -आदित्य सरदार, सदस्य रेलवे के स्टाफ के लिए कैंटिन, रिफ्रेसमेंट रूम की व्यवस्था होनी चाहिए। रेलवे के कम्युनिटी हॉल का सदुपयोग नहीं हो पाने के कारण असामाजिक तत्वों द्वारा वहां का सारा फर्निचर और सामान उखाड़ लिया जाता है। सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे लोगों को आने-जाने में भी परेशानी होती है। -प्रेम कुमार, ब्रांच काउंसलर भागलपुर रेलवे स्टेशन परिसर स्थित जन औषधि केंद्र के पास मूत्रालय बना दिया गया है। यहां दुर्गंध और गंदगी के कारण लोगों को काफी परेशानी होती है। मूत्रालय के ड्रेनेज की सही व्यवस्था नहीं होने के कारण आसपास में पेशाब फैला रहता है। जिससे स्टेशन परिसर का माहौल दूषित हो जाता है। -आरएन पासवान, पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष भागलपुर रेलवे स्टेशन परिसर में प्रवेश से ठीक पहले साइकिल स्टैण्ड के समीप अघोषित मूत्रालय बना दिया गया है। इससे बाहर से भागलपुर आने वाले की दृष्टि में छवी धूमिल होती है। स्टेशन में प्रवेश या निकास द्वार पर साफ-सफाई की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। जिससे सही मायने में भागलपुर स्मार्ट सिटी की शक्ल ले सके। -देवदास भट्टाचार्य, सदस्य शिकायतें 1. भागलपुर मालदा डिवीजन को सबसे अधिक आय देने वाला रेलवे स्टेशन है, लेकिन कर्मियों को कई तरह कि सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ता है। 2. स्वास्थ्य केंद्र में महिला चिकित्सक की तैनाती नहीं होने से महिला रेलकर्मियों और उनके महिला परिजनों को इलाज की सुविधा नहीं मिल पाती है। 3. जर्जर क्वार्टर में हमेशा दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। क्वार्टर नहीं उपलब्ध होने से कैंपस के बाहर रेलकर्मियों को अतिरिक्त किराया चुकाना होता है। 4. कम्युनिटी हॉल की जर्जर हालत के कारण रेलकर्मियों को किसी भी आयोजन के लिए निजी मकान, होटल या धर्मशाला में अधिक किराया चुकाना पड़ता है। 5. भागलपुर के सभी प्लेटफार्म पर यूरिनल, शौचालय, पानी और रैंप की व्यवस्था नहीं होने से विशेष परिस्थिति में लोगों के साथ रेलकर्मियों को परेशानी होती है। सुझाव 1. भागलपुर से होकर कई मेल और एक्सप्रेस ट्रेन गुजरती है, इसके लिए यहां इलेक्ट्रिक इंजन ट्रिप इंस्पेक्शन शेड की तत्काल व्यवस्था होनी चाहिए। 2. भागलपुर में रेलवे का मल्टीप्लेक्स क्वार्टर बनाया जाय, इससे रेलकर्मियों को एक ही जगह पर रहने के लिए क्वार्टर के साथ कई तरह की सुविधा मिलेगी। 3. क्रू और ट्रैक मेंटेनर बिना देरी के ट्रेन में पहुंच सकें, इसके लिए क्रू- बुकिंग लॉबी प्लेटफॉर्म पर स्थित होना चाहिए। रनिंग स्टाफ के लिए दोपहिया वाहन पार्किंग शेड की व्यवस्था हो। 4. ऑपरेटिंग विभाग में शंटिंग मास्टर के 4 पद लंबे समय से रिक्त पड़े हैं, रेलवे द्वारा इसे जल्द से जल्द भरा जाय, जिससे बेहतर ढंग से काम किया जा सके। 5. भागलपुर रेलवे स्टेशन पर रिटायरिंग की संख्या बढ़ाकर पांच की जगह दस रूम करने के साथ डोरमेट्री में भी बेड की संख्या बढ़ाकर पांच से दस किया जाना चाहिए। प्रस्तुति: रवि शंकर सिन्हा/ फोटोग्राफ: कान्तेश
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