Residents Demand Relocation of Dangerous 33kV Power Lines in Barari Panchayat बोले भागलपुर: घनी आबादी से 33 केवी का तार हटवाए प्रशासन, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
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बोले भागलपुर: घनी आबादी से 33 केवी का तार हटवाए प्रशासन

बरारी पंचायत के निवासियों ने 33 केवी के खतरनाक बिजली के तारों को हटाने की मांग की है। इन तारों के कारण लोगों की जान और माल का खतरा बढ़ गया है। कई बार करंट लगने की घटनाएं हो चुकी हैं, और बिजली विभाग की...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरFri, 30 May 2025 07:51 PM
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बोले भागलपुर: घनी आबादी से 33 केवी का तार हटवाए प्रशासन

शहर से सटे बरारी पंचायत के कई मोहल्लों से 33 केवी का तार गुजर रहा है। कुछ मोहल्लों में तो घरों के बीच से तार गुजरा है। किसी की छत तो किसी के आंगन होकर यह खतरनाक और शक्तिशाली तार गुजरा है। सबौर ग्रिड से आने वाले तार लोगों के लिए खतरा बना है। मोहल्ले के लोग दिन-रात अनहोनी की आशंका से सहमे रहते हैं। पूर्व में कई बार करंट लगने की घटनाएं हो चुकी हैं। बार-बार बिजली विभाग से शिकायत करने के बावजूद इसका समाधान नहीं हो रहा है। जानमाल के साथ लोगों को आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। तार सटने से पेड़ भी जल जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि विभाग तत्काल तार को सड़क किनारे के बिजली पोल में शिफ्ट करे, ताकि लोग अपने घरों में सुरक्षित रह सकें।

सबौर ग्रिड से 33 केवी का तार झुरखुरिया, फतेहपुर, जय बिहार कॉलोनी, प्रेमनगर कॉलोनी, ज्योति बिहार होते हुए गुजरा है। कुछ जगहों पर बगीचा और खेत होकर तो कुछ मोहल्लों के बीच से तार गुजरा है। सबसे खराब स्थिति जयबिहार कॉलोनी की है। इस मोहल्ले में घर और छतों के ऊपर से 33 केवी का तार गुजरा है। घर के बच्चों को तार से सुरक्षित रखना लोगों के लिए चुनौती है। कुछ घरों में तो तार के चलते लोग आंगन में भी नहीं निकल पाते हैं। हल्की तेज हवा या बारिश के दौरान खतरा और बढ़ जाता है। घर में लगे बिजली के उपकरण पंखा, टीवी, फ्रीज, इन्वर्टर आदि जल जाता है। लोगों का कहना है कि कभी-कभी घरों में भी करंट आने से अफरातफरी की स्थिति हो जाती है। शिकायत करने के बावजूद समय पर विद्युतकर्मी नहीं आते हैं।

जय बिहार कॉलोनी की पूनम झा ने बताया कि उनकी छत के ऊपर एक साइड से 33 केवी उच्च क्षमता का विद्युत तार गुजरा है। जो अत्यंत खतरनाक है। हमेशा जान-माल का खतरा बना रहता है। उन्होंने 1994-95 में कॉलोनी में जमीन ली थी। उस समय इलाका बिल्कुल वीरान था और तार बहुत हटकर था। लेकिन 2000-2001 में आए आंधी-तूफान के बाद शहर की बिजली व्यवस्था चरमरा गई थी। तार को हटाने के लिए पूर्व में सड़क किनारे पोल आदि की व्यवस्था की गयी है। लेकिन अभी तक तार को नहीं हटाया गया है। उन्होंने बताया कि 22 मई को घर में विस्फोट जैसा आवाज हुआ। इस दौरान विद्युत तार जल जाने के कारण बिजली का प्रवाह बंद हो गया। सभी पंखा मीटर और इन्वर्टर आदि जल गया। बिजली विभाग तार को किसी सुरक्षित मार्ग में स्थानांतरित करे ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटना नहीं हो। इसके पूर्व 2014 में भी इसी तरह की घटना हुई थी। उन्होंने बताया कि मोहल्ले के लोग दिन-रात डरे रहते हैं। जिला प्रशासन को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। पूर्व की तुलना में तार कुछ नीचे भी आ गया है।

ग्रामीण मीनु देवी ने बताया कि तार के चलते घर में रहना मुश्किल हो गया है। आंगन होकर तार गुजरा है। बच्चों की 24 घंटे निगरानी करनी पड़ती है। आठ दिन पहले बगल के घर की एक बच्ची को छत पर करंट लग गया था। उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। अस्पताल में इलाज चल रहा है। तेज हवा आने पर घर के विद्युत उपकरण जल जाते हैं। अक्सर इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। तार को सड़क किनारे के पोल होकर गुजारना चाहिए। रजनी देवी ने बताया कि आंगन होकर तार गुजरने के चलते घर का निर्माण कार्य आधा-अधूरा पड़ा हुआ है। हमेशा बच्चों की निगरानी करनी पड़ती है। सगे-संबंधियों के आने पर करंट लगने का डर बना रहता है। घर में कोई बड़ा पारिवारिक कार्यक्रम नहीं कर पाते हैं। मोहल्ले में पीने के पानी का भी संकट बना हुआ है। हर घर नल का जल योजना का लाभ सभी को नहीं मिल पाता है। मोहल्ले के कुछ घरों में ही पानी आता है। दूर से पानी लाकर प्यास बुझानी पड़ती है।

बरारी पंचायत के मुखिया जयकरण पासवान ने बताया कि 33 केवी के तार मोहल्ले के लोगों के लिए बड़ा खतरा बना हुआ है। आबादी से तार को हटाने के लिए बिजली विभाग और जिला प्रशासन से कई बार पत्राचार किया गया। कई मोहल्ले के लोगों के लिए यह तार खतरनाक है। ग्रामीण सड़क किनारे बिजली का पोल उपलब्ध है। उस पोल के सहारे तार को गुजारा जा सकता है। बिजली विभाग द्वारा तार बदलने को लेकर तरह-तरह का बहाना बनाया जा रहा है। तार पर कवर भी नहीं लगाया गया है। पंचायत के छह मोहल्लों से होकर तार गुजरा है। जय बिहार में लोग जान हथेली पर रखकर घर में रह रहे हैं। तार के चलते कई बार दुर्घटना हो चुकी है। बिजली विभाग को तत्काल तार हटाने की व्यवस्था करनी चाहिए। ग्रामीण उमेश पासवान ने बताया कि 1971 से उनका परिवार जय बिहार कॉलोनी में रह रहा है। यहीं जमीन मिला तो घर बनाकर रह रहे हैं। 33 केवी का तार उनके घर होकर गुजरा है। कभी-कभी तेज आवाज होने पर लोग डर जाते हैं। अक्सर पंखा सहित बिजली के अन्य उपकरण जल जाते हैं।

बबीता देवी ने बताया कि वोट लेने के लिए नेता आते हैं तो तार हटवाने का आश्वासन देते हैं। लेकिन जीतने के बाद उनकी समस्या को सुनने के लिए कोई नहीं आता है। 24 घंटे लोग अनहोनी की आशंका से डरे रहते हैं। बिजली विभाग को तत्काल तार को हटाना चाहिए। उन्होंने बताया कि मोहल्ले में पानी की आपूर्ति की हालत भी अच्छी नहीं है। नाले के पानी निकासी की व्यवस्था नहीं है। नाला के गंदा पानी की निकासी की व्यवस्था होनी चाहिए।

हाई टेंशन तार से खतरे के साए में बड़ी आबादी

बरारी पंचायत के मुखिया जयकरण पासवान ने बताया कि 33 केवी का हाईटेंशन तार सबौर पावर ग्रिड से निकलकर मनसरपुर, फतेहपुर, झुरखुरिया, जय विहार कॉलोनी, गंगा ब्रिज कॉलोनी और ज्योति विहार कॉलोनी होकर गुजरती है। लोगों के लिए तार परेशानी का कारण बना हुआ है। ग्रामीण सड़क के किनारे पोल लगाकर 33 केवी के तार को अधिक ऊंचाई से ले जाना होगा। हाई टेंशन तार की चपेट में आकर आसपास के कई कॉलोनी के नागरिको को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। कुछ दिन पूर्व ही जय बिहार कॉलोनी में किराए पर रहने वाली सोनी देवी की पुत्री सातवीं कक्षा की छात्रा मिठी कुमारी छत पर खेलने के दौरान हाईटेंशन तार की चपेट में आ गई थी। अभी भी अस्पताल में बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है। कई जगहों पर मकान के बीच और छत के ऊपर तथा बगीचा और खेत होकर तार गुजरा है। तार की ऊंचाई काफी कम है। यह लगातार खतरे को दावत दे रहा है। बिजली विभाग इस हाई टेंशन तार को घर की छत और नजदीक से हटाकर सड़क किनारे ऊंचे पोल से ले जाने की व्यवस्था करे।

कई घरों की छत और आंगन के बीच से गुजरा है तार

जय विहार कॉलोनी के निवासी राकेश मिश्रा ने बताया कि 33 केवी बिजली का तार कॉलोनी की छतों के काफी नजदीक से गुजरा है। कई घरों की दीवार और आंगन के बीच से भी गुजरने वाले इस तार से हमेशा जान माल की क्षति की संभावना बनी रहती है। कई लोगों को इस हाईटेंशन तार से करंट लग चुका है। शॉर्ट सर्किट की समस्या के कारण भी परेशानी होती रहती है। बरसात के दिनों में हमेशा हाईटेंशन तार के पेड़ से टकराने पर चिंगारी छिटकती रहती है। कई बार तार टूटने या अन्य कारणों से पूरे शहर की बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती है। हाईटेंशन तार के बिल्कुल पास ट्रांसफार्मर लगा पोल झुककर टेढ़ा हो गया है। यह पोल कभी भी गिर सकता है। पोल के गिरने से बड़ा हादसा हो सकता है। बिजली विभाग को हाईटेंशन तार को घर की छतों और बीच आंगन से हटाकर दूसरी जगह ले जाना चाहिए। ट्रांसफार्मर वाले जर्जर पोल को भी व्यवस्थित करना अनिवार्य है। 33 केवी तार से शहर की भी बिजली सप्लाई होती है इसलिए इसका नुकसान पूरे शहर को होने की संभावना है।

करंट की चपेट में आई बच्ची के इलाज के लिए मिले मदद

हाईटेंशन तार की चपेट में आई बच्ची की मां सोनी देवी ने बताया कि दो माह पूर्व उनकी बेटी खेलने के लिए छत पर गई थी। इसकी जानकारी उन्हें या घर वालों को भी नहीं थी। तभी बच्ची किसी तरह घर की छत के नजदीक से गुजरे 33 केवी तार की चपेट में आ गई। इसकी जानकारी उन्हें पड़ोसियों द्वारा मिली। इस घटना से पूरा परिवार हतप्रभ है। पिछले दो माह से बच्ची का इलाज बोकारो के एक अस्पताल में चल रहा है। करंट लगने की सूचना मिलने के बाद भी बिजली विभाग द्वारा उनकी बच्ची के इलाज के लिए कोई आर्थिक मदद नहीं की गयी। खतरे का कारण बने हाईटेंशन तार को कॉलोनी एवं घरों की छतों के पास से नहीं हटाया गया है। तार को सड़क के किनारे और ऊंचाई से ले जाना चाहिए। बेटी को बचाने के लिए अब तक लाखों रुपए खर्च हो चुके हैं, लेकिन अभी तक उसकी हालत बहुत अच्छी नहीं हो सकी है। चिकित्सकों का कहना है कि बच्ची करंट लगने के कारण कई जगहों पर जल गई है, जिसके कारण इलाज में और समय लगेगा।

घर के पास से तार गुजरने से भय बना रहता है

जय बिहार कॉलोनी निवासी सुधा देवी ने बताया कि बिजली आपूर्ति के लिए हाईटेंशन तार होना आवश्यक है, लेकिन इसके लिए जरूरी इंतजाम किया जाना चाहिए। उनके घर के पास से 33 केवी का तार गुजरा है। हमेशा मन में डर बना रहता है कि कब कौन तार की चपेट में आ जाएगा। सरकार और बिजली विभाग को इस पर ध्यान देकर हाईटेंशन तार को हटवाना चाहिए। विभाग को मौखिक और लिखित सूचना कई बार दी जा चुकी है। कई वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक इस जानलेवा तार को उचित स्थान पर व्यवस्थित नहीं किया गया है। कॉलोनी से गुजरने वाला हाईटेंशन तार सड़क किनारे लगे पोल पर अधिक ऊंचाई पर लगाया जाना चाहिए। ताकि स्थानीय लोगों को कोई खतरा नहीं हो। हाईटेंशन तार की चपेट में आने से कई लोग घायल हो चुके हैं। कई बंदरों की करंट लगने से मौत हो चुकी है। बिजली विभाग को सभी तारों को अंडरग्राउंड किया जाना चाहिए।

इनकी भी सुनिए

झुरखुरिया रोड सहित आसपास की आबादी वाले इलाके से गुजर रहे 33 केवी तार को हटाकर स्थायी व्यवस्था करनी चाहिए। तार से बच्चों के साथ आसपास के लोगों को जान का खतरा बना रहता है। हाईटेंशन तार को सड़क किनारे या अंडरग्राउंड किया जाना चाहिए। जिससे किसी तरह के जानमाल की क्षति नहीं हो।

-भुलेश्वर मंडल, उप मुखिया

33 केवी तार घर के बीच से गुजरने के कारण कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बंदरों की भी हाईटेंशन तार की चपेट में आने से मौत हो चुकी है। बंदर या इंसान के तार के समीप जाते ही आग की चिंगारी उठने लगती है। आम का पेड़ भी 33 केवी तार की चपेट में आने से जल चुका है।

-अशोक पासवान

घर के आंगन, छत के ऊपर और घरों की दीवार से सटे 33 केवी का तार गुजरने के कारण घर के सभी सदस्यों को अनहोनी की आशंका सताते रहती है। यह बहुत गंभीर स्थिति है। विभाग द्वारा जल्द तार हटाना चाहिए। बिजली विभाग से कई बार हाई टेंशन तार को हटाने की बात कही गई है लेकिन टाल मटोल कर अबतक तार नहीं हटाया गया।

-महेन्द्र पासवान

हाईटेंशन बिजली के तार की चपेट में आने से पूर्व एक छात्रा की हालत गंभीर हो गई है। छात्रा मिठी कुमारी छत पर खेलने या टहलने गई थी। इसी दौरान उसके सिर का बाल तार में सट गया। जिसके चलते वह बुरी तरह जल गई। छात्रा का दो माह से अस्पताल में इलाज चल रहा है।

-उमेश पासवान

जय बिहार कॉलोनी समेत तार कई कॉलोनी से होकर गुजरा है। हाईटेंशन तार के किसी मकान के बीच या छत के नजदीक से गुजरना सही नहीं है। बिजली विभाग के साथ स्थानीय प्रशासन को भी लोगों की सुरक्षा के लिए 33 केवी तार को हटाकर सड़क किनारे लगे पोल से ले जाना चाहिए।

-परितोष कुमार रंजन

हाईटेंशन तार घर के आंगन से गुजरा है। इसके कारण थोड़ी सी भी बारिश होने पर आंगन में बिजली के झटके और झनझनाहट महसूस होने लगता है। इस दौरान आंगन और घरों में कुछ भी काम करने पर हाईटेंशन तार से अनहोनी का डर बना रहता है। हमेशा तार से भय बना रहता है।

-धर्मेन्द्र पासवान

33 केवी का तार घर से गुजरने के बाद ऊपरी तल पर मकान नहीं बना पा रहे हैं। खाली जमीन पर भी मकान बनाने में दिक्कत हो रही है। जहां पर निर्माण कार्य होना है वहां पर लोग छत पर भी जाने से डरते हैं। कभी जरूरी पड़ने पर छत पर जाना पड़ता है तो तार की चपेट में आने का डर बना रहता है।

-उदय कुमार राय

करीब 25 वर्षों से इस इलाके के लोग बिजली के तार के दहशत में जीने को विवश हैं। हाईटेंशन तार उनके घर के बगल से गुजरा है। अगर किसी तरह से घर का कोई सामान तार के समीप नीचे गिर जाता है तो उसे उठाने के लिए तार के डर से नहीं जाते हैं। इसके कारण हमेशा घटना की आशंका बनी रहती है।

-मीनू कुमारी

कई लोग हाईटेंशन तार की चपेट में आकर घायल हो चुके हैं। 33 केवी तार से एक छात्रा के घायल होने के बाद बिजली विभाग को सूचना दी गयी। करंट लगने की सूचना मिलने के बाद भी बिजली विभाग द्वारा लाइन नहीं काटा गया। कई वर्षों से मांग किए जाने के बावजूद हाईटेंशन तार को घरों की छतों और दीवारों के पास से नहीं हटाया गया है।

-बबीता देवी

बारिश के दिनों में 33 केवी तार के कारण परेशानी और बढ़ जाती है। लोग घर से बाहर निकलने में हमेशा डरे सहमे रहते हैं। कई वर्ष पूर्व सड़क किनारे विभाग द्वारा लोहे के पोल को लगाया गया है। लेकिन हाईटेंशन तार को उस पोल से नहीं ले जाया गया है। इसके चलते लोग अपना घर भी नहीं बना पा रहे हैं।

-रजनी कुमारी

हाईटेंशन तार के बिल्कुल पास ट्रांसफार्मर लगा पोल झुककर टेढ़ा हो गया है। यह पोल कभी भी हाईटेंशन तार पर गिर सकता है। पोल के गिरने से इलाके में बड़ा हादसा हो सकता है। बिजली विभाग को हाईटेंशन तार को घर की छतों और बीच आंगन से हटाना चाहिए। ट्रांसफार्मर वाले जर्जर पोल को भी व्यवस्थित करने की जरूरत है।

-पूनम झा

झुरखुरिया रोड और आसपास के इलाके में 33 केवी तार की चपेट में आने से कई बंदर, मजदूर और अन्य लोग घायल हो चुके हैं। लेकिन बिजली विभाग इस जानलेवा हाईटेंशन तार को घर की छतों और अंगन के बीच से हटाने को लिए तैयार नहीं है। विभाग को मौखिक और लिखित सूचना कई बार दी जा चुकी है, लेकिन उसका भी कोई असर नहीं हुआ।

-मिथिलेश कुमार

शिकायतें

1. हाईटेंशन तार की चपेट में आने पर भी बिजली विभाग को फोन करने के बावजूद तुरंत बिजली नहीं काटी जाती है, इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं। इसके चलते परेशानी बढ़ जाती है।

2. झुरखुरिया रोड समेत कई कॉलोनियों में 33 केवी तार घरों के बिल्कुल पास और छतों से होकर गुजरा है। इसके कारण लोग अपना घर भी नहीं बना पा रहे हैं।

3. जिस बगीचा में पेड़ के करीब से हाईटेंशन तार गुजरा है, वहां बारिश के दिनों में पानी जमने के कारण बगीचा और पानी में करंट का झटका महसूस होता है। इससे लोग बगीचा नहीं जा पाते हैं।

4. जिस क्षेत्र से हाईटेंशन तार गुजरा है। उस इलाके के घरों की छत पर लोग चढ़ने से डरते हैं। मकान बनाने के दौरान कई बार मजदूरों को करंट लग चुका है। जिसके चलते लोग मकान का निर्माण नहीं करा पाते हैं।

5. बिजली विभाग हाईटेंशन तार को घर की छतों, पेड़ और आंगन के बीच से नहीं हटा रहा है। इसके लिए विभाग को कई बार मौखिक और लिखित सूचना भी दी जा चुकी है।

सुझाव

1. बिजली विभाग द्वारा झुरखुरिया रोड स्थित जय बिहार कॉलोनी समेत आसपास के कई इलाके में घनी आबादी के बीच से हाईटेंशन तार गुजरा है। उसे वहां से हटाकर व्यवस्थित करना चाहिए।

2. सड़क किनारे पोल लगाकर हाईटेंशन तार को व्यवस्थित किया जाना चाहिए। जिससे आम नागरिकों को करंट लगने से किसी प्रकार की समस्या नहीं हो। करंट से बचाव के लिए बिजली तार अंडरग्राउंड करना चाहिए।

3. कॉलोनी में कई लोगों की जमीन पर हाईटेंशन तार गुजरने के कारण मकान का निर्माण नहीं हो पा रहा है। इसके लिए बिजली विभाग को लोगों की सुविधा और सुरक्षा का ध्यान रखकर 33 केवी तार हटाना चाहिए।

4. घनी आबादी वाले क्षेत्र से हाईटेंशन तार से करंट लगने से संबंधित किसी प्रकार की सूचना मिलने पर विभाग को त्वरित कार्रवाई कर बिजली सप्लाई काट देनी चाहिए। ताकि लोगों की जान बचाई जा सके।

5. बिजली विभाग हाईटेंशन तार को घर की छतों से हटाकर सड़क किनारे पोल पर शिफ्ट करे, ताकि मोहल्ले के लोग भयमुक्त रह सकें।

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