सहरसा: पशुओं के लिए प्राण रक्षक सिद्ध हो रहा धर्ममुला नदी
धर्ममुला नदी इस गर्मी में पशुओं के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही है। तापमान 39 डिग्री तक पहुंच चुका है, जिससे पशुपालकों को अपने पालतू जानवरों के लिए हरा चारा और पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है।...

कहरा। अप्रैल माह में क्षेत्र में प्रचण्ड उमस भरी गर्मी में धर्ममुला नदी पशुओं के लिए प्राण रक्षक सिद्ध हो रहा है। अभी दिन में तापमान 39 डिग्री तक पहुंच रहा है। दस बजे के बाद ग्रामीण क्षेत्र में भी लोगों का घर से निकलना मुश्किल सा हो गया है। पालतू पशुओं को गर्मी से बचाव करने में पशु पालकों को काफी परेशानी हो रही है। बहियारों में निचले क्षेत्र के खेत एवं गढों में जमा पानी सूख गया है। हरा चारा की अप्रत्याशित कमी सी हो गयी है। गर्मी से बचाव के लिए स्थानीय सहित सीमावर्ती प्रखण्ड के दर्जनों भैंस पालक धेमरा नदी के तट पर पशुओं के साथ अलग - अलग समुह बनाकर समय ब्यतीत कर रहे हैं। यहां आकर बथान बनाकर रह रहे कई पशु पालकों ने बताया कि ऊंचे क्षेत्र स्थित तालाब तथा जलजमाव बाले गढ़ा का पानी सुखने के साथ ही हरा चारा का भी अभाव होने लगा है।इस कारण भैंस को प्रत्येक दिन स्नान करवाने में परेशानी होता है। जबकि यहां नदी में भैंस को नहाने में काफी सहूलियत होता है, तथा नदी के किनारे - किनारे हरा चारा भी आसानी से उपलब्ध हो जाता है।
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