अब छठी कक्षा से ही बच्चों को होगा 'कौशल बोध'
रोजगारपरक शैक्षणिक व्यवस्था पर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का फोकस साल 2025 में स्किल एजुकेशन से

भागलपुर, वरीय संवाददाता। अब छठी कक्षा से ही बच्चों को 'कौशल बोध' होगा। रोजगार की परिभाषा, बेहतर रोजगार की क्या संभावनाएं हैं और रोजगार से संबंधित कैसी शिक्षा हो इसके बारे में भी बच्चों को बताया जाएगा। इसको लेकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 में कक्षा छह से ही वोकेशनल कोर्स (व्यावसायिक पाठ्यक्रम) को शामिल किया गया है। एनईपी 2020 के तहत साल 2025 के अंदर-अदर कम-से-कम 50 प्रतिशत बच्चों को व्यावसायिक शिक्षा से जोड़ने का लक्ष्य तैयार किया गया है। दरअसल, व्यावसायिक शिक्षा की बढ़ती मांग को देखते हुए नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) ने बच्चों के लिए गतिविधि आधारित पाठ्यपुस्तक विकसित की है।
इसका नाम कौशल बोध रखा गया है। इस पाठ्यपुस्तक के माध्यम से प्रयोगात्मक शैक्षणिक ढांचे का निर्माण किया गया है। एनसीईआरटी ने विकसित की है पाठ्यपुस्तक एनसीईआरटी की ओर से विकसित की गई इस पाठ्यपुस्तक के माध्यम से बच्चों को एकीकृत व्यावसायिक शिक्षा मिल पाएगी। साथ ही कला और शारीरिक शिक्षा आधारित पढ़ाई में भी बच्चों को सुविधा होगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 तथा नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क फॉर स्कूल एजुकेशन (एनसीएफएसई) 2023 के तहत कक्षा छह से ही इसे लागू कराए जाने पर जोर दिया गया है। एनसीईआरटी की ओर से प्रदत्त इस व्यवस्था के माध्यम से कक्षा छह से लेकर आठवीं तक के बच्चों के बीच कौशल आधारित शिक्षा तथा गतिविधियां प्रदान करने के लिए मार्गदर्शन दिया गया है। साथ ही एनसीईआरटी की ओर से कला तथा शारीरिक शिक्षा आधारित पाठ्यपुस्तक उपलब्ध कराई गई हैं। 14 को होगी एक दिवसीय कार्यशाला बच्चों के बीच व्यावसायिक शिक्षा का महत्व बताने को लेकर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) स्कूलों के प्रधानाध्यापकों तथा प्रबंधकों के लिए 14 मई को एक दिवसीय उन्मुखीकरण सह क्षमता संवर्धन कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। स्कूलों के प्रधानाध्यापकों और प्रबंधकों को इसमें शामिल होने के लिए 10 मई तक रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसको लेकर बोर्ड के कौशल शिक्षा निदेशक डॉ. बिस्वजीत साहा ने निर्देश जारी किया है। जारी निर्देश के अनुसार 14 मई को इस कार्यशाला का आयोजन सुबह 10.30 से लेकर 4.30 बजे तक नई दिल्ली में होगा। इस कार्यशाला में देशभर के 350 प्रधानाध्यापक व शिक्षक शामिल हो पाएंगे। इस बाबत सीबीएसई के जिला समन्वयक सुमंत कुमार ने बताया कि इस कार्यशाला से शिक्षकों को काफी कुछ सीखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि स्कूलों में कक्षा छह से ही व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने को लेकर विभाग की यह विशेष पहल है।
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