बिन्द अस्पताल में कोरोना से निपटने को डॉक्टर हुए सतर्क
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बिन्द अस्पताल में कोरोना से निपटने को डॉक्टर हुए सतर्क अस्पताल में कोरोना जांच से लेकर कई दवाएं भी उपलब्ध पीएचसी में एक्सरे और अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था नहीं, मरीज होते हैं परेशान अस्पताल में मरहम पट्टी के लिए एक ड्रेसर तक नहीं फोटो : बिंद पीएचसी : बिन्द अस्पताल में मौसमी बीमारी से पीड़ित रोगी का इलाज करते डॉ. सुनील कुमार व अन्य। बिन्द, निज संवाददाता। हजारों की आबदी को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने वाला बिन्द पीएचसी में मरीजों की जांच सुविधाएं नहीं हैं। पीएचसी में एक्सरे व अल्ट्रासाउंड आदि जांच नहीं होने से यहां के रोगियों को रेफर करना पड़ता है।
हालांकि, बिन्द अस्पताल में कोरोना से निपटने को लेकर डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मी बेहद सतर्क हैं। अस्पताल में कोरोना जांच से लेकर कई दवाएं भी उपलब्ध हैं। लेकिन, इस अस्पताल में मरहम पट्टी के लिए एक ड्रेसर तक नहीं है। इससे रोगियों को आए दिन परेशानी झेलनी पड़ रही है। एक्सरे जांचकी सुविधाएं नहीं रहने से 52 गांवों की लगभग 80 हजार आबादी परेशान है। अस्पताल में सुविधाओं का अभाव दिखाकर ज्यादातर मरीजों को बिहारशरीफ सदर अस्पताल रेफर कर दिया जाता है। इन संसाधनों के अभाव में हजारों की आबादी को समुचित स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं। आज भी लोगों को इलाज के लिए बिहारशरीफ, बाढ़ या पटना की दौड़ लगानी पड़ रही है। 7 डॉक्टरों की है तैनाती : इस अस्पताल में आयुष, दंत समेत सात डाक्टर तैनात हैं। अस्पताल में कोरोना समेत कई प्रकार की दवा भी उपलब्ध है। रोजाना 70 से 100 रोगी इलाज कराने आते हैं। डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि अभी ज्यादातर मरीज मौसमी बीमारी, बुखार, सिरदर्द व अन्य से पीड़ित आ रहे हैं। अस्पताल में कोरोना जांच व दवा उपलब्ध है। किसी भी आपात स्थितियों से निपटने के हम सभी चिकित्सक तैयार हैं। अस्पताल में रात में ड्यूटी करने में काफी फजीहत होती है। डॉक्टरों के ठहरने की कोई व्यवस्था नहीं है। अस्पताल की घेराबंदी नहीं होने से आवारा पशु इधर उधर भटकते रहते हैं। कहते हैं अधिकारी : अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं से मरीजों का पूरा इलाज किया जा रहा है। इमरजेंसी मरीजों के लिए एंबुलेंस की सुविधाएं उपलब्ध हैं। अस्पताल की घेराबंदी व डॉक्टरों के ठहराव की व्यवस्था नहीं रहने से परेशानी हो रही है। डॉ. उमाकांत प्रसाद, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी
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