Fake Documents of 565 Teachers Discovered in Bihar Action Taken on Only 127 जिले के 565 शिक्षकों के कागजात पाये गये फर्जी, कार्रवाई आधी-अधूरी, Biharsharif Hindi News - Hindustan
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जिले के 565 शिक्षकों के कागजात पाये गये फर्जी, कार्रवाई आधी-अधूरी

जिले के 565 शिक्षकों के कागजात पाये गये फर्जी, कार्रवाई आधी-अधूरीजिले के 565 शिक्षकों के कागजात पाये गये फर्जी, कार्रवाई आधी-अधूरीजिले के 565 शिक्षकों के कागजात पाये गये फर्जी, कार्रवाई आधी-अधूरीजिले...

Newswrap हिन्दुस्तान, बिहारशरीफMon, 16 June 2025 10:47 PM
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जिले के 565 शिक्षकों के कागजात पाये गये फर्जी, कार्रवाई आधी-अधूरी

हिन्दुस्तान विशेष : जिले के 565 शिक्षकों के कागजात पाये गये फर्जी, कार्रवाई आधी-अधूरी सिर्फ सिलाव के 127 पर हुई आधी-अधूरी कार्रवाई, शेष फाइल डीईओ कार्यालय में फांक रही धूल जिला शिक्षा विभाग के दस्तावेजों के मिलान से हुआ भंडाफोड़, डीईओ ने निगरानी विभाग को भेजी थी रिपोर्ट सबसे अधिक सिलाव के 127, तो सबसे कम परवलपुर के 5 शिक्षकों के कागजात मिले थे फर्जी बहाली में फर्जीवाड़ा का आलम यह कि 21 नियोजन इकाइयों व 270 शिक्षकों पर करायी जा चुकी है एफआईआर फोटो : डीईओ : जिला शिक्षा पदाधिकारी का कार्यालय। बिहारशरीफ, कार्यालय संवाददाता सिलाव के 127 समेत जिले के 565 शिक्षकों के कागजात फर्जी पाये गये थे।

लेकिन, सिलाव के 127 शिक्षकों के विरुद्ध जांच को अंतिम रूप दिया गया था। इस मामले में सिलाव बीईओ व डीपीओ जांच के घेरे में आ गये हैं। डीईओ के दो-दो पत्र भेजने के बाद भी जवाब नहीं दिया गया है। अब डीईओ आगे की कार्रवाई करने में जुट गये हैं। सिर्फ सिलाव के 127 पर हुई आधी-अधूरी कार्रवाई के बाद शेष 438 शिक्षकों की प्राथमिक जांच रिपोर्ट की फाइल वर्ष 2019 से डीईओ कार्यालय में धूल फांक रही है। जिला शिक्षा विभाग के ही दस्तावेजों के मिलान से 565 शिक्षकों के दस्तावेज में गड़बड़ी पकड़ी गयी थी। लेकिन, तत्कालीन डीईओ मनोज कुमार पर राजनीतिक दबाव पड़ने के कारण सिर्फ सिलाव के ही दस्तावेज पर फर्जीवाड़ा की अंतिम मुहर लगायी गयी थी। कार्रवाई की खानापूर्ति के लिए डीईओ ने निगरानी विभाग को वह रिपोर्ट भेज दी थी। इस मामले में सबसे अधिक सिलाव के 127, तो सबसे कम परवलपुर के पांच शिक्षकों के कागजात फर्जी मिले थे। बहाली में फर्जीवाड़ा का आलम यह कि 21 नियोजन इकाइयों व 270 शिक्षकों पर अब तक एफआईआर करायी जा चुकी है। बावजूद, सैकड़ों शिक्षकों की ढिठई ऐसी कि अब भी स्कूलों में डटे हैं। कैसे हुआ भंडाफोड़: बेन प्रखंड के धनंजय कुमार उर्फ गुड्डू ने जिला शिक्षा विभाग से तमाम नियोजित शिक्षकों की तस्वीर समेत पूरी विवरणी सूचना के अधिकार अधिनियम से मांगी। विभाग द्वारा दिये गये दस्तावेज के आधार पर उन्होंने सैकड़ों शिक्षकों की नौकरी फर्जी सर्टिफिकेट पर करने का मामला जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी (पीजीआरओ) के यहां उठाया। तत्कालीन पीजीआरओ राजेश कुमार सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए डीईओ मनोज कुमार को जांच का आदेश दिया। डीईओ के आदेश पर शिक्षक जांच कोषांग ने इन शिक्षकों के सर्टिफिकेटों की जांच की। जांच में इतनी तादाद में शिक्षकों के पकड़े जाने पर अधिकारियों के साथ ही कर्मियों के पैरों तले जमीन खिसक गयी। एक साथ 565 शिक्षकों पर कार्रवाई करने का बड़ा मामला होने के कारण इसे निगरानी अन्वेषण ब्यूरो को सौंप दिया गया था। लेकिन, अबतक इनपर कार्रवाई नगण्य है। किस प्रखंड के कितने शिक्षकों के दस्तावेज फर्जी : सिलाव 127, राजगीर 58, बेन 50, नूरसराय 43, बिहारशरीफ 34, हरनौत 31, थरथरी 28, गिरियक 27, हिलसा 26, इस्लामपुर 24, चंडी 21, एकंगरसराय 18, अस्थावां 14, कतरीसराय व रहुई 12-12, बिंद 11, नगरनौसा 10, करायपरसुराय 9, सरमेरा 5, परवलपुर 5। बोले अधिकारी : सिलाव में फर्जी पाये गये 127 शिक्षकों की पूरी विवरणी की मांग बीईओ व डीपीओ से की गयी है। लेकिन, दो रिमाइंडर के बाद भी जवाब नहीं दिया गया है। अब अगली कार्रवाई के रूप में मामले को उच्चाधिकारी के पास पहुंचाया जाएगा। राजकुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी

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