Salempur Village School Building Wait Children Forced to Travel 3 Km for Education सलेमपुर गांव में स्कूल भवन का इंतजार, बच्चे 3 किमी दूर पढ़ने को मजबूर, Biharsharif Hindi News - Hindustan
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सलेमपुर गांव में स्कूल भवन का इंतजार, बच्चे 3 किमी दूर पढ़ने को मजबूर

सलेमपुर गांव में स्कूल भवन का इंतजार, बच्चे 3 किमी दूर पढ़ने को मजबूरसलेमपुर गांव में स्कूल भवन का इंतजार, बच्चे 3 किमी दूर पढ़ने को मजबूरसलेमपुर गांव में स्कूल भवन का इंतजार, बच्चे 3 किमी दूर पढ़ने...

Newswrap हिन्दुस्तान, बिहारशरीफSat, 12 April 2025 10:48 PM
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सलेमपुर गांव में स्कूल भवन का इंतजार, बच्चे 3 किमी दूर पढ़ने को मजबूर

सलेमपुर गांव में स्कूल भवन का इंतजार, बच्चे 3 किमी दूर पढ़ने को मजबूर 3 माह पहले मिली भवन निर्माण की स्वीकृति, लेकिन नहीं शुरू हुआ काम 33 लाख की लागत से बनेगा नया स्कूल भवन ग्रामीणों ने भवन न बनने पर लोकसभा चुनाव का किया था बहिष्कार फोटो: करायपरसुराय स्कूल : सलेमपुर गांव स्थित मध्य विद्यालय के पुराने भवन की जर्जर दीवार। करायपरसुराय, निज संवाददाता। प्रखंड के बेरथू पंचायत के सलेमपुर गांव में मध्य विद्यालय का भवन पिछले पांच साल से ध्वस्त पड़ा है। इसके चलते गांव के 182 बच्चों को पढ़ाई के लिए 3 किलोमीटर दूर नवसृजित प्राथमिक विद्यालय बिन्सा जाना पड़ रहा है। तीन महीने पहले भवन निर्माण को मंजूरी मिली थी, लेकिन अब तक काम शुरू नहीं हुआ है। इससे ग्रामीणों में गहरी नाराजगी है। सलेमपुर मध्य विद्यालय का भवन 35 साल पहले बना था, जो समय के साथ जर्जर होकर ढह गया। ग्रामीणों ने कई बार बैठकें कीं और शिक्षा विभाग को इसकी जानकारी दी। पिछले लोकसभा चुनाव में गांव वालों ने ‘विद्यालय भवन नहीं तो वोट नहीं का नारा बुलंद किया और दोनों बूथों पर वोटिंग का पूरी तरह बहिष्कार कर दिया। इससे प्रशासन में हड़कंप मच गया और शिक्षा विभाग ने आनन-फानन में भवन निर्माण का आदेश जारी किया। लेकिन इसके बावजूद गांव में एक भी वोट नहीं पड़ा। ग्रामीण पंकज कुमार, सर्वजीत कुमार और अन्य लोगों ने बताया कि जर्जर भवन ढहने के बाद से बच्चे दूर बिन्सा गांव में पढ़ने जा रहे हैं। इतनी दूरी की वजह से बच्चों को पढ़ाई में दिक्कत हो रही है। अभिभावकों को भी बच्चों को भेजने में परेशानी उठानी पड़ती है। खासकर 7वीं और 8वीं कक्षा की छात्राओं को आने-जाने में मुश्किल होती है। मध्य विद्यालय सलेमपुर में 182 छात्र-छात्राएं और 10 शिक्षक हैं। स्कूल के प्रभारी उमेश लाल ने बताया कि तीन महीने पहले 33 लाख रुपये की लागत से भवन बनाने की मंजूरी मिली थी। संवेदक का चयन भी हो चुका है, लेकिन उसकी लापरवाही से काम शुरू नहीं हुआ। 2018 से सलेमपुर स्कूल को विन्सा के स्कूल के साथ जोड़ा गया है, जहां बच्चे पढ़ रहे हैं। दूरी की वजह से बच्चों की उपस्थिति कम रहती है। सर्व शिक्षा अभियान के रिंटू कुमार ने कहा कि टेंडर हो चुका है और जल्द ही निर्माण शुरू होगा।

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