खुलासा: पत्नी व पुत्र ने ही 10 हजार की सुपारी दे ऑटो चालक की करायी थी हत्या
खुलासा: पत्नी व पुत्र ने ही 10 हजार की सुपारी दे ऑटो चालक की करायी थी हत्याखुलासा: पत्नी व पुत्र ने ही 10 हजार की सुपारी दे ऑटो चालक की करायी थी हत्याखुलासा: पत्नी व पुत्र ने ही 10 हजार की सुपारी दे...

खुलासा: पत्नी व पुत्र ने ही 10 हजार की सुपारी दे ऑटो चालक की करायी थी हत्या संपत्ति की लालच में दिया गया था घटना को अंजाम, 3 शूटर गिरफ्तार 27 मार्च को चंडी के सैदबहरी के पास हुई थी ऑटो चालक की हत्या फोटो 24हिलसा02-चंडी में ऑटो चालक हत्याकांड का उद्भेदन करते डीएसपी रंजन कुमार व अन्य पुलिस पदाधिकारी। हिलसा, निज प्रतिनिधि। चंडी थाना क्षेत्र के सैदबहरी गांव के समीप 27 मार्च को दिनदहाड़े ऑटो चालक की गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी गयी थी। इस हत्याकांड का पुलिस ने गुरुवार को उद्भेदन किया है। हत्या के पीछे मृतक की पत्नी और पुत्र की ही भूमिका सामने आयी है। संपत्ति की लालच में महज दस हजार रुपये की सुपारी देकर शूटर से टेम्पो चालक की हत्या करायी गयी थी। घटना को अंजाम देने वाले तीन शूटरों को पुलिस ने दबोच लिया है। साथ ही घटना में इस्तेमाल की गयी बाइक और मोवाइल को भी बरामद किया है। हालांकि, मास्टरमाइंड की भूमिका अदा करने वाली पत्नी और पुत्र अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। हिलसा के प्रभारी डीएसपी रंजन कुमार ने बताया कि बीते 27 मार्च को चंडी थाना क्षेत्र के सैदबहरी गांव के पास ऑटो चालक धर्मवीर यादव की चार गोली मार हत्या कर दी गयी थी। मृतक चंडी थाना क्षेत्र के ही गोपी बिगहा के रहने वाला था। घटना के दिन हिलसा से ऑटो चालक घर लौट रहा था। तभी, तीन से चार गोलियां मारकर उसकी हत्या कर दी गई थी। डीएसपी ने बताया कि पूरी घटना में मृतक की पत्नी मनीता देवी और पुत्र चन्दन कुमार की संलिप्तता उजागर हुई है। दोनों ने एक साजिश के तहत दस हजार की सुपारी देकर शूटरों की मदद से घटना को अंजाम दिया था। तकनीकी व मानवीय अनुसंधान के तहत घटना में शामिल बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए शूटरों में नालन्दा के छबिलापुर थाना क्षेत्र के केसरी बिगहा निवासी धीरज कुमार, मसौढ़ी के विवेक कुमार और सत्यप्रकाश भारती शामिल हैं। तीनों आरोपियों ने पूछताछ में अपना अपराध कबूल किया है। घटना का कारण क्या : डीएसपी ने बताया कि जांच में सामने आया है कि पिछले 16 वर्षों से धर्मवीर की पत्नी मनीता देवी अपने बेटे और बेटियों के साथ मायके में रह रही है। पति-पत्नी के बीच परिवारिक कलह और बाद में संपत्ति को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था, जिसका मामला हिलसा न्यायालय में लंबित है। पत्नी ससुराल की सम्पति हथियाने चाहती थी। पुत्र भी यही चाहता था कि किसी तरह उसके पिता की मौत हो जाए। ताकि, सारी संपत्ति उसे हाथ लग जाए। हालांकि, धर्मवीर अपने बेटे को कई बार अपने साथ रहने के लिए कहता था। लेकिन, वह पिता की बजाय मां के साथ ही रहता था। हत्याकांड में शामिल मुख्य शूटर की भूमिका निभाने वाला धीरज कुमार मृतक के दामाद का भाई बताया जाता है। उसने ही अपने दोस्त विवेक और सत्यप्रकाश के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया है। पकड़े गए धीरज एवं विवेक कुमार के खिलाफ पटना के पुनपुन और मसौढ़ी थाने में पहले से हत्या के मामले दर्ज हैं। पत्नी व बेटे ने निभाई लाइनर की भूमिका: वीते 27 मार्च को हिलसा न्यायालय में तारीख थी। धर्मवीर यादव, पत्नी मनीता देवी व पुत्र चन्दन कुमार कोर्ट पहुंचे थे। कोर्ट में तारीख गुजारने के बाद धर्मवीर अपने ऑटो से घर लौट रहा था। जबकि, उसकी पत्नी मनीता देवी और पुत्र चन्दन कुमार ने लाइनर की भूमिका निभायी। धर्मवीर की रास्ते में ही गोली मारकर हत्या कर दी गयी। छापेमारी टीम में चण्डी थानाध्यक्ष सुमन कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर सत्यम चंद्रवंशी और डीआईयू के नीरज कुमार, सद्दाम हुसैन, प्रिंसदीप , सतीश कुमार, मिथलेश कुमार व सशस्त्र बल शामिल थे।
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