छपरा जंक्शन स्थित लोको रनिंग रूम में लगा एयर कंडीशन
लोको पायलट की ड्यूटी 8 से 10 घंटे निर्धारित एयर कंडीशन नहीं होने से लोको पायलट को उमस भरी गर्मी में काफी परेशानी होती थी लेकिन एयर कंडीशन से लैस किए जाने के बाद अब ड्यूटी से आने के बाद लोको पायलट...

लोको पायलट की ड्यूटी 8 से 10 घंटे निर्धारित छपरा , हमारे संवाददाताl पूर्वोत्तर रेलवे के लोको रनिंग रूम में एयर कंडीशन लगाया गया है। पायलट पहले एयर कंडीशन नहीं होने से लोको पायलट को उमस भरी गर्मी में काफी परेशानी होती थी लेकिन एयर कंडीशन से लैस किए जाने के बाद अब ड्यूटी से आने के बाद लोको पायलट अच्छे से सो रहे हैंl रेल प्रशासन लगातार इनकी सेवाओं की मॉनिटरिंग करता है क्योंकि यात्रियों की सुरक्षा इनके जिमवारी का एक हिस्सा हैl यह जानकारी वाराणसी मंडल की जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने दीl उन्होंने बताया कि लोको पायलट की ड्यूटी सवारी गाडी में अधिकतम 08 घंटे व मालगाड़ियों में अधिकतम 10 घंटे निश्चित की गयी l पूर्वोत्तर रेलवे में 176 इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव में ए.सी. की सुविधा दी गई हैl इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के आ जाने से लोको पायलट के वर्किंग कंडीशन में उल्लेखनीय सुधार हुये हैं; जैसे कि डीजल लोकोमोटिव की तरह इसमें शोर नहीं होता है, इसकी कैब में पर्याप्त जगह है। लोको पायलट की सीट आरामदायक है और बड़ी विंडो साइज होने से दृश्यता भी बेहतर है। पिछले 10 वर्षों में आधे से ज्यादा लोको केबिनों को एर्गोनोमिक सीटों, वातानुकूलन व अन्य सुधारों के साथ अपग्रेड किया गया है। - किराए के मकानों में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों का हो रहा रंगरोगन फोटो- 6- जलालपुर के समहोता पंचायत में चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्र का हुआ रंगरोगन जलालपुर, एक प्रतिनिधि। प्रखंड की विभिन्न पंचायतों में किराए के मकानों में चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों का आकर्षक रंगरोगन किया जा रहा है ताकि बच्चों का प्ले स्कूल की तरह आकर्षण बढ़ सके और उन्हें बेहतर सुविधा मिल सके। इसकी शुरुआत समहोता पंचायत से की गई है। इस पंचायत के अंतर्गत किराए के मकान में चलने वाले 12 आंगनबाड़ी केंद्रों का रंगरोगन कार्य पूरा कर लिया गया। रंगरोगन कार्य का निरीक्षण करने के बाद सीडीपीओ नीतू सिंह ने बताया कि पर्यवेक्षिका शिखा कुमारी की देख रेख में रंगरोगन कार्य कराया गया है। अब रामपुर पंचायत सहित अन्य पंचायतों में भी किराए के मकानों में चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों का रंगरोगन कार्य इसी तरह कराया जाएगा। पहले सरकारी भवनों का ही रंगरोगन किया जाता था। अब किराए के मकानों में चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों के रंगरोगन होने से बच्चों के बीच आंगनबाड़ी केंद्रों के प्रति रुझान पैदा होगा व उन्हें स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण मिलेगा जिससे उनका संपूर्ण मानसिक व शारीरिक विकास होगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।