सीईटी-बीएड के लिए लनामिवि से रवाना हुआ पर्यवेक्षकों का दल
दरभंगा में 28 मई को राज्य स्तरीय संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीईटी-बीएड) का आयोजन होगा। परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था 11 जिलों में की गई है। कुल 1,31,629 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल होंगे। प्रवेश पत्र...

दरभंगा। दो वर्षीय बीएड एवं शिक्षा शास्त्री में नामांकन के लिए राज्य स्तरीय संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीईटी-बीएड) का आयोजन 28 मई को होना है। स्वच्छ एवं कदाचार मुक्त प्रवेश परीक्षा के आयोजन के लिए नोडल विश्वविद्यालय ललित नारायण मिथिला विवि से परीक्षा केंद्र वाले राज्य के सभी 11 जिलों के लिए केंद्रीय समन्वयक सह पर्यवेक्षक दल को रवाना किया गया है। केंद्रीय समन्वयक सह पर्यवेक्षक संबंधित जिले के जोनल कोऑर्डिनेटर, यूनिवर्सिटी नोडल ऑफिसर एवं केंद्राधीक्षक के साथ समन्वय स्थापित कर स्वच्छ एवं कदाचारमुक्त परीक्षा संपन्न कराने में मदद करेंगे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की प्रभारी कुलसचिव डॉ. दिव्या रानी हांसदा एवं कोर कमेटी के सदस्य उपस्थित थे।
जिन शहरों के लिए पर्यवेक्षक दल को रवाना किया गया, उनमें आरा, गया, पटना, हाजीपुर, छपरा, मधेपुरा, पूर्णिया, भागलपुर एवं मुंगेर शामिल हैं। इसके अलावा दरभंगा एवं मुजफ्फरपुर के लिए भी केंद्रीय समन्वयक सह पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई है। परीक्षा का केंद्र इन सभी जिलों में निर्धारित है। राज्य नोडल पदाधिकारी प्रो. अशोक कुमार मेहता ने कहा कि सीईटी-बीएड 2025 परीक्षा 28 मई को एक ही पाली में अपराह्न 11 बजे से एक बजे तक आयोजित होगी। अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पर प्रवेश सुबह 08:30 बजे से दिया जाएगा और परीक्षा शुरू होने से आधा घंटा पूर्व 10:30 बजे के बाद प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसलिए परीक्षार्थी ससमय परीक्षा केंद्र पर पहुंच जाएं। परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र के साथ अपना आधार कार्ड लाना अनिवार्य है। प्रवेश पत्र 21 मई से डाउनलोड हो रहे हैं। रविवार शाम तक लगभग एक लाख 15 हजार अभ्यर्थियों ने अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड कर लिया है। सीईटी-बीएड में इस वर्ष कुल एक लाख 31 हजार 629 छात्र-छात्राएं शामिल होने वाले हैं। इनमें 218 अभ्यर्थी शिक्षा शास्त्री की 100 सीटों पर नामांकन के लिए परीक्षा देंगे। शेष अभ्यर्थी राज्य के 14 विश्वविद्यालयों के अंतर्गत संचालित बीएड कॉलेजों में नामांकन के लिए परीक्षा में शामिल होंगे। दो वर्षीय बीएड के लिए कुल एक लाख 31 हजार 411 आवेदन प्राप्त हैं। कुल आवेदकों में लगभग 40 फीसदी पुरुष, जबकि 60 फीसदी महिला शामिल हैं। थर्ड जेंडर के तीन अभ्यर्थी भी परीक्षा में शामिल होंगे। बता दें कि गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष पुरुष अभ्यर्थियों में लगभग 49.57 फीसदी, जबकि महिला अभ्यर्थियों में 24.89 फीसदी की कमी हुई है। प्रो. मेहता ने बताया कि सीईटी-बीएड के लिए राज्य के 11 शहरों में कुल 214 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसके अंतर्गत आरा में 15, भागलपुर में 15, छपरा में नौ, दरभंगा में 28, गया में नौ, मधेपुरा में 13, मुंगेर में 11, मुजफ्फरपुर में 29, पटना में 50, पूर्णिया में 13 एवं हाजीपुर में नौ परीक्षा केंद्र हैं। पुरूष एवं महिला अभ्यर्थियों के लिए अलग-अलग परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। 214 परीक्षा केंद्रों में 137 केंद्र महिला तथा 77 पुरुष अभ्यर्थियों के लिए बनाए गए हैं। लनामिवि के कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी ने कहा कि इस राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा को सफलतापूर्वक संपन्न कराने की जिम्मेदारी कुलाधिपति ने लनामिवि को सौंपी है। स्वच्छ एवं कदाचारमुक्त परीक्षा की तैयारी के लिए निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है। प्रत्येक चरण के कार्यक्रम नियत मानदंड के अनुरूप किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि दो वर्षीय बीएड एवं शिक्षाशास्त्री में नामांकन के लिए राजभवन ने लगातार छठी बार लनामिवि को सीईटी-बीएड का जिम्मा सौंपा है। लनामिवि के तत्वावधान में राज्य में वर्ष 2020 से लगातार बीएड की नामांकन प्रक्रिया चल रही है।
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