दांत टूटे हुए और चेहरे पर तेजाब डालने का निशान, अगवा छात्रा की लाश मिलने से भड़के लोग; पुलिस पर संगीन इल्जाम
ग्रामीणों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों के आरोप से संबंधित वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। परिजनों ने आरोपियों से मिलीभगत, लापरवाही, ढूंढने के लिए पैसे मांगने तथा कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाए हैं। उनका आरोप है कि अपहरण के संबंध में आवेदन देने के समय पैसे लिए गए।

बिहार के गोपालगंज जिले में दो दिन पूर्व स्थानीय थाने के हुस्सेपुर जानकीनगर गांव से एक शादी समारोह से अपहृत नौवीं की छात्रा का शव लखरांव पोखरा के समीप से बरामद किया गया।रविवार की सुबह शिव मंदिर में पूजा करने गए लोगों ने शव को देखा। इसकी सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने शव को बरामद किया। छात्रा के सामने के दांत टूटे हुए थे। चेहरे पर तेजाब जैसा पदार्थ डालने के निशान हैं। घटना से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने भोरे-मीरगंज पथ को जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता ने गुस्साए ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए गोपालगंज भेजवाया। उन्होंने बताया कि मामले में गिरफ्तार एक आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
स्थानीय थाने के लखरांव में रविवार की सुबह अपहृत छात्रा का शव बरामद होने के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए। सड़क को जाम कर आक्रोशित ग्रामीण हिरासत में लिए गए एक आरोपी को उनके हवाले करने की मांग पर अड़े हुए थे। उनका कहना था कि जबतक आरोपित हवाले नहीं किया जाता, तब तक शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं भेजा जाएगा। इससे पहले लखराव शिव मंदिर परिसर स्थित तालाब से अपहृत छात्रा का शव बरामद होने से इलाके में सनसनी फैल गई। लोग तरह तरह की चर्चा करने लगे।
लोग पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाने लगे। घटना की सूचना मिलते ही परिजनों और ग्रामीणों की भारी भीड़ मौके पर जमा हो गई। आक्रोशित ग्रामीणों ने भोरे-मीरगंज मुख्य पथ को शिव मंदिर के समीप जाम भी कर दिया, जिससे कुछ देर के लिए मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया। मामले की जानकारी मिलते ही एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता मौके पर पहुंचे और समझा-बुझाकर स्थिति को नियंत्रित किया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए गोपालगंज भेजा जा सका।
परिजनों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
ग्रामीणों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों के आरोप से संबंधित वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। परिजनों ने आरोपियों से मिलीभगत, लापरवाही, ढूंढने के लिए पैसे मांगने तथा कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाए हैं। उनका आरोप है कि अपहरण के संबंध में आवेदन देने के समय पैसे लिए गए।
फिर से ढूंढने के लिए भी पैसे की मांग की गई और पैसे नहीं देने पर पूरे मामले की जानकारी होने तथा एक आरोपित के हिरासत में रहने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। रविवार की सुबह भी सूचना के बावजूद काफी देर से पुलिस पहुंची। यदि समय से और कड़ाई से गिरफ्तार आरोपित से पूछताछ कर कार्रवाई की गई रहती तो अपहृत छात्रा की जान बच सकती थी। हालांकि थानाध्यक्ष ने परिजनों के सभी आरोपों को खारिज कर दिया है।
हत्या से पहले बर्बरता की आशंका
शव की स्थिति देखकर परिजन और ग्रामीण आशंका जता रहे हैं कि छात्रा की बेरहमी से हत्या की गई है। उसके सामने के दांत टूटे हुए थे और शरीर पर तेजाब डालने के भी निशान पाए गए हैं।आशंका यह भी जताई जा रही है हत्या से पूर्व उसके साथ हैवानियत भी की गई हो। उधर, एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता ने बताया कि मामले की जांच विभिन्न पहलुओं से की जा रही है। तकनीकी साक्ष्यों के साथ-साथ हिरासत में लिए गए युवक से भी पूछताछ की जा रही है। अन्य आरोपियों को भी शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।