मॉक ड्रिल में तीनों ऑक्सीजन प्लांट की मशीन नहीं हुई चालू
दरभंगा में कोरोना की रफ्तार बढ़ने पर भी डीएमसीएच के तीन पीएसए ऑक्सीजन प्लांट काम नहीं कर रहे हैं। मॉक ड्रिल के दौरान मशीनें चालू नहीं हुईं, जिससे ऑक्सीजन उत्पादन असंभव हो गया। अस्पताल लिक्विड मेडिकल...

दरभंगा। कोरोना की रफ्तार एक बार फिर तेज होने के बावजूद डीएमसीएच परिसर में स्थापित तीन पीएसए ऑक्सीजन प्लांट नकारा साबित हो रहे हैं। शनिवार को मॉक ड्रिल के दौरान तीनों ऑक्सीजन प्लांट की मशीन तक चालू नहीं हो सकी। ऐसी हालत में प्लांट से ऑक्सीजेन जनरेट होने की बात बेमानी होगी। डीएमसीएच की व्यवस्था फिलहाल पूरी तरह एनेस्थीसिया विभाग परिसर में स्थापित लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट पर निर्भर है। बताया जाता है कि आपात स्थिति के लिए करीब 200 ऑक्सीजन सिलेंडरों को स्टॉक किया गया है। बता दें कि कोरोना की पहली लहर के दौरान ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए डीएमसीएच में लाखों की लागत से तीन ऑक्सीजन प्लांट लगा तो दिए गए, लेकिन उनके मेंटेनेंस के लिए कुछ हजारों की राशि उपलब्ध नहीं कराए जाने से तीनों ऑक्सीजन प्लांट महीनों से ठप पड़े हैं।
शिशु रोग विभाग, गायनी विभाग और पुराने इमरजेंसी विभाग परिसर में स्थापित किए गए पीएसए ऑक्सीजन प्लांट कुछ दिनों तक चलने के बाद जवाब दे गए। अस्पताल प्रशासन ने उन्हें चालू करने के लिए संबंधित कंपनियों को कहा तो मेंटेनेंस के लिए उन्हें भारी-भरकम राशि का एस्टीमेट थमा दिया गया। इसमें से अग्रिम के रूप में 75 प्रतिशत राशि की डिमांड रख दी गई। मेंटेनेंस के लिए अस्पताल प्रशासन के पास फंड नहीं होने का हवाला देते हुए बीएमएसआईसीएल को कई पत्र लिखकर बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट का मेंटेनेंस करा उन्हें चालू कराने का अनुरोध किया गया। हालांकि अभी तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। ऑक्सीजन प्लांट को चालू कराने के लिए कई बार अनुरोध किया जा चुका है। बीएमएसआईसीएल को फिर पत्र लिखा जाएगा। - डॉ. सुरेंद्र कुमार, उपाधीक्षक
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