छापेमारी में जब्त की गई नकली दवाएं
लहेरियासराय में औषधि विभाग ने नकली दवाओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है। सहायक औषधि नियंत्रक वीरेंद्र कुमार ने एक मेडिकल दुकान की जांच की, जिसमें खून की कमी की दवा के नकली होने का पता चला। दुकान से 2140...

लहेरियासराय। नकली दवाएं बेचने वाले दुकानदारों पर औषधि विभाग ने लगाम लगाना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में सहायक औषधि नियंत्रक वीरेंद्र कुमार ने गुरुवार को बेंता थाना क्षेत्र के अयाचीनगर में मे. कोमल मेडिकल व सर्जिकल में जांच की। जांच के दौरान उन्हें खून की कमी में उपयोग होने वाली दवा पर शक हुआ। जब उन्होंने बारीकी से जांच की तो उसके एक वायल का अधिकतम खुदरा मूल्य 36 सौ रुपये था। वायल की पैकिंग पर ब्रांडेड कंपनी का नाम लिखा हुआ था, पर जांच में पाया गया कि उसे किसी दूसरी कंपनी ने बनाया है। दुकान में मौजूद कुल नौ वायल को जब्त कर लिया गया।
उन्होंने ओरिजिनल कंपनी के प्रतिनिधि से जानकारी ली तो प्रतिनिधि ने कहा कि यह दवा उनकी कंपनी के नाम पर बनाया गया है, जो नकली है। उन्होंने बताया कि इस दवा के नमूने को संग्रहित करते हुए भारत सरकार के लैब में जांच करायी जाएगी, ताकि किस मालिक्यूल से वायल का निर्माण किया गया है, इसका पता लगाया जा सके। इसके अलावा उस दुकान से 2140 नारकोटिक्स वायल भी जब्त किये गये। जब इस वायल का परचेज बिल मांगा गया तो दुकानदार ने कोई बिल नहीं दिया। औषधि निरीक्षक ने बताया कि इस दवा का उपयोग नशे में किया जाता है। छापेमारी टीम में औषधि निरीक्षक संदीप साह, राजेश कुमार कुशवाहा, अर्चना कुमारी व सुनीता प्रसाद शामिल थीं।
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