Mithila Literary Giant Ugranaryan Mishra Kanak Remembered on 8th Death Anniversary कनक ने मैथिली आंदोलन के नाम समर्पित किया अपना जीवन, Darbhanga Hindi News - Hindustan
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कनक ने मैथिली आंदोलन के नाम समर्पित किया अपना जीवन

दरभंगा में खादी भंडार, रामबाग में स्व. उग्रनारायण मिश्र 'कनक' की आठवीं पुण्यतिथि मनाई गई। इस मौके पर 'मिथिला में खादी और मैथिली के विकास में कनक जी का योगदान' पर विचारगोष्ठी और कवि गोष्ठी का आयोजन...

Newswrap हिन्दुस्तान, दरभंगाSat, 24 May 2025 02:16 AM
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कनक ने मैथिली आंदोलन के नाम समर्पित किया अपना जीवन

दरभंगा। खादी भंडार, रामबाग में मिथिला के प्रसिद्ध सर्वोदयी व मूर्धन्य साहित्यकार स्व. उग्रनारायण मिश्र ‘कनक की आठवीं पुण्यतिथि शुक्रवार को मनायी गयी। इस अवसर पर ‘मिथिला में खादी और मैथिली के विकास में कनक जी का योगदान विषय पर विचारगोष्ठी एवं कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत कनक जी के तैलचित्र पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्वलन से हुई। अतिथियों का स्वागत कनक जी के ज्येष्ठ पुत्र विनोद कुमार मिश्र ने पाग-चादर से किया। कार्यक्रम के संचालक कमलेश झा ने कहा कि स्व. कनक ने अपना सारा जीवन खादी एवं मैथिली आंदोलन को समर्पित कर दिया। प्रसिद्ध कवि एवं चुनाव आयोग के दरभंगा जिला आइकॉन मणिकांत झा ने कहा कि कनक जी के व्यक्तित्व को सिर्फ खादी तक ही सीमित रखकर हम अपने आने वाली पीढ़ी को उनके जीवन परिचय से वंचित रखेंगे।

हम सब की जिम्मेदारी है कि कनक की छोड़ी गयी विरासत को आने वाली पीढ़ी के लिए बचाकर रखें। कवि विजय शंकर ने कहा कि कनक जी ने दर्जनभर से अधिक पुस्तकों की रचना की थी। उनकी प्रसिद्ध पुस्तकों में जुबेदा, हम नीलकंठ, गोपाल बाबू, प्रेम, चन्दनार्थ, चनरी, हम किछु बजइत छी आदि हैं। प्रसिद्ध मैथिली कवि हरिश्चंद्र ‘हरित ने भी विचार रखे। गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कथाकार रमेश ने कहा कि कनक जी मैथिली आंदोलन में किरण जी के प्रमुख सहयोगी थे। मैथिली साहित्य के प्रचार-प्रसार के लिए गांव-गांव में पैदल घूमे थे। कवि गोष्ठी में मैथिली कवि मिथिलेश सिन्हा ने अपनी कविता के माध्यम से कनक जी को याद किया। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विनोद मिश्र ने खादी को प्रोत्साहित करने की जरूरत पर बल दिया। कवि गोष्ठी में डॉ. शीला मिश्रा, अधिवक्ता विजय कुमार मिश्र, संजीत सरस, सत्येंद्र झा, योगानंद झा, वाचस्पति ठाकुर, प्रियरंजन, सुमित गुंजन, रामकुमार, मिथिलेश सिन्हा, अजित चंद्र दास, विजय शंकर, दीनानाथ युवराज, उदय शंकर चौधरी, मुन्नी मधु, श्लोक वंदना, प्रतिभा स्मृति व ऋतु प्रज्ञा ने भी कविता पाठ किया। मौके पर अजय कुमार, चंदन कुमार, अब्दुल कलाम अंसारी, पंकज कुमार, टुनटुन मंडल, गोविन्द मिश्र, संतोष कुमार, सुरेश कुमार, नीतू झा, ठक्कन झा, गंगा महतो, विकास झा, अमरनाथ झा आदि उपस्थित थे।

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