बिहार में मिड डे मील से बाहर हुआ अंडा, अब मिलेगा सेब-केला, जानें क्या है वजह?
बिहार के सरकारी स्कूलों में मिड डे मील में अब बच्चों को शुक्रवार से अंडा की जगह मौसमी फल सेब या केला दिया जाएगा। केंद्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने बिहार समेत सभी राज्यों को बर्ड फ्लू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अलर्ट जारी किया है।

बर्ड फ्लू के प्रकोप को देखते हुए सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन में अंडा दिए जाने पर रोक लगा दी गई है। मांसाहारी भोजन करने वाले स्कूली बच्चों को शुक्रवार को अंडा नहीं मिलेगा। मध्याह्न भोजन योजना निदेशक साहिला ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (मध्याह्न भोजन योजना) को पत्र लिखा है।
बता दें कि निर्धारित मेनू के अलावा उनके पोषण को ध्यान में रखकर शुक्रवार को एक उबला अंडा दिया जाता है। निर्देश में कहा गया है कि बच्चों को शुक्रवार को अंडा की जगह मौसमी फल सेव या केला दिया जाएगा। मालूम हो कि केंद्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने बिहार समेत सभी राज्यों को बर्ड फ्लू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अलर्ट जारी किया है। इसी आलोक में यह निर्देश जारी किया गया है। निदेशक ने कहा है कि सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी इसे सुनिश्चित करेंगे।
बिहार में बर्ड फ्लू तेजी से फैल रहा है। अब तक बिहार के तीन जिलों पटना, भागलपुर और जहानाबाद में बर्ड फ्लू के मामले की पुष्टि हो चुकी है। बर्ड फ्लू के बढ़ते मामले को देखते हुए केंद्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने बिहार समेत सभी राज्यों को अलर्ट किया है। इससे निबटने के लिए आवश्यक इंतजाम के निर्देश दिये हैं। कहीं से भी पक्षी या मुर्गियों के मरने की सूचना पर पशुपालन विभाग की टीम सैंपल संग्रह करने पहुंच रही है। बर्ड फ्लू मिलने वाले स्थल के एक किमी में सभी मुर्गी फार्म सेनेटाइज किये जा रहे हैं।
बर्ड फ्लू प्रभावित मुर्गे, मुर्गी व पक्षियों के सीधे संपर्क में आने वाले लोगों के लिए यह जानलेवा है। इससे पीड़ित में गंभीर श्वास की बीमारी होती है। संक्रमण के बाद मनुष्य में बर्ड फ्लू के लक्षण दिखने में 3 से 5 दिन लगते हैं। तेज बुखार, गर्मी या कंपकंपी महसूस होना, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, खांसी या सांस लेने में तकलीफ, दस्त, पेट दर्द, सीना दर्द, नाक व मसूड़ों से खून आना, आंख आना इसके लक्षण हैं।