दरभंगा एयरपोर्ट पर बार-बार कैंसल नहीं होगी फ्लाइट, मार्च से मिलने जा रही यह सुविधा
दरभंगा एयरपोर्ट पर 10 मार्च तक कैट-आई लाइटनिंग सिस्टम का काम पूरा होने वाला है। इसके बाद विमानों के बार-बार कैंसल होने का झंझट खत्म हो जाएगा।

उत्तर बिहार के दरभंगा एयरपोर्ट पर बार-बार फ्लाइट कैंसल होने का झंझट अब खत्म होने वाला है। अगले महीने से दरभंगा हवाई अड्डा पर कैट-आई (CAT-I) लाइटनिंग सिस्टम की सुविधा मिलने लगेगी। इससे कोहरे और कम दृश्यता के दौरान भी विमानों का संचालन हो सकेगा। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने कहा कि 10 मार्च से दरभंगा हवाई अड्डा पर कैट-आई का काम पूरा हो जाएगा।
एयरपोर्ट अथॉरिटी के जनरल मैनेजर (ऑपरेशंस) संजय दुलारी ने आरटीआई कार्यकर्ता मुकेश झा को दिए एक जवाब में कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट पर यह सिस्टम इंस्टॉल किया जा चुका है। हालांकि, लैंडिंग चार्ट प्रकाशित नहीं होने और पावर सप्लाई नहीं मिलने के कारण इसे अभी तक शुरू नहीं किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट की जमीन पर 78 फीसदी प्रगति हो चुकी है। इसके 10 मार्च 2025 तक पूरा होने के आसार हैं। इसके लिए आवश्यक मशीनरी और मैनपावर भी लगाई जा चुकी है। कैट-आई लाइटनिंग सिस्टम के शुरू होने के बाद दरभंगा एयरपोर्ट पर विमानों के संचालन में आने वाली कई तरह की बाधाएं दूर हो जाएंगी।
एएआई ने अपने जवाब ने कहा कि कैट-आई लाइटनिंग सिस्टम, भारतीय वायुसेना के माफी (मॉर्डनाइजेशन ऑफ एयरफील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर) प्रोजेक्ट के तहत लगाया जा रहा है। इस परियोजना के शुरू होने के बाद कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सबसे पहले इसकी डिजाइन में बदलाव किया गया था, जिससे प्रोजेक्ट में देरी हुई। इसके बाद निचले इलाकों में जलजमाव की वजह से 20-25 दिन तक काम को रोका गया था। इसके अलावा स्थानीय लोगों द्वारा जमीन को लेकर विरोध किए जाने पर भी कुछ दिन काम बाधित रहा।
बता दें कि दरभंगा एयरपोर्ट पर कैट-आई सिस्टम नहीं होने की वजह से रात में विमानों की आवाजाही नहीं हो पाती है। साथ ही सर्दियों के दिनों में अक्सर कोहरे के चलते फ्लाइट्स को रद्द करना पड़ता है। इससे यात्रियों को काफी असुविधा होती है।