पटना हाईकोर्ट में नौकरी के नाम पर ठगी, फरार सरगना धराया; फर्जी आईडी, जॉइनिंग लेटर बरामद
तलाशी के दौरान उसके घर से पटना हाईकोर्ट के फर्जी छह आईडी कार्ड, हाईकोर्ट के फर्जी दो टंकित लेटर पैड, जिला एवं सत्र न्यायाधीश के कार्यालय का दो फर्जी प्रवेश पत्र, फर्जी नियुक्ति पत्र, शपथ पत्र,

पटना हाईकोर्ट में दो लाख लेकर फर्जी तरीके से नौकरी दिलाने के मामले में कोतवाली पुलिस ने मुख्य सरगना को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित के घर से फर्जी नियुक्ति पत्र, पहचान पत्र समेत कई अन्य कागजात मिले हैं। पुलिस दो वर्ष से उसकी तलाश कर रही थी। गिरफ्तार आरोपी कई लोगों से लाखों की ठगी कर चुका है। पुलिस आवश्क जांच और कार्रवाई कर रही है। गिरोह के अन्य सदस्य फरार चल रहे हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मसौढ़ी के सगुनी गांव निवासी सुभाष चंद्रा उर्फ सुभाष चंद्रवंशी उर्फ सुभाषचंद्र बोस उर्फ गार्ड साहब पर दो वर्ष पूर्व पटना हाईकोर्ट में फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर दो युवकों की नौकरी लगाने का आरोप है। इसके एवज में उसने दो-दो लाख रुपये लिए थे। रुपए लेकर वह फरार हो गया था।
हाईकोर्ट में फर्जी आईडी कार्ड से चिंटू कुमार और श्रवण कुमार पकड़े गए। इसके बाद पटना हाईकोर्ट के डिप्टी रजिस्ट्रार जय कुमार सिंह के आवेदन पर दोनों युवकों के साथ सुभाष चंद्रा के खिलाफ कोतवाली थाने में केस दर्ज किया गया था। कोतवाली थानेदार राजन कुमार ने बताया कि गैंग का मुख्य सरगना सुभाष चंद्रा वर्तमान में गोपालपुर थाने के चक बैरिया में रहता है। पुलिस टीम ने उसे चक बैरिया से गिरफ्तार किया है। उससे पूछताछ की जा रही है ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया जा सके
तलाशी के दौरान उसके घर से पटना हाईकोर्ट के फर्जी छह आईडी कार्ड, हाईकोर्ट के फर्जी दो टंकित लेटर पैड, जिला एवं सत्र न्यायाधीश के कार्यालय का दो फर्जी प्रवेश पत्र, फर्जी नियुक्ति पत्र, शपथ पत्र, फर्जी स्वास्थ्य प्रमाणपत्र, कई अभ्यर्थियों के शैक्षणिक प्रमाणपत्र, औपबंधिक प्रमाणपत्र समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। थानेदार ने बताया कि उच्च न्यायालय में पकड़े गए एक आरोपित ने आत्महत्या कर ली थी, जबकि दूसरा फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।