विग्रह पूजा से मोक्ष का मार्ग होता है सरल: जीयर स्वामी
बोधगया के जगन्नाथ मंदिर में परम पूज्य जीयर स्वामी ने कहा कि कोई भी व्यक्ति नास्तिक नहीं हो सकता। उन्होंने भगवान विष्णु के प्रति आस्था और उनकी कृपा के महत्व पर जोर दिया। स्वामी जी ने कलियुग में मोक्ष...

कोई भी व्यक्ति नास्तिक नहीं हो सकता। प्रत्येक व्यक्ति, चाहे जिस भी रूप में आस्था रखे, वह ईश्वर की ही आराधना करता है। उक्त बातें सोमवार को बोधगया स्थित जगन्नाथ मंदिर में परम पूज्य जीयर स्वामी ने प्रवचन के दौरान श्रद्धालुओं के बीच कहा। उन्होंने कहा कि भगवान विष्णु प्रत्यक्ष देव हैं, जिन्होंने पृथ्वी पर अपने चरण रखकर असुरों का दमन करते हुए समस्त प्राणियों के कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया। जिन प्राणियों में धर्म साधना, योग अथवा कर्म करने की शक्ति नहीं थी, उन्हें भी भगवान विष्णु ने अपनी कृपा प्रदान की। गया नामक असुर के शरीर पर चरण रखकर भगवान ने मोक्ष का मार्ग खोला और पृथ्वी को कृतार्थ किया। उन्होंने कहा कि जिस समय ऋषियों ने भगवान विष्णु से पूछा था कि कलियुग में गृहस्थ जीवन व्यतीत करते हुए मोक्ष कैसे संभव होगा। इस पर भगवान विष्णु ने विग्रह पूजा का सरल उपाय बताया। कहा कि कलिकाल में विग्रह पूजा, ध्यान, साधना और नाम जप के किसी भी रूप में ईश्वर का स्मरण करने मात्र से मोक्ष प्राप्त किया जा सकता है।
मंदिर प्रबंधन और श्रद्धालुओं ने किया स्वागत
परम पूज्य जीयर स्वामी रविवार देर शाम अपने हजारों भक्तों व संतों के काफिले के साथ श्री जगन्नाथ मंदिर पहुंचे थे। मंदिर प्रबंधन और श्रद्धालुओं ने उनका भव्य स्वागत किया। अहले सुबह उन्होंने श्री जगन्नाथ एवं श्री राम दरबार में विधिवत पूजा-अर्चना की तथा उपस्थित श्रद्धालुओं को धर्म के पथ का अनुश्रवण करने की प्रेरणा दी। मंदिर ट्रस्ट की ओर से उपाध्यक्ष उषा डालमिया ने स्वामी जी सहित अन्य संतों के आवासन एवं भंडारे की समुचित व्यवस्था की। मौके पर मंदिर ट्रस्ट के सदस्य सचिव राय मदन किशोर, कोषाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह, धर्मेंद्र कुमार, डॉ. कमलेश कुमार, दिवाकर कुमार, रणविजय सिंह, लल्लू गुप्ता सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
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