तेजस्वी की सरकार बनी तो भी शराब बैन रहेगी, पासी समाज के लिए ताड़ी को मिलेगी छूट
बिहार विधानसभा चुनाव के बाद अगर सरकार बदलती है और तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बन पाते हैं तो भी राज्य में शराब बैन चालू रहेगा। सिर्फ ताड़ी पर बैन हटाया जाएगा। प्रशांत किशोर ने सरकार बनने पर एक घंटे में शराबबंदी खत्म करने की बात कही है।

बिहार विधानसभा चुनाव के बाद अगर राज्य में महागठबंधन की सरकार बन भी जाती है तो राज्य में लागू शराबबंदी जारी रहेगी। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा है कि उनकी सरकार बनी तो ताड़ी को शराबबंदी से बाहर किया जाएगा। याद दिला दें कि 1 अप्रैल 2016 को जब बिहार में शराब, बीयर समेत तमाम तरह के नशीले पेय को बैन कर दिया गया था तब राज्य में महागठबंधन की सरकार थी और तेजस्वी राज्य के उपमुख्यमंत्री थे। जन सुराज पार्टी बनाकर बिहार की राजनीति में खलबली मचाने की तैयारी में जुटे चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने ऐलान कर रखा है कि उनकी पार्टी की सरकार बनी तो शराब बैन खत्म कर दिया जाएगा क्योंकि मौजूदा शराबबंदी में बस शराब की दुकानें बंद हैं, होम डिलीवरी चालू है।
तेजस्वी ने पटना में रविवार को पासी समाज के सम्मेलन में कहा कि शराबबंदी से पासी समाज को सबसे ज्यादा तकलीफ हुई है जिनका पारंपरिक काम ताड़ी उतारना और बेचना रहा है। तेजस्वी ने कहा कि जब शराबबंदी लागू हो रही थी तो उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा था कि ताड़ी को इससे बाहर रखा जाए लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी। उन्होंने कहा कि पिछले नौ साल से पासी समाज आजीविका के लिए संघर्ष कर रहा है क्योंकि उनसे उनका पारंपरिक पेशा भी छीन लिया गया है।
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सूत्रों का कहना है कि सम्मेलन का आयोजन राजद से जुड़े पासी नेताओं ने किया था जो चुनाव से पहले पासी समाज को रिझा रहे हैं। बिहार में दलितों की आबादी में पासी बिरादरी की हिस्सेदारी प्रभावी है। सम्मेलन में पासी समाज से आने वाले राजद नेता और विधानसभा के पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी भी मौजूद थे। तेजस्वी ने यह वादा भी किया है कि अगर उनकी सरकार बनी तो शराबबंदी कानून के उल्लंघन में पासी समाज के लोगों पर दर्ज मुकदमों को बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कानून से सबसे ज्यादा दलित और पिछड़े ही जेल में बंद हुए हैं।