तेजस्वी क्यों उठाते हैं शराबबंदी पर सवाल? ललन सिंह ने बताया कारण, बड़ा आरोप लगा दिया
- ललन सिंह ने कहा कि शराबबंदी कानून से किसी को परेशान नहीं किया जा रहा है। तेजस्वी यादव शराबबंदी के विरोध में वकालत इसलिए करते हैं क्योंकि शराब वाले लोगों से उनकी सांठ गांठ है। वे लोग तेजस्वी यादव को फाइनेंस करते हैं।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर बिहार में शराबबंदी पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा था कि इस कानून की आड़ में दलितों, पिछड़ों को टारगेट किया जा रहा है। लाखों की संख्या में कमजोर तबके के लोग जेलों में हैं जबकि माफिया ने अवैध शराब का लगभग 40 हजार करोड़ की पैरलल इकनॉमी खड़ा कर लिया है। जेडीयू ने तेजस्वी के आरोपों पर करारा पलटवार किया है। केंद्रीय पंचायती राज मंत्री और जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह तेजस्वी यादव शराब मफिया से मिली भगत का आरोप लगाया और कहा कि नेता प्रतिपक्ष को तस्कर फाइनेंस करते हैं।
ललन सिंह रविवार को बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की 134वीं जयंती पर बापू सभागार में आयोजित भीम संवाद में भाग लेने पटना आए थे। पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने तेजस्वी पर आरोपों की बौछाड़ कर दी। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून से किसी को परेशान नहीं किया जा रहा है। तेजस्वी यादव शराबबंदी के विरोध में वकालत इसलिए करते हैं क्योंकि शराब वाले लोगों से उनकी सांठ गांठ है। वे लोग तेजस्वी यादव को फाइनेंस करते हैं।
ललन सिंह के पलटवार पर राजनीति तेज हो गई है। तेजस्वी यादव के बचाव में राजद के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव मैदान में उतर गए हैं। उन्होंने कहा है कि जेडीयू के लोग ही शराब माफिया से मिले हुए हैं। पूछा कि हरनौत में कौन था जदयू का प्रखंड अध्यक्ष जिसकी बड़ी खेप पकड़ी गई और एक्साइज सुपरिंटेंडेंट का ट्रांसफर करवा दिया गया। शराब का बड़ा माफिया एक अणे मार्ग में जाता है और फोटो भी खिचवाता है।
तेजस्वी यादव पहले ही कह चुके हैं कि उनकी सरकार बनी तो ताड़ी को शराबंदी कानून से बाहर कर दिया जाएगा। शनिवार को उन्होंने शराबबंदी के सवाल पर नीतीश सरकार की जमकर खिंचाई की। कहा कि जब शराब बंद है तो करोड़ों लीटर विदेशी शराब कैसे बिहार में पकड़े जा रहे हैं। आरोप लगाया कि शराबबंदी की