नीतीश कुमार को सर्टिफिकेट नहीं चाहिए, वक्फ बिल पर ललन सिंह ने कांग्रेस को दी नसीहत
- ललन सिंह ने कहा है कि बीस सालों में नीतीश कुमार ने मुसलमानों के लिए जितना काम किया है उतना आजादी के बाद किसी राज्य में नहीं किया।

वक्फ संशोधन बिल बुधवार को पार्लियामेंट में पेश होने वाला है। इससे पर दिल्ली से पटना तक सियासी तपिश बढ़ती ही जा रही है। जदयू नेता और केंद्रीय पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कांग्रेस पार्टी को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार को कांग्रेस पार्टी से सेकुलर होने की सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। कहा कि यह उनके लिए महज एक नारा है। नीतीश कुमार ने बीस सालों में जो किया है वह आजादी के बाद किसी सरकार ने नहीं किया। कांग्रेस को अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए। हमारी पार्टी को इस बिल पर जो भी करना है वह लोकसभा में करेगी।
इस बिल पर जेडीयू को नसीहत देते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा था कि नीतीश कुमार की पार्टी सेकुलर मिजाज वाली है जबकि वक्फ अमेंडमेंट बिल संविधान के खिलाफ है। उत्तर देते हुए ललन सिंह ने कहा कि जेडीयू को या नीतीश कुमार जी को कांग्रेस से सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है। वे अपने गिरेबान में झांक कर देखें कि पार्टी ने केंद्र और बिहार में कतने सालों तक शासन किया। उन्हें यह भी बताना चाहिए कि इस समाज के लिए उन्होंने क्या किया। नीतीश कुमार ने बीस सालों तक सरकार में रहते हुए मुसलमानों के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक उत्थान और विकास के लिए जो कर दिया उतना आजादी के बाद किसी राज्य में सरकार ने नहीं किया।
भागलपुर दंगा कांग्रेस के राज में हुआ। लेकिन दंगा पीड़ितों के लिए कुछ नहीं किया। जब नीतीश कुमार सत्ता में आए तो दंगा पीड़ित परिवारों को न्याय दिया और विधवाओं को पेंशन देने का काम किया। ये लोग वोट के लिए राजनीति करते हैं इसलिए सेकुलरिज्म एक नारा भर है। करना कुछ नहीं है।