निर्माणाधीन सेप्टिक टैंक में दम घुट कर पति-पत्नी की मौत, बाल-बाल बचा देवर; कैसे हुआ हादसा, जानें
परिवार के दो लोगों की एक साथ मौत से पूरे इलाके में मामत का माहौल बन गया है। जेसीबी की मदद से दोनों मृतकों के शवों को टंकी से निकाला जा सका। स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने मृतक के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग की है।
बिहार के मुजफ्फरपुर में सेप्टिक टैंक में दम घुटने से पति और पत्नी की छटपटा कर मौत हो गई। पत्नी की बचाने में पति की भी जान चली गई वहीं मृतका का देवर बाल बाल बच गया। घटना सकरा थाना के दरधा मोहम्मदपुर गांव की है। पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया है और छानबीन में जुट गई है। परिवार के दो लोगों की एक साथ मौत से पूरे इलाके में मामत का माहौल बन गया है। जेसीबी की मदद से दोनों मृतकों के शवों को टंकी से निकाला जा सका। स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने मृतक के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग की है।
मृतकों की पहचान मोहम्मदपुर पंचायत वार्ड चार निवासी अनील सहनी, 35 वर्ष और उसकी पत्नी रीता देवी के रूप में की गई है। वहीं मृतक अनील का छोटा भाई सुजीत सहनी इस घटना में बाल बाल बच गया। सुजीत के शोर मचाने पर ग्रामीण मौके पर जुट गए और काफी भीड़ लग गई। ग्रामीणों ने सकरा पुलिस को सूचना दी। दलबल के साथ पहुंची सकरा थाना पुलिस ने जेसीबी की मदद से टंकी के एक भाग को तोड़ा उसके बाद दोनों के शवों को बाहर निकाला जा सका। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
सुजीत से मिली जानकारी के अनुसार अनील सहनी घर बना रहा था। उसके घर में शौचालय का निर्माण किया जा रहा था। सेप्टिक टैंक का निर्माण चल रहा था। पक्का कवर की ढलाई के बाद शटरिंग निकालना बाकी था। पति पत्नी दोनों मिलकर काम कर रहे थे। इसी दौरान अनील सहनी की पत्नी टंकी के अंदर चली गई। टंकी में जहरीली गैस भरी थी जिसका अंदाजा उन्हें नहीं था। अचानक पत्नी बेहोश होने लगी और नीचे गिर गई। पत्नी को निकालने के लिए अनील भी टंकी के अंदर चला गया। वह भी जहरीली गैस की चपेट में आ गया और अंदर ही फंस गया। यह देखकर सुजीत ने टंकी के अंदर जाने की कोशिश की। लेकिन तुरंत दम घुटने पर वह जल्दी से बाहर निकल गया और उसकी जान बच गई।