बिहार में छात्राओं की प्रोत्साहन राशि पर क्यों लग गया ग्रहण, नहीं मिल रहे 50 हजार रुपये
बता दें कि कन्या उत्थान योजना के तहत बिहार में किसी भी संस्थान और संकाय से स्नातक उत्तीर्ण करने वाली हर छात्रा को 50-50 हजार की राशि दी जाती है। इंटरमीडिएट और स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं के लिए प्रोत्साहन योजना अप्रैल 2018 से शुरू हुई थी।
बिहार में 5 लाख से अधिक स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं की प्रोत्साहन राशि आधार जांच में अटक गई है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने मार्च माह में ही बिहार की छात्राओं की आधार जांच पर आपत्ति जताते हुए इसे रोक दिया है। प्राधिकरण ने राज्य सरकार को पत्र भेज कर कहा है कि उसकी अनुमति के बिना किसी व्यक्ति का आधार जांच नहीं की जा सकती। गौर हो कि आधार जांच के बाद ही स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं को राज्य सरकार 50-50 हजार की प्रोत्साहन राशि देती है।
हालांकि करीब दो माह से चल रही इस समस्या के समाधान में राज्य सरकार जुट गई है। इस मामले में महाधिवक्ता की राय ली गई है। सरकार आधार जांच की अनुमति के लिए इससे संबंधित गजट प्रकाशित कराएगी। फिर प्रकाशित गजट की कॉपी लगाकर अनुमति लेने के लिए यूआईडीएआई को आवेदन करेगी। आधार जांच की अनुमति मिलने के बाद छात्राओं को प्रोत्साहन योजना का लाभ मिलेगा। इसके पहले पोर्टल खोल कर छात्राओं से आवेदन लिया जाएगा।
विश्वविद्यालयों में छात्राओं की उत्तीर्णता संबंधी जांच का मामला नहीं फंसे, इसके लिए शिक्षा विभाग ने नया सॉफ्टवेयर बनवाया है। इसमें सभी विश्वविद्यालयों द्वारा विभिन्न संकायों में स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं का रिजल्ट अपलोड किया जाता है। वर्तमान में विभिन्न विश्वविद्यालय से स्नातक उत्तीर्ण 5 लाख से अधिक छात्राओं के रिजल्ट अपलोड हैं। पोर्टल पर छात्राओं से आवेदन लेकर रिजल्ट से मिलान किया जाएगा। इसके बाद आधार की जांच कर राशि जाएगी।
2018 से अब तक 6 लाख छात्राओं को मिले 2600 करोड़
कन्या उत्थान योजना के तहत राज्य में किसी भी संस्थान और संकाय से स्नातक उत्तीर्ण करने वाली हर छात्रा को 50-50 हजार की राशि दी जाती है। इंटरमीडिएट और स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं के लिए प्रोत्साहन योजना अप्रैल 2018 से शुरू हुई थी। तब स्नातक उत्तीर्ण होने वाली छात्राओं को 25-25 हजार प्रोत्साहन राशि दी जाती थी।
2018 से 31 मार्च 2021 तक स्नातक उत्तीर्ण 2.85 लाख छात्राओं को 714 करोड़ की राशि दी गई। एक अप्रैल 2021 को प्रोत्साहन राशि बढ़ा कर 50 हजार की गई है। एक अप्रैल 2021 से अब तक लगभग 3.77 लाख छात्राओं को 1889 करोड़ दिए गए। अर्थात, इस योजना के तहत अबतक 6 लाख से अधिक स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं को 2600 करोड़ से अधिक दिए जा चुके हैं।
गड़बड़ी रोकने के लिए आधार जांच अनिवार्य किया गया
पहले स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं द्वारा दिए गए बैंक खाते में सीधे राशि हस्तांतरित कर दी जाती थी, लेकिन विभाग को इसमें कुछ गड़बड़ी की शिकायत मिल रही थी। डुप्लीकेसी और किसी फर्जीवाड़ा की गुंजाइश को समाप्त करने के लिए तय किया गया कि आधार नम्बर की जांच के बाद ही छात्राओं को प्रोत्साहन राशि भेजी जाए।
यह भी होगा
● इंटरमीडिए उत्तीर्ण छात्राओं के आधार की भी जांच होगी
● छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति राशि भेजने के पहले आधार जांच की जाएगी
● अन्य विभागों की योजनाओं के लाभुकों का भी आधार नंबर जांचा जाएगा
कन्या उत्थान योजना का उद्देश्य
● कम उम्र में लड़कियों की शादी रोकना
● उच्च शिक्षा में छात्राओं का नामांकन (जीईआर) बढ़ाना
● छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाना
● छात्राओं में आत्मविश्वास बढ़ाना।