सड़क बना जानेलवा, 126 दिनों में 70 लोगों की मौत, 37 लोग हुए जख्मी
कटिहार जिले में जनवरी से 6 मई तक 126 दिनों में 70 लोगों की मौत हो चुकी है। सड़क सुरक्षा सप्ताह पर वाहनों की जांच सही ढंग से नहीं हो रही है। पिछले तीन वर्षों में 488 लोगों की जानें जा चुकी हैं। प्रशासन...

कटिहार, एक संवाददाता। जिले में सड़क जानलेवा बन चुकी है। इस वर्ष जनवरी से लेकर 6 मई तक 126 दिनों में घटित सड़क हादसे में 70 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 37 लोगों की जान जा चुकी है। यह आंकड़ा बताता है कि जिले में सड़क सुरक्षा सप्ताह पर वाहनों की जांच समुचित रूप से नहीं हो पा रहा है। महज यह कार्यक्रम केवल सरकार को दिखाने के लिए या फिर कागजों पर ही होता है। साथ ही परिवहन विभाग की नाकामी भी सामने प्रतीत हो रहा है। सड़कों हादसों में जा रही लोगों की जान से यह भी प्रतीत होने लगा है कि परिवहन विभाग केवल जुर्माना वसूल कर सरकार को केवल राजस्व उपलब्ध कराने के लिए कर रही है।
यातायात विभाग से मिली आंकड़ा के अनुसार वर्ष 2025 में घटित सड़क हादसों में जनवरी माह में 8 लोगों की मौत, 8लोग जख्मी, फरवरी माह में 13 लोगों की मौत और 6 लोग जख्मी, मार्च माह में 13 लोगों की मौत और 5 लोग जख्मी, अप्रैल माह में 19 लोगों की मौत और 11 लोग जख्मी तथा मई माह में छह मई तक 13 लोगों की मौत हुई और 7 लोग जख्मी हुए हैं। तीन वर्षों में घटित सड़क हादसों में 488 लोगों की हो चुकी है मौत: यातायात पुलिस की आंकड़े को माने तो पिछले तीन वर्षों में जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में घटित सड़क हादसों में 488 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 404 लोगों जख्मी हो चुके हैं। यह आंकड़ा बतलाता है कि हर साल एक सौ से अधिक लोगों की जान सड़क हादसा में जा रही है जबकि इतने ही लोग जख्मी होकर दिव्यांग हो रहे हैं। यातायात पुलिस के अनुसार एक रिपोर्ट के अनुसार 2024 में 160 से अधिक लोगों की मौत, 135 लोग जख्मी, 2023 में 175 लोगों की मौत और 129 लोग जख्मी और 2022 में 153 लोगों की मौत और 150 लोग जख्मी हो चुके हैं। वर्जन जनवरी से लेकर अब तक जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में खास कर पोठिया, फलका, कोढ़ा, कुरसेला, नगर, सहायक, मुफस्सिल, मनिहारी के अलावा आजमनगर, हसनगंज, रौतारा, डंडखोरा आदि थाना क्षेत्रों में हादसे में 70 लोगों की मौत हुई है। सड़क हादसा कम हो इसके लिए ठोस रणनीति तैयार की जा रही है। सद्दाम हुसैन, ट्रैफिक पुलिस, यातायात संवेदनशील क्षेत्र (ब्लैक स्पॉट) के रूप में चिह्नित जगह पोठिया थाना क्षेत्र में खोटा मोड़ कोढ़ा थाना क्षेत्र में गेड़ाबाड़ी, दिघरी पेट्रोल पंप, चेथरियापीर कुरसेला थाना क्षेत्र में सिमरगाछ, कटरिया पुल, विषहरी स्थान, कोशी पुल सहायक थाना क्षेत्र में जेपी सह जीआरपी चौक, मिरचाईबाड़ी मुफस्सिल थाना क्षेत्र में छींटाबाड़ी प्राणपुर थाना क्षेत्र में खुशहालपुर, बुद्धनगर बलरामपुर थाना क्षेत्र में बजरगांव गांव मनसाही थाना क्षेत्र में फोरलेन सहायक थाना क्षेत्र में शरीफगंज और बालु पुल के समीप भी हादसे का मुख्य कारण तेज रफ्तार और वाहन चालकों की लापरवाही गलत दिशा में वाहन चलाना (रॉन्ग साइड ड्राइविंग) ओवरलोडिंग और बिना हेलमेट या सीट बेल्ट के यात्रा सड़क की खराब स्थिति और उचित संकेतों की कमी प्रशासनिक प्रयास जरूरी ब्लैक स्पॉट्स की पहचान और वहां निगरानी बढ़ाना वाहन चालकों के लिए जागरूकता अभियान चलाना सड़क सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करना हेलमेट को लेकर नियम को सख्त करना ड्राइविंग लाइसेंस की नियमित जांच करना सड़क से अतिक्रमण को हटाना, लेन का सही प्रयोग करवाना ग्रामीण इलाकों में सड़क खाली करवाना ब्लैक स्पॉट इलाके में रिफ्लेक्टर और स्पीड ब्रेकर का निर्माण डीएम के आदेश की परवाह नहीं पेट्रोल पंप पर बिना हेलमेट तेल पर रोक लगाया गया सड़क पर मक्का सूखाने पर प्रतिबंध लगाने को कहा गया बिना ड्राइविंग लाइसेंस के गाड़ियों के परिचालन पर रोक स्कूलों में चलाया जाए जागरुकता अभियान
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।