Government Medicines Discarded in Parbatta Investigation Ongoing परबत्ता में नहीं थम रहा सरकारी दवाईयों के फेंकने का सिलसिला, Khagaria Hindi News - Hindustan
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परबत्ता में नहीं थम रहा सरकारी दवाईयों के फेंकने का सिलसिला

परबत्ता में सरकारी दवाई फेंकने की घटनाएं जारी हैं। 3 अप्रैल को गड्ढे में दवाई फेंकी गई थी और हाल ही में उदयपुर चिमनी के पास फिर से दवाई बरामद हुई। स्थानीय स्वास्थ्यकर्मियों ने दवाई को तुरंत सीएचसी...

Newswrap हिन्दुस्तान, खगडि़याMon, 7 April 2025 04:44 AM
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 परबत्ता में नहीं थम रहा सरकारी दवाईयों के फेंकने का सिलसिला

परबत्ता, एक प्रतिनिधि परबत्ता में सरकारी दवाई फेंकने का सिलसिला नहीं थम रहा है। गत 3 अप्रैल को गड्ढे में भारी मात्रा में फैके गए सरकारी दवाईयों की गुत्थी विभाग कई दिनों बाद भी सुलझा नहीं सकी है। रविवार को फिर उदयपुर चिमनी के पास सरकारी दबाई गड्ढे में फेंकी हुई मिली। पुन: दवाई फेंके जाने की घटना प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रो में आग की तरह फ़ैल गई। हालांकि दवाई फेंकने की सूचना मिलते ही स्थानीय आशा व स्वास्थ्यकर्मी के सहयोग से तत्काल उठाकर सीएचसी लाया गया। परबत्ता में सरकारी दवाई की स्थिति यह है कि गड्ढे में अपना अस्तित्व तलाश रही है। वही विभाग के अधिकारी की नींद आज तक नहीं खुल सकी है। क प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की शाम करना उदयपुर सड़क से किसी जरूरी कार्य से लोग जा रहे थे। इसी बीच गड्ढे में सरकारी दवाई पर नजर पड़ी। गड्ढे में दवाईयां फेंके जाने की घटना आग की तरह इलाके में फ़ैल गई। सूचना स्थानीय सीएचसी को दी। सूचना मिलते ही विभाग के कर्मी आदि के सहयोग से दवाईयों को उठाकर सीएचसी लाया गया। बताया जाता है कि गत 3 अप्रैल को प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय मोजाहिदपुर महादलित स्कूल स्थित गड्ढे में भी भारी मात्रा में सरकारी दवाईयां मिली थी।

बरामद दवाईयां: गड्ढे में भारी मात्र में फेंकी गई दवाई में दो प्रकार का फोलिक एसिड आदि शामिल हैं। जबकि बरामद डब्बे पर वर्ष 2026 व 27 में एक्सपायर होने की तिथि अंकित है। इस दवाई का उपयोग स्कूली बच्चों के बीच कृमि नाशक व फाइलेरिया से बचाव के लिये उपयोग में लाया जाता है। इसकेआलवा स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर भी मरीजों के बीच आवश्यकतानुसार दी जाती है। इससे सहज़ ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि दवाई को जानबूझकर किसी ने गड्ढे में फेंककर अपने कर्तव्यों के निर्वहन में भारी चूक की है।

हो चुकी हैं कई घटनाएं : भारी मात्रा में दवाई फेंकने की घटना पहली नहीं है। इसके पूर्व भी वर्ष 2012, 2016 व गत 3 अप्रैल को दवईयां मिल चुकी हैं। वही वर्ष 2012 में नया आवास रूपौली स्थित केला बागान व 2016 में सीएससी परबत्ता स्थित कचरे की ढेर में जरूरी दवाइयां पाई गई थी। इतना ही नहीं इस वर्ष गत 3 अप्रैल को प्राथमिक विद्यालय मोजाहिदपुर दलित स्कूल स्थित गड्ढे में भाड़ी मात्रा में दवाईयां बरामद की गई है। अगर पूर्व की घटनाओं पर विभाग द्वारा कड़ा रुख अपनाया होता तो आज इस घटना की पुनरावृत्ति के लिए संबंधित कर्मी को सौ बार सोचना पड़ता।

बोले अधिकारी :

दबाई फेंके जाने की घटना की सूचना मिली है। जांच पड़ताल की जा रही है।

डॉ कशिश, सीएचसी प्रभारी, परबत्ता।

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