2. हिन्दुस्तान की खबर के बाद सड़क निर्माण को लेकर बोर्ड पर लिखी गई प्राक्कलन राशि
हिन्दुस्तान की खबरों के बाद सड़क निर्माण और अस्पतालों में पानी की समस्या को सुलझाने के लिए अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई की। अधूरी सूचना पट की मरम्मत और पेयजल उपलब्धता में सुधार देखा गया। ग्रामीण कार्य...

2. हिन्दुस्तान की खबर के बाद सड़क निर्माण को लेकर बोर्ड पर लिखी गई प्राक्कलन राशि 2. हिन्दुस्तान की खबर के बाद सड़क निर्माण को लेकर बोर्ड पर लिखी गई प्राक्कलन राशि
खबर ने पदाधिकारियों को एक्शन के लिए मजबूर किया
अस्पताल में प्याऊ चालू में भी हिन्दुस्तान ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
अलौली। एक प्रतिनिधि
हिन्दुस्तान के बोले खगड़िया पेज की खबर का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से असर देखने को अवश्य ही पिछले सौ दिनों में मिलता देखा गया। गत 16 मार्च के हिन्दुस्तान में 1.27 करोड़ की लागत से सड़क में लगी अधूरी सूचना पट की खबर छपी। पदाधिकरी ने इस पर संज्ञान लिया तो अधूरी सूचना पट की पुताई कर नए सिरे से योजनाओं का प्राक्कलन आदि लिखा गया। इसके बाद गत 22 मार्च को हिन्दुस्तान में असर ग्रामीण कार्य विभाग ने की अधूरे सूचना पट की पुताई शीर्षक से खबर छापी। वही 30 मार्च को सूचना पट पूरी तरह से लिखकर लगाया गया। वहीं 31 मार्च को हिन्दुस्तान में 1.27 करोड़ की सड़क मे नहीं हे फ्लैंक, परेशानी शीर्षक से खबर छपी। पदाधिकारी के आश्वासन के बाद फ्लैंक निर्माण कार्य संवेदक द्वारा शुरू कर दिया गया। इसके बाद गत 24 मार्च की सीएचसी व एपीएचसी में दो साल बाद भी प्याऊ चालू नहीं शीर्षक से खबर प्रकाशित की गई। इसके दूसरे दिन 26 मार्च को हरिपुर अस्पताल में शुद्ध पेयजल मिलना शुरू हो गया। इसके बाद 24 मार्च को पशु का तबेला बना सामुदायिक शौचालय शीर्षक से खबर छपी। तो प्रखंड पंचायत राज पदाधिकरी नेहा भारती ने संज्ञान में लिया और पंचायत सचिव को जायजा लेने भेजा गया। वही इससे पहले 16 मार्च को तीन साल बाद भी ट्रांसफार्मर से सीएचसी का जुड़ाव नहीं शीर्षक से छपी पर बिजली विभाग ने दूसरे ही दिन 17 मार्च को सीएचसी अस्पताल के ट्रांसफार्मर से जुड़ाव कर दिया। जिस कारण अस्पताल की बिजली व्यवस्था मे सुधार आयी। जो तीन साल से बेकार पड़ा था। दो मार्च को मृत बागमती नदी पर बिना रोकटोक बन रहे भवन शीर्षक की खबर पर सीओ ने संज्ञान लिया और भवन निर्माण पर रोक लगायी गई। वहीं दूसरे ही प्रखंड चौक स्थित मृत बागमती नदी का अंचल अमीन से पैमाईश करायी गई। मार्च में ही बन विभाग के वृक्ष सुख गये शीर्षक की खबर पर रेंजर ने संज्ञान लिया। भुगतान पर रोक लगा दी गई। काम पूरा होने पर भुगतान मिलने की बात कही गई।
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कैप्शन: अलौली: बिना प्राक्कलन लिखे सड़क निर्माण में लगे बोर्ड।
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कैप्शन: हिन्दुस्तान की खबर के बाद पुताई कर लिखी गई बोर्ड पर प्राक्कलन।
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