शिक्षक पर लगाया छेड़खानी का आरोप, बेबुनियाद बताया
कजरा के एक सरकारी विद्यालय में चौथी कक्षा की छात्राओं ने एक शिक्षक पर छेड़खानी का आरोप लगाया है। घटना के बाद अभिभावकों और ग्रामीणों ने विद्यालय पहुंचकर आरोपी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस...

कजरा, एक संवाददाता। जिले के कजरा शक्षिांचल अंतर्गत आने वाले एक सरकारी वद्यिालय की चौथी कक्षा में पढ़ने वाली कई छात्राओं ने एक शक्षिक पर छेड़खानी का आरोप लगाया है। स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कार्यरत शक्षिक चौथी क्लास में पढ़ा रहे थे। इस दौरान बच्चों को भूकंप और लू से बचाव की जानकारी दी जा रही थी। पढ़ाने के क्रम में क्लास रूम में वीडियो भी बनाया जा रहा था। ग्रामीण सूत्रों ने बताया कि वीडियो बनाने के दौरान आरोपी शक्षिक ने बच्चियों के साथ छेड़छाड़ की है। छेड़छाड़ की घटना से नाराज छात्राओं ने वद्यिालय की अवधि समाप्त होने के बाद इसकी सूचना अपने अभिभावकों को दे दी। कहा कि शक्षिक ने वीडियो बनाने के दौरान उनके साथ छेड़छाड़ की है। बच्चों की शिकायत मिलने के बाद अभिभावक सहित भारी संख्या में ग्रामीण वद्यिालय पहुंच गए और आरोपी शक्षिक को उनके सामने हाजिर करने की बात करने लगे। इस दौरान वद्यिालय प्रशासन के खिलाफ आक्रोशित लोगों ने नारेबाजी भी की। वद्यिालय प्रधान को वरीय अधिकारी को बुलाकर मामले की जांच कराए जाने की भी मांग की जाने लगी। सूत्रों ने बताया कि कुछ लोगों ने आरोपी शक्षिक के साथ मारपीट भी की है। वहीं माहौल को बिगड़ते देख वद्यिालय के शक्षिक ने 112 पर फोन कर पुलिस को बुला लिया। इसी बीच घटना की जानकारी पीरी बाजार थाना को भी लग गई।
मौके पर स्थानीय पीरी बाजार पुलिस थानाध्यक्ष रोहित कुमार के नेतृत्व में पहुंचकर शक्षिक को अपने कब्जे में लेकर थाने चली गई। वहीं पुलिस ने शक्षिक का मोबाइल भी जब्त कर लिया। पूछे जाने पर थानाध्यक्ष रोहित कुमार ने बताया कि मोबाइल की जांच पड़ताल की गई। मोबाइल में किसी भी ढंग का आपत्तिजनक वीडियो नहीं पाया गया है। मामले में पीड़ित बच्चियों के अभिभावकों ने किसी भी प्रकार की लिखित शिकायत नहीं की है। आरोपी शक्षिक ने भी मारपीट को लेकर कोई आवेदन थाने को नहीं सौंपा है। आवेदन मिलने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षक ने राजनीति के तहत फंसाने का आरोप लगाया: वहीं इस संबंध में आरोपी शक्षिक से बात की गई तो कहा कि ग्रामीण राजनीति के तहत फंसाने की कोशिश की गई है। गांव के कुछ लोग उनसे अनावश्यक लाभ की अपेक्षा रखते हैं। पूरी नहीं होने पर षड्यंत्र किया है। दो-तीन साल में सेवानिवृत होने वाले हैं। लोगों को मेरे उम्र का भी ख्याल नहीं है। घटना को लेकर वद्यिालय प्रधान संजीव कुमार के मोबाइल पर कई बार फोन लगाया गया। पर फोन नहीं उठाया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।