प्रसूता के परिजनों पर आवेदन वापस लेने का दबाव
चौसा में एक नर्सिंग होम में नवजात की मौत के बाद परिजनों ने आरोप लगाया कि नर्सिंग होम के संचालक ने शव छिपाया और फीस न देने पर उन्हें बंधक बना लिया। परिजनों ने जिला अधिकारियों से मामले की जांच और...

चौसा, निज संवाददाता। स्थानीय गांधी चौक स्थित एक नर्सिंग होम में मंगलवार को नवजात की मौत होने के बाद शव छिपाने और नर्सिंग होम का फीस नहीं देने पर परिजनों को बंधक बनाने की अधिकारियों से की गयी शिकायत को वापस लेने के लिए दबाव बनाने की बात कही जा रही है। परिजनों ने इस मामले की जिले के वरीय अधिकारियों से शिकायत करते हुए मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है। बताया गया कि चिरौरी पंचायत के वार्ड दस पहाड़पुर टोला निवासी रोहित कुमार ने अपनी पत्नी आशा कुमारी को गत 25 मई की देर रात गांधी चौक एक निजी नर्सिंग होम में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था।
27 मई को प्रसव के बाद नवजात की मौत हो गयी थी। परिजनों ने आरोप लगाया है कि नर्सिंग होम के संचालक और स्टाफ के द्वारा नवजात के शव को गायब कर दिया गया था। प्रसूता को रिलीज करने के एवज में परिजनों से डिलीवरी के लिए 50 हजार रुपए की मांग की गयी थी। 50 हजार रुपये नहीं देने पर परिजनों को बंधक बनाने का अरोप लगाया गया है। प्रसूता के परिजनों की ओर से अब यह आरोप लगाया जा रहा है कि नर्सिंग होम से जुड़े कुछलोग प्रसूता के परिजनों पर आवेदन वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। आवेदन वापस नहीं लेने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी दी जा रही है। थानाध्यक्ष अमित कुमार राय ने बताया कि नवजात की मौत के मामले में परिजनों से बातचीत कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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