एसपी सुरेन्द्र बाबू एवं करैली नरसंहार का मास्टर माइंड था अरविंद यादव
झारखंड के बोकारो में सोमवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में 25 लाख का इनामी नक्सली अरविंद यादव मारा गया। वह मुंगेर जिले में कई नक्सल वारदातों में शामिल था और करैली नरसंहार का मास्टर माइंड था। यादव पूर्वी...

धरहरा,एक संवाददाता। झारखंड के बोकारो मे एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान सोमवार को पुलिस मुठभेड़ में मारे गये 9 नक्सलियों में एक अरविंद यादव उर्फ अविनाश दा उर्फ नेताजी मुंगेर जिले में भी कई नक्सल वारदात को अंजाम दिया था। 25 लाख इनामी अरविंद यादव मुंगेर के तत्कालीन एसपी केसी सुरेन्द्र बाबू की हत्या एवं धरहरा प्रखंड में हुए करैली नरसंहार का मास्टर माइंड भी था। अरविंद यादव पूर्वी बिहार-पूर्वोत्तर झारखंड भाकपा माओवादी संगठन का जोनल कमांडर के साथ संगठन का सचिव सह प्रवक्ता था। अरविंद यादव उर्फ अविनाश दा मूल रूप से जमुई जिला अंतर्गत सोनो थानाक्षेत्र के भेलवा मोहनपुर गांव का रहने वाला था। वह मुख्य रूप से संगठन को हथियार सप्लाई एवं फंडिंग की व्यवस्था करता था। इन दिनों उसे संगठन विस्तार की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
एसपी सुरेन्द्र बाबू की हत्या में भी शामिल था अरविंद यादव: जोनल कमांडर रहते हुए उसने मुंगेर में कई घटना को अंजाम दिया। मुंगेर के भीमबांध में 5 जनवरी 2005 को तत्कालीन एसपी केसी सुरेन्द्र बाबू एवं उनके पांच अंगरक्षकों को बारूदी सुरंग विस्फोट कर मार डाला था। इस घटना के बाद वह सुर्खियों में आया और संगठन का शीर्ष कमांडर बना। 2 जुलाई 2011 को धरहरा प्रखंड के करैली नरसंहार को अंजाम दिया। छह लोग मारे गये थे। तीन साल पहले धरहरा प्रखंड के आजिमगंज पंचायत के मुखिया परमानंद टुडू की हत्या, 29 अगस्त 2010 को लखीसराय के कवैया थाना के तत्कालीन थानाध्यक्ष भूलन यादव की हत्या कजरा के जंगल में मुठभेड़ के दौरान कर दी थी। उसी दौरान बीएमपी के जवान लुकस टेटे को अगवाकर हत्या कर दिया। पुलिस के साथ कई बार मुठभेड़ भी हुआ लेकिन वह बचकर निकल गया। खंूखार नक्सलियों में उसकी गिनती होती थी। अरविंद यादव घटना को अंजाम देने के बाद स्थान बदल लेता था, जिससे उसकी गिरफ्तारी संभव नहीं हो पायी।
एसटीएफ डीएसपी सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि नक्सली अरविंद यादव 25 लाख का इनामी था। उस पर मुंगेर जिले के धरहरा में 7, लड़ैयाटांड में 7, खड़गपुर मे 4, लखीसराय के कजरा थाना में 10, चानन मे 9, पीरीबाजार मे 9, जमुई के सोने में 3, चरकापत्थर में 4, बरहट में 15, चन्द्रमंडी मे 2, चकाई में 2, मलयपुर एवं लक्ष्मीनगर में एक-एक और खैरा में 10 सहित कुल 84 मामले दर्ज हैं। उन्होने बताया कि नक्सलियों की कमर तोड़ने के लिए लगातार कई वर्षों से अभियान चलाया जा रहा है। कई नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया तो कई गिरफ्तार किए गए। अरविंद यादव सहित कई नक्सली फरार चल रहा है, जिसमें अरविंद यादव सोमवार को बोकोरों में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया। जिला पुलिस नक्सली सुरेश कोड़ा ,नारायण कोड़ा, बहादुर कोड़ा, रावण कोड़ा, भोला कोड़ा, टुनटुन कोड़ा, दयानंद राणा को गिरफ्तार करने के लिए रणनीति बना रही है।
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