जिले के 86 राजस्व गांवों में अब होगा फार्मर रजिस्ट्री
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जिले के 86 राजस्व गांवों में अब होगा फार्मर रजिस्ट्री ोज तीन की लीड:
जिले के 86 राजस्व गांवों में अब होगा फार्मर रजिस्ट्री
कृषि विभाग के एग्री स्टैक परियोजना के तहत किया जाएगा फार्मर रजिस्ट्री
पहले चरण में सभी अंचलों के दो-दो राजस्व ग्राम को किया गया है चिन्हित
खगड़िया, नगर संवाददाता।
कृषि विभाग के योजनाओं के लाभ लेने से किसान वंचित नहीं रहेंगे। किसानों को सरकार द्वारा दिए जाने वाले हर लाभ पूरी तरह से मिलेंगे। इसमें कृषि विभाग को जमीन व अन्य जानकारी की जरूरत पर परेशान नहीं होना पड़े। इसके लिए कृषि विभाग किसानों की सुविधा के लिए अब फार्मर रजिस्ट्री करवा रही है। कृषि विभाग द्वारा एग्री स्टैक परियोजना के तहत विभिन्न राजस्व गांवों में फार्मर रजिस्ट्री का कार्य शुरू कर दिया गया है। हालांकि मार्च के अंतिम सप्ताह में जारी किए गए आदेश के अनुसार प्रत्येक प्रखंडों के दो-दो राजस्व गांवों में ही फार्मर रजिस्ट्री करने की कार्ययोजना को तैयार किया गया। इसकी शुरुआत की गई। इन दो राजस्व गांवों में फार्मर रजिस्ट्री का काम सफलतपूर्वक होने के बाद अब विभाग व सरकार ने राजस्व गांवों की संख्या में इजाफा किया है। पहले चरण में जिले के 12 राजस्व गांवों में इसकी शुरुआत हुई। अब 74 और राजस्व गांवों में इसकी शुरुआत की जाएगी। यानि अब जिले के 86 राजस्व गांवों में फार्मर रजिस्ट्री का कार्य होगा। हालांकि अभी अलौली में इसकी शुरुआत नहंी हो पाई है।
फार्मर रजिस्ट्री में क्या क्या होगा काम: विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एग्री स्टैक परियोजना के तहत राज्य के किसान फार्मर आईडी बनाए जाने के लिए बिहार भूमि के डाटा बेस को समेकित कर प्रत्येक राजस्व गांव में प्रत्येक समान नाम व पिता के नाम वाले ऑनलाइन बकेट तैयार कर उपलब्ध कराया गया है। इसमें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के सर्वाधिक लाभार्थी शामिल हैं। बताया जा रहा है ि कृषि समन्वयक एवं राजस्व कर्मचारी द्वारा इस कार्य को निष्पादित किया जाना है।
पहले फेज में सातों प्रखंड के मात्र दो-दो राजस्व गांवों का ही हुआ था चयन: कृषि विभाग द्वारा शुरु किए गए फार्मर रजिस्ट्री क ार्य के तहत प्रथम चरण में सभी प्रखंडों के मात्र दो-दो राजस्व गांव की ही चयन किया गया था। इन राजस्व गांवों में शिविर लगाया जा रहा है। पहले चरण में बेलदौर प्रखंडके बेलदौर व कंजरी, चौथम प्रखंड के चौथम राजस्व गांव एवं धुतौली, गोगरी के बन्नी व पकरैल, सदर प्रखंड के रहीमपुर, भदास, मानसी प्रखंड के बलहा व खुटिया, परबत्ता प्रखंड के कोलवारा व गोविन्दपुर राजस्व गांव में फार्मर रजिस्ट्री का काम शुरू किया गया है।
इन 74 राजस्व गांवों में भी अब शुरू होगा फार्मर रजिस्ट्री: विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पहले फेज के बाद दूसरे फेज में 74 अन्य राजस्व गांवों का भी चयन किया गया है। इसमें से बेलदौर प्रखंड के 12 राजस्व गांव शामिल हैं। जिसमें बेला नौबाद, बोबिल, चोढ़ली, दिघौन, इतमादी, कुर्बन, महिनाथनगर, माली, पचौत, सकरोहर, तेलिहार राजस्व गांव शामिल हैं। वहीं चौथम प्रखंड के नौ अन्य राजस्व गांव को शामिल किया गया है। इसमें बोरने, बछौता, हरदिया, नीरपुर, पिपरा, रोहियार, सरसवा, तेलौंछ व ठुठ्ठीमोहनपुर राजस्व गांव शामिल हैं। जबकि गोगरी के बलतारा, बोरना, देवठा, गौछारी, गोगरी, इटहरी, जमालपुर, कोयला, मदारपुर, मलिया, पैकांत, पसराहा, पितौंझिया, रामचंद्रपुर, राटन, शेरचकला व शिशवा शामिल हैं। वहीं सदर प्रखंड के बछौता, भगवानचक, बेला सिमरी, विशनपुर, दुर्गापुर, गंगौर, जहांगीरा, जलकौड़ा, कासिमपुर, कोठिया, लाभगांव, मेहसौड़ी, मथुरापुर, रांकों, रसौंक, संसारपुर व तेतराबाद राजस्व गांव में भी फार्मर रजिस्ट्री होगा। जबकि मानसी प्रखंड के अमनी, चकहुसैनी, सैदपुर, ठाठा, परबत्ता प्रखंड के अररिया, बैसा, भरसो, बंदेहरा, दरियापुर भेलवा, डुमरिया बुजूर्ग, कबेला, करना, खजरैठा, माधवपुर करारी, महद्दीपुर, पिपरालतीफ, रहीमपुर व जोरावपुर राजस्व गांव में फार्मर रजिस्ट्री किया जाएगा। हालांकि अभी अलौली में इसकी शुरुआत नहंी हुई है।
कृ षि विभाग को उपलब्ध कराया गया है बकेट: कृषि विभाग को किसानों के जमीन से जुड़ी जानकारी के संबंध में बकेट उपलब्ध कराया गया है। इस बकेट में सभी भू-स्वामियों का नाम अंकित है। बताया जा रहा है कि इसमें से जो भी भू- स्वामी जिंदा हैं। उन किसानों का इस योजना के तहत फार्मर रजिस्ट्री का काम किया जाएगा।
म्यूटेशन में भी मिलेगी सुविधा: फ ार्मर रजिस्ट्री होने से किसानों को काफी फायदा होगा। किसी के द्वारा जमीन की खरीद बिक्री करने पर भी म्यूटेशन भी आसानी से हो जाएगा। वहीं फार्मर रजिस्ट्री में डाटा भी अपडेट हो जाएगा। जबकि कृषि लोन आदि में भी सुविधा मिल जाएगी।
बोले अधिकारी:
जिले के विभिन्न राजस्व गांवों में फ ार्मर रजिस्ट्री का काम किया जा रहा है। अब नए राजस्व गांवों की भी सूची प्राप्त हुई है। इन राजस्व गांवों में भी जल्द ही फार्मर रजिस्ट्री का काम शुरू किया जाएगा।
अविनाश कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, खगड़िया।
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कैप्शन: जिले के एक खेत में काम करते किसान।
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