सफियासराय हवाई अड्डा से उड़ान भर सकेंगे 19 सीट वाले छोटे विमान
मुंगेर में हवाई सफर का सपना जल्द साकार होगा। रिजनल कनेक्टिविटी उड़ान योजना के तहत सफियासराय हवाई अड्डे का विकास होगा। 19 सीट वाले छोटे विमानों के लिए उड़ान सेवाएं शुरू की जाएंगी, जिससे जिलेवासियों को...

मुंगेर, निज संवाददाता। जिलेवासियों का हवाई जहाज से सफर का सपना अब जल्द ही साकार हो सकेगा। रिजनल कनेक्टिविटी उड़ान योजना के तहत हवाई अड्डा को विकसित करने के लिए भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण नई दिल्ली एवं राज्य सरकार के बीच हुए समझौता को कैबिनेट की स्वीकृति मिल चुकी है। अब एयरपोर्ट विस्तारीकरण के बाद सफियासराय हवाई अड्डा से 19 सीट वाले छोटे विमान बड़े शहरों के लिए उड़ान भर सकेंगे। छोटे विमान की सेवा जिले में आरंभ होने के बाद जिलेवासी कम समय में बड़े शहरों का सफर तय कर सकेंगे। हालांकि इस संबंध में अब तक जिला प्रशासन को किसी तरह की लिखित जानकारी नहीं मिली है।
हालांकि मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग हो जाने से जिले के लोगों में खुशी का माहौल है। डीएम अरविन्द कुमार वर्मा ने बताया कि रिजनल कनेक्टिविटी उड़ान योजना के तहत मुंगेर हवाई अड्डा को छोटे विमान के लिए तैयार करने के लिये सरकार पूर्व में ही 25 करोड़ रुपए आवंटित कर चुकी है। रनवे को चौड़ा करने के लिए एक माह पूर्व एयरपोर्ट अथॉरिटी आफ इंडिया की टीम मुंगेर हवाई अड्डे का सर्वे कर चुकी है। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर रनवे विस्तारीकरण के लिए जरूरत के अनुसार जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया आरंभ की जाएगी। हालांकि इस संबंध में अब तक कोई विभागीय पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। फिजिबिलिटी रिपोर्ट विमान पत्तन प्राधिकरण को सौंपा गया: गौरतलब है कि जिलेवासियों द्वारा सफियासराय स्थित हवाई अड्डा से हवाई जहाज सेवा आरंभ करने की मांग वर्षों से की जा रही थी। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और स्थानीय सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के प्रयास से सरकार ने बिहार में 6 एयरपोर्ट जल्द शुरू करने की घोषणा की थी। सरकार की घोषणा के आलोक में एयरपोर्ट अथॉरिटी आफ इंडिया की टीम मुंगेर पहुंची थी। टीम ने हवाई अड्डा का रनवे विस्तार करने का प्रस्ताव दिया था: टीम ने 22 से 27 मई के बीच सफियासराय स्थित हवाई अड्डा का सर्वे कर फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण नई दिल्ली को सौंपा था। टीम ने हवाई अड्डा का रनवे विस्तार करने का प्रस्ताव दिया था। तत्कालीन डीएम अवनीश कुमार सिंह ने हवाई अड्डा का रनवे विस्तार हेतु दक्षिणी किनारे बाजार समिति की जमीन और हवाई अड्डा के पश्चिमी भाग स्थित निजी जमीन का अधिग्रहण करने की बात कही थी। बता दें कि छोटे विमान के उड़ान के लिए रनवे की लम्बाई 15 सौ मीटर तथा चौड़ाई 45 मीटर होना जरूरी है। वर्तमान में रनवे की लम्बाई 12 सौ मीटर तथा चौड़ाई 45 मीटर है। ऐसे में रनवे की लम्बाई बढ़ाने के लिए प्रशासन को जमीन का अधिग्रहण करना होगा। स्थानीय लोगों को होगा फायदा: मुंगेर में छोटे विमानों की हवाई सेवा की शुरुआत से यहां के लोगों को काफी फायदा होगा। खास तौर पर व्यवसायी वर्ग के लोगों का। बड़े शहरों तक पहुंचने के लिये उन्हें सोचना नहीं पड़ेगा। देश के किसी भी हिस्से में वहां जाकर उसी दिन वापस लौट सकेंगे। मुंगेर मंच के संयोजक संजय कुमार बब्लू व शहर के कई व्यवसायियों ने बताया कि हम वर्षों से इसकी मांग करते आये थे, अब वह सपना साकार होता दिख रहा है। योगाश्रम और जमालपुर आने वाले विदेशी सैलानियों को अब ट्रेन से सफर करने के झंझट से मुक्ति मिल सकेगी। गौरतलब है कि मुंगेर के योग विद्यालय और जमालपुर के आनंद मार्ग के वैश्विक कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में देश विदेश के पर्यटक यहां आते हैं। --- बोले डीएम हवाई अड्डा को छोटे विमान के लिए तैयार करने की कैबिनेट से स्वीकृति मिलने की जानकारी मिली है। हालांकि इस संबंध में विभागीय स्तर पर कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। एयरपोर्ट अथॉरिटी आफ इंडिया की सर्वे रिपोर्ट के आधार पर रनवे विस्तारीकरण के लिए जरूरत के अनुसार जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। - अरविंद कुमार वर्मा, डीएम, मुंगेर।
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