प्रैक्टिकल का अंक सही से नहीं किया काला, कम्प्यूटर ने नहीं उठाया अंक
मुजफ्फरपुर में बिहार बोर्ड के मैट्रिक परीक्षार्थियों के रिजल्ट में कई स्कूलों की लापरवाही सामने आई है। प्रैक्टिकल के अंक सही से काले नहीं किए जाने के कारण कम्प्यूटर ने उन अंकों को नहीं उठाया। सभी...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। प्रैक्टिकल का अंक सही से काला नहीं किया गया। ऐसे में कम्प्यूटर ने उन अंकों को उठाया ही नहीं। बिहार बोर्ड की ओर से मैट्रिक के परीक्षार्थियों के रिजल्ट बनाने के दौरान जिले के कई स्कूलों का यह मामला सामने आया है।
मैट्रिक के प्रैक्टिकल के अंक से लेकर इंटर परीक्षार्थियों की उपस्थिति की खोज हो रही है। विज्ञान-सामाजिक विज्ञान के प्रैक्टिकल में दिए अंक को मार्क्स फ्वॉयल में सही से काला नहीं करने पर मामला फंसा है। सभी स्कूलों को प्रैक्टिकल का अंक भी मार्क्स फ्वॉयल में भरकर देना था। इसमें गोलों को सही से काला करना था। कई स्कूलों द्वारा इसमें लापरवाही करने पर कम्प्यूटर इन परीक्षार्थियों का सही से अंक ही नहीं उठा रहा है। ऐसे स्कूल और परीक्षार्थियों की सूची जिले को भेजी गई है। बिहार बोर्ड ने निर्देश दिया है कि स्कूल पैड पर हस्ताक्षर के साथ इन बच्चों का अंक भेजा जाए। शनिवार को इसे लेकर संबंधित स्कूलों को फोन होता रहा और अविलंब इन्हें कार्यालय में बुलाया गया।
इंटर के कई परीक्षार्थियों की उपस्थिति डाटा का कराया जा रहा मिलान
इंटर के कई परीक्षार्थियों की लिखित परीक्षा में उपस्थिति के डाटा का मिलान कराया जा रहा है। सेंटर कोड के साथ ही बच्चों का रॉल नंबर भेजा गया है। संबंधित केन्द्रों से अविलंब इसपर रिपोर्ट मांगी गई है कि ये परीक्षार्थी इंटर थ्योरी की परीक्षा में उपस्थित थे या अनुपस्थित। इसमें संबंधित परीक्षार्थियों का विषय कोड भी भेजा गया है। कई परीक्षार्थी ऐसे हैं, जिनके एक और कई के दो विषयों की परीक्षा में शामिल होने संबंधित रिकार्ड मांगा गया है। डीईओ अजय कुमार सिंह ने कहा कि संबंधित परीक्षार्थियों का डाटा केन्द्रों से मिलान करवाकर भेजा जा रहा है।
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