Magistrates Appointed for Road Accident Investigations in Muzaffarpur सड़क हादसों की जांच के लिए हर थाने में तैनात हुए मजिस्ट्रेट, Muzaffarpur Hindi News - Hindustan
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सड़क हादसों की जांच के लिए हर थाने में तैनात हुए मजिस्ट्रेट

मुजफ्फरपुर में सड़क हादसों की जांच के लिए हर थाने में मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है। पिछले तीन वर्षों में 1607 हादसों की जांच की जाएगी। मजिस्ट्रेट और थानेदार मिलकर रिपोर्ट तैयार करेंगे, जिससे मृतकों...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुरFri, 2 May 2025 06:45 PM
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सड़क हादसों की जांच के लिए हर थाने में तैनात हुए मजिस्ट्रेट

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। सड़क हादसों की जांच के लिए हर थाने में मैजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई है। जिले के 39 थाना क्षेत्र में बीते तीन वर्षों में हुई 1607 सड़क दुर्घटनाओं के कारणों की जांच होगी। मजिस्ट्रेट और थानेदार संयुक्त रूप से हादसों के कारण और उसमें हुई कार्रवाई की रिपोर्ट तैयार करेंगे। उनकी रिपोर्ट के आधार पर ही हादसे में जान गंवाने वालों के आश्रित को मुआवजा राशि मिलेगी। इनकी रिपोर्ट सड़क सुरक्षा समिति के समक्ष भी पेश होगी। कारणों के मुताबिक सुरक्षा समिति हादसों को रोकने के लिए योजना बनाएगी। मजिस्ट्रेट ने अब तक 766 हादसों की जांच कर रिपोर्ट तैयार की है।

इसमें मृतकों के आश्रितों को मुआवजा देने का प्रस्ताव भी भेजा है। इनकी जांच में पाया गया है कि 70% हादसों का कारण ओवरटेक और तेज रफ्तार है। कई जगहों पर तीखे मोड़ और रॉन्ग साइड में वाहनों के निकलने के कारण दुर्घटनाएं हुई हैं। मजिस्ट्रेट एक अप्रैल 2022 से लेकर अब तक की तमाम सड़क हादसों से संबंधित रिपोर्ट तैयार करेंगे। इन्हें क्लेम ट्रिब्यूनल में भेजा जाएगा। सड़क दुर्घटना मुआवजा योजना के अंतर्गत आईओ 48 घंटे के अंदर सड़क दुर्घटना प्रथम सूचना रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। इसके बाद 50 दिन के अंदर अंतरिम दुर्घटना रिपोर्ट और 90 दिन के अंदर विस्तृत दुर्घटना रिपोर्ट क्लेम ट्रिब्यूनल को उपलब्ध कराएंगे। इसमें हादसों के कारण, मौत और घायलों की संख्या आदि का विस्तृत जिक्र करना अनिवार्य है। अभी इस प्रावधान के अनुसार थाना स्तर से रिपोर्ट नहीं भेजी जा रही है। इस कारण निर्धारित समय में दुर्घटना में मरे व्यक्तियों के आश्रितों का मुआवजा भुगतान फंसता जा रहा है। इस रिपोर्ट के सड़क दुर्घटना संबंधित पोर्टल पर अपलोड नहीं होने के कारण मुआवजा दावा स्वीकार करने में भी अवरोध उत्पन्न हो रहा है। डीएम सुब्रत कुमार सेन और एसएसपी सुशील कुमार ने इस संबंध में संयुक्त आदेश जारी कर मजिस्ट्रेट और संबंधित थानेदारों को निर्देश दिया है कि एक अप्रैल 2022 से अब तक जितनी भी दुर्घटनाएं हुई हैं, उसकी जांच पूर्ण कर रिपोर्ट को ट्रिब्यूनल में पेश करें। आगे से 90 दिनों के अंदर सभी रिपोर्ट ससमय पोर्टल पर अपलोड कराने का डीएम व एसएसपी ने निर्देश दिया है। एक अप्रैल 2022 से अबतक हुईं थानावार दुर्घटनाएं : नगर थाना-17, सिकंदरपुर थाना-03, मिठनपुरा थाना-08, बेला थाना-02, काजी मोहम्मदपुर थाना-06, अहियापुर थाना-209, ब्रह्मपुरा थाना-11, सदर थाना-85, मोतीपुर थाना-110, कांटी थाना-95, पानापुर करियात थाना-05, बरुराज थाना-32, कथैया थाना-25, कुढ़नी थाना-93, तुर्की थाना-20, फकुली थाना-13, मनियारी थाना-43, बोचहां थाना-72, सिवाईपट्टी थाना-21, कटरा थाना-38, गायघाट थाना-86, बेनीबाद-12, औराई-46, हथौड़ी-21, मीनापुर-69, रामपुरहरि-18, सकरा-88, बरियारपुर-03, मुशहरी-15, पियर-07, हत्था-01, सरैया-101, जैतपुर-22, करजा-54, पारू-49, देवरिया-22, साहेबगंज-85

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