शहरी स्लम बस्तियों में लगेगा जेई का टीका
मुजफ्फरपुर के डीएम सुब्रत कुमार सेन ने बच्चों को जेई का टीका लगाने और एईएस के लिए चौपाल को प्रभावी ढंग से चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने नल जल योजना की समीक्षा की और खराब चापाकलों की मरम्मत के लिए...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। शहरी स्लम एरिया में बच्चों को जेई का टीका दिया जाए। एईएस को लेकर संध्या चौपाल को गुणवत्ता पूर्ण तरीके से चलाया जाए। ये निर्देश बुधवार को डीएम सुब्रत कुमार सेन ने दिया। वह कलेक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस, महिला संवाद कार्यक्रम, डॉ. आंबेडकर समग्र सेवा अभियान, नल जल योजना, आपूर्ति टास्क फोर्स, पंचायत सरकार भवन, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, निर्वाचन की समीक्षा कर रहे थे।
डीएम ने हर घर में नल का जल तथा खराब चपकलों की मरम्मत कर शुद्ध पेय जलापूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। डीएम ने खराब पड़े हुए नल को चालू करने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त गर्मी की तपिश एवं आम लोगों के लिए पेयजल की जरूरत को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न स्थलों, स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर बंद चापाकलों की सूची 25 अप्रैल तक तैयार करने तथा मिशन मोड में मरम्मत पूरा करने का निर्देश दिया है।
18 अप्रैल से महिला संवाद कार्यक्रम शुरू करने का निर्देश :
बैठक में उन्होंने 18 अप्रैल से महिला संवाद कार्यक्रम शुरू करने का निर्देश दिया। इस कार्यक्रम के तहत मुजफ्फरपुर जिला अंतर्गत प्रतिदिन 58 ग्राम संगठन स्तर पर कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जाएगा। यह कार्य 60 दिनों तक चलेगा। जिला में कुल 3507 ग्राम संगठन हैं। डॉ. आंबेडकर समग्र सेवा अभियान के तहत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के छूटे हुए परिवारों को सरकारी योजनाओं से लाभान्वित किया जाना है। इसके लिए सरकार द्वारा डॉ. आंबेडकर समग्र सेवा अभियान की शुरुआत की गई है। इससे 22 सेवाएं/योजनाएं आच्छादित की जाएंगी। 19 अप्रैल को 178 टोलों में विशेष कैंप का आयोजन किया जाएगा जो जून तक चलेगा। इन सेवाओं में प्रमुख रूप से आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, पानी, बिजली, जॉब कार्ड, श्रम कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र आदि की सेवाएं ऑन स्पॉट प्रदान की जाएंगी। इसके लिए 2384 महादलित टोलों को चिह्नित किया गया है। अब तक 72402 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसमें से 12783 आवेदन का निष्पादन किया गया है।
पोषण पुनर्वास केंद्र के बच्चों की प्रखंडवार मांगी रिपोर्ट :
बैठक में चमकी बुखार की रोकथाम के लिए अधिकारियों को पंचायत में संध्या चौपाल में निश्चित रूप से भाग लेने तथा लोगों को जागरूक एवं प्रेरित करने का निर्देश दिया। डीएम ने बच्चों की साप्ताहिक निगरानी के लिए डाटा अपडेटिंग करने तथा संधारित्र रखने का निर्देश दिया। इसके लिए सिविल सर्जन, डीपीएम और डीपीओ आईसीडीएस को सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर डाटा अपडेट करने का निर्देश दिया। उन्होंने संध्या चौपाल की गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान देने तथा जीरो डेथ के संकल्प को कायम रखने को कहा। पोषण पुनर्वास केंद्र की समीक्षा में पाया गया कि अभी नौ बच्चे हैं। डीएम ने फरवरी, मार्च और अप्रैल माह में बच्चों की संख्यात्मक स्थिति की प्रखंडवार रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। कहा कि पोषण ट्रैकर में जिला का औसत आंकड़ा 94% है जबकि गायघाट 90%, मीनापुर 91%, मुशहरी 92%, कांटी 92%, बरुराज 93% है।
मोतीपुर सीडीपीओ का वेतन किया गया बंद :
मोतीपुर सीडीपीओ का वेतन बंद किया गया है तथा उनसे स्पष्टीकरण की मांग की गई है। इसके अतिरिक्त सरैया, पारू, गायघाट सीडीपीओ के खराब प्रदर्शन के कारण उनसे भी स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों का नियमित निरीक्षण करने को कहा। मातृत्व वंदन योजना में सभी सीडीपीओ को सुधार एवं प्रगति लाने का निर्देश दिया। उन्होंने सीडीपीओ बोचहां से भी स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश दिया।
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