नौ साल बाद कार्रवाई, नाबालिग से देह व्यापार में दो गिरफ्तार
मुजफ्फरपुर में एक नाबालिग किशोरी को रेडलाइट एरिया से मुक्त कराकर बालिका गृह में लाया गया था। पुलिस ने दो महिलाओं मुन्नी और चंदा को गिरफ्तार किया है। किशोरी के बयान के आधार पर मामला दर्ज किया गया था।...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। रेडलाइट एरिया से नौ साल पहले मुक्त कराकर बालिका गृह में लाई गई नाबालिग किशोरी के बयान पर दर्ज हुए केस में पुलिस ने अब कार्रवाई शुरू की है। नगर थाने की दारोगा नीलू कुमारी ने मामले में आरोपित दो महिला मुन्नी और चंदा को रेडलाइट एरिया में छापेमारी कर गिरफ्तार किया है। पूछताछ के बाद दोनों को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया। यहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
रेडलाइट एरिया में 17 वर्षीय किशोरी को घर में बंधक बनाकर उससे देह व्यापार कराया जाता था। हथियार के बल पर रात में उसको बाहर भेजा जाता था। किशोरी के एक दोस्त ने रेडलाइट एरिया में उसके फंसे होने की जानकारी महिला डेवलपमेंट सेंटर में दी। इसके बाद सेंटर की महिला कार्यकर्ताओं ने उससे संपर्क साधकर उसे रेड लाइट एरिया के दलदल से निकलकर बालिका गृह में रखवाया। जहां तत्कालीन महिला दारोगा संजना शबनम ने 24 नवंबर 2014 को किशोरी का बयान दर्ज किया। इसके आधार पर नगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई। इसमें चंदा, मुन्नी के अलावा भोला को नामजद और अन्य अज्ञात को आरोपित बनाया गया। किशोरी ने महिला दारोगा को दिए बयान में बताया कि उसके माता-पिता की मृत्यु हो चुकी थी। वह तीन बहनें है। पहले कालीबाड़ी इलाके में रहती थी। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। शुक्ला रोड में भोला के यहां चौका-बर्तन का काम करने लगी। एक दिन बहन से अनबन हो गई तो वह घर नहीं गई। भोला के यहां काम करने के साथ वहीं रहने लगी। उसकी पत्नी देह व्यापार का दबाव बनाने लगी। मना करने पर मारपीट करती थी। बाहर निकलना चाहती थी तो हत्या कर देने की धमकी देती थी। शराब पिलाकर नशे में उससे दो माह तक देह व्यापार करवाया गया। किसी तरह उसके यहां से भागकर चंदा के यहां गई। उसके यहां भी उससे देह व्यापार करवाया जाने लगा। कुछ दिन बाद वह वहां से निकलकर पुन: बहन के पास चली गई। लेकिन, फिर से बहन से झगड़ा हो गया तो वह चंदा के यहां चली आई। चंदा के घर के बल के ही एक युवक से उसकी दोस्ती हो गई। उससे शादी करना चाहती थी, लेकिन उसके परिवार वाले तैयार नहीं हुए। किसी तरह जानकारी महिला डेवलपमेंट सेंटर को हुई तो उन लोगों ने संपर्क किया। उनके सहयोग से रेड लाइट एरिया से निकलकर बालिका गृह पहुंची।
नगर थानेदार शरत कुमार ने बताया कि पुराना केस है। इसकी समीक्षा की गई तो पाया गया कि इसमें तो केस के बाद से ही कोई कार्रवाई नहीं हुई। साक्ष्य के आधार पर जांच कर मामले में दोनों महिला आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।