Police Uncover Cyber Fraud Gang in Muzaffarpur 15 88 Lakhs Seized ऑनलाइन फर्जी ट्रेडिंग से ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश, एक गिरफ्तार, Muzaffarpur Hindi News - Hindustan
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ऑनलाइन फर्जी ट्रेडिंग से ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश, एक गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर में पुलिस ने ऑनलाइन फर्जी ट्रेडिंग और गेमिंग साइट्स से जुड़े साइबर ठगी के गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह का मास्टर माइंड अभिषेक कुमार फरार है, जबकि उसके भाई विकास कुमार को गिरफ्तार किया...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुरSat, 14 June 2025 04:31 AM
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ऑनलाइन फर्जी ट्रेडिंग से ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश, एक गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर, हिप्र। ऑनलाइन फर्जी ट्रेडिंग व गेमिंग साइट्स सहित विभिन्न प्रकार के साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के मास्टर माइंड साहेबगंज थाना क्षेत्र के मीनापुर गांव के अभिषेक कुमार के घर पर गुरुवार की रात छापेमारी की गई। उसके बड़े भाई विकास कुमार को गिरफ्तार किया गया। उसके घर की तलाशी लेने पर 15 लाख 88 हजार 139 रुपये, एक लैपटॉप, एक आईपैड, एक मॉनिटर, एक पेन ड्राइव, छह मोबाइल, एक बाइक, एक नोट गिनने की मशीन, एक वाई-फाई, एक वाई-फाई राउटर, विभिन्न बैंकों का 13 डेबिट कार्ड, विभिन्न बैंकों के आठ पासबुक, तीन चेकबुक, रुपयों से भरा एक डिजिटल कैश चेस्ट बॉक्स (लॉकर) जब्त की गई है।

डिजिटल कैश चेस्ट लॉकर को खोलवाने के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है। मास्टर माइंड अभिषेक फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। विकास को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक ग्रामीण विद्यासागर ने शुक्रवार को कार्यालय में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में दी। एसपी ने बताया कि अभिषेक साइबर फ्रॉडिंग व्यवस्थित तरीके से कर रहा था। संगठित गिरोह बना रखा था। अपने बेडरूम को उसने वार रूम बनाया था। ठगी का रुपया आने पर सप्ताह में एक बार फुलवरिया जाकर एटीएम से निकासी करता था। रुपये की निकासी व खर्च के लिए दूसरे का अकाउंट का उपयोग करता था। पहली बार जब्त हुई है सेंसर युक्त डिजिटल कैश चेस्ट बॉक्स पुलिस ने जिले में पहली बार डिजिटल कैश चेस्ट बॉक्स जब्त किया है। ठगी के पैसे अभिषेक डिजिटल कैश चेस्ट बॉक्स में ही रखता था। उसे अपने भाई विकास के बेडरूम में छुपाकर रखा था। उसमें टच करते ही इसमें सायरन बजने लगता है। विकास ने बताया कि यह बॉक्स अभिषेक के फिंगरप्रिंट से खुलता है। इसका पिन भी उसी को पता है। इंस्टाग्राम पर रील्स पोस्ट से फंसा अभिषेक अभिषेक रील्स बनाने का शौकीन था। वह अक्सर रील्स बनाकर इंस्टाग्राम पर पोस्ट करता था। कुछ दिन पहले उसने अपने बेडरूम में रुपये की ढेर का रील्स बनाकर इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया। इससे शक गहराने लगा। दो वर्षों में उसकी बदली आर्थिक हैसियत से लोगों को शक था। अभिषेक घर से नहीं निकलता था। उसके घर पर अक्सर संदिग्ध चरित्र वाले युवकों का आना-जाना लगा रहता था। इसकी सूचना पुलिस को भी मिली थी।

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