मुख्यमंत्री मछुआ कल्याण योजना से मत्स्य पालकों को मिलेगा दो योजनाओं का लाभ
नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। मुख्यमंत्री मछुआ कल्याण योजना का भरपूर लाभ जिले के मत्स्य पालकों को दिलाने की कवायद मत्स्य विभाग द्वारा जारी है।

नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। मुख्यमंत्री मछुआ कल्याण योजना का भरपूर लाभ जिले के मत्स्य पालकों को दिलाने की कवायद मत्स्य विभाग द्वारा जारी है। मछुआरों को मत्स्य शिकारमाही के लिए निःशुल्क यानी शत-प्रतिशत अनुदान पर मत्स्य शिकारमाही एवं विपणन किट प्रदान की जाएगी। जबकि मत्स्य विक्रेताओं को 50 फीसदी अनुदानित दर पर मत्स्य विपणन के लिए थ्री-व्हीलर वाहन आइस बॉक्स के साथ दी जाएगी। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-2025 के लिए मुख्यमंत्री मछुआ कल्याण योजना के तहत आवेदन प्राप्त कर लिए गए हैं। अब चयन प्रक्रिया जारी है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य जिले के मछुआरों को तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराना है ताकि उपभोक्ताओं तक स्वच्छता के साथ हाईजीनिक अवस्था में ताजी मछली को पहुंचाने में सहुलियत हो। इसके साथ ही रोजगार के नए अवसर के साथ-साथ मछुओं एवं मत्स्य विक्रेताओं की वार्षिक आमदनी में वृद्धि हो सके। नवादा जिले में 30 किट का होगा वितरण, 14 वाहन का मिलेगा लाभ नवादा जिले में योजना के तहत कुल 30 किट का वितरण किया जाएगा। मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह जिला मत्स्य पदाधिकारी राजीव कुमार ने बताया कि इसके लिए मत्स्य विभाग द्वारा प्रति इकाई 14.5 हजार रुपए खर्च किए जाएंगे। इस प्रकार, इस मद में कुल 4.35 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। शिकारमाही एवं विपणन किट का लाभ लेने के लिए 44 आवेदन आए हैं। इस योजना के अलावा 14 आइस बॉक्स के साथ थ्री-व्हीलर वाहन का लाभ भी इच्छुक मछुआरों अथवा मछली विपणनकर्ता को प्रदान किए जाएंगे। तीन लाख रुपए प्रति यूनिट इस योजना पर खर्च होंगे। हालांकि अनुदान के रूप में 21 लाख रुपए का खर्च इस पर विभाग करेगा। 50 प्रतिशत अनुदान के बाद की शेष राशि 1.5 लाख रुपए हर लाभुक को खर्च करना होगा। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक प्रखंड के लिए एक वाहन के आधार पर नवादा जिले के सभी 14 प्रखंडों के लिए कुल 14 यूनिट का निर्धारण किया गया है। थ्री-व्हीलर के साथ आइस बॉक्स का लाभ पाने के लिए कुल 25 आवेदन आए हैं। लाभुकों का चयन किया जाएगा वांछित अहर्ता पर दोनों ही योजनाओं का लाभ पाने के लिए लाभुकों का चयन वांछित अहर्ता के आधार पर किया जाना है। मत्स्य विकास पदाधिकारी सह नोडल पदाधिकारी नंदन कुमार ने बताया कि 31 मार्च को आवेदन की प्रक्रिया समाप्त हो जाने के बाद अब चयन की प्रक्रिया गतिशील है। योजनान्तर्गत मत्स्यजीवी सहयोग समिति के सदस्य तथा अन्य वर्ग के मछुआ, अनुसूचित जाति-जनजाति, जीविका समूह तथा एफएफपीओ, जो मत्स्य बिक्री का कार्य करते हों, उन्हें प्राथमिकता दिए जाने का प्रावधान है। इसके अलावा आवेदक के मोबाईल नंबर तथा बैंक शाखा का नाम, बैंक खाता संख्या, आईएफएससी कोड आदि के साथ किए भरे गए आवेदन की स्क्रूटनी कर उप मत्स्य निदेशक की अध्यक्षता में गठित समिति के द्वारा लाभुकों का चयन अंतिम रूप से किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि आवेदकों के विपणन कार्य प्रमाणिकता के लिए मत्स्य विक्रय स्थल, दुकान के साथ अपना फोटोग्राफ आदि सलंग्न करना अनिवार्य किया गया था। इसकी अनिवार्यता में चूके आवेदकों का आवेदन स्वत: रद्द कर दिया जाएगा। चयनित लाभुक के द्वारा सूचीबद्ध आपूर्तिकर्ता एजेंसी से थ्री-व्हीलर आईस बॉक्स सहित वाहन अथवा मत्स्य शिकारमाही एवं विपणन किट कोटेशन स्वयं प्राप्त कर जिला मत्स्य कार्यालय में समर्पित करना होगा। मत्स्य शिकारमाही व विपणन किट एवं थ्री-व्हीलर विथ आईस बॉक्स वाहन का वितरण जिलों में कैम्प लागाकर किया जाएगा। ----------------------- वर्जन: मछली विक्रेताओं को शत-प्रतिशत अनुदान पर किट उपलब्ध कराया जाएगा जबकि 50 प्रतिशत अनुदान पर थ्री-व्हीलर और आइस बॉक्स का लाभ दिया जाएगा। शर्तों को पूरा करने वाले लाभुकों को पहले आओ पहले पाओ के आधार पर चयनित किया जाना है। उप मत्स्य निदेशक की अध्यक्षता में गठित समिति के द्वारा लाभुकों का चयन अंतिम रूप से किया जाएगा। -राजीव कुमार, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह जिला मत्स्य पदाधिकारी, नवादा। --------------------- किट में दी जाने वाली सामग्रियां: 1.छतरी (धूप से बचने के लिए) 2.फेंका जाल (मछली पकड़ने के लिए) 3.स्टेनलेस स्टील का कटर (मछली काटने के लिए) 4.स्टेनलेस स्टील का स्क्रबर 5.तराजू व बटखारा 6.प्लास्टिक बाल्टी व मग 7.प्लास्टिक क्रेट 8.प्लास्टिक वेस्ट बीन (कचरा रखने का डब्बा) 9.इन्सुलेटेट बॉक्स (क्षमता 60 किलोग्रामण) 10.फोल्डेबल टारपोलिन शीट 11.चार्जेबल लाइट 12.एप्रॉन 13.ग्लब्स/मास्क 14.कैप 15.मनी बैग (रुपए रखने के लिए) ----------------------
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